
सीहोर। सीहोर जिले में जिन अतिथि शिक्षकों के भरोसे स्कूलों मेें क्लास लग रही है, पढ़ाई होे रही है। जिन अतिथि शिक्षकों के कारण शैक्षणिक व्यवस्था चल पा रही है अब उन्हीं अतिथियोें को पिछले करीब तीन-चार माह सेे वेतन नहीं मिल पा रहा है। इन अतिथि शिक्षकों में सरकार एवं प्रशासन को लेकर आक्रोेश भी पनपने लगा है। यही कारण है कि इन अतिथि शिक्षकों ने सरकार एवं प्रशासन से जहर मांगा है।
सीहोर जिले में बुदनी विकासखंड सहित भैरूंदा एवं आष्टा विकासखंड में सबसेे ज्यादा अतिथि शिक्षकों की तैनाती है। जिलेभर में करीब 2 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक शैक्षणिक कार्य मेें लगे हुए हैं। इस वर्ष भी अप्रैल माह से शैक्षणिक कार्य कर रहे अतिथि शिक्षकोें को अब तक वेतन नहीं मिल पाया है। वेतन नहीं मिलने के कारण उनमें आक्रोेश भी पनपने लगा है। इधर अब सरकार ने जुलाई माह में फिर से अतिथि शिक्षकों कोे शैक्षणिक कार्य में लगाने के आदेेश, निर्देेश जारी कर दिए हैं।
सरकार एवं प्रशासन से मांगा जहर-
अतिथि शिक्षकों में अब इतना ज्यादा गुस्सा पनपने लगा है कि उन्होंने सरकार एवं प्रशासन सेे जहर मांगा है। इन शिक्षकों की मांग है कि या तोे उन्हें नियमित कर दिया जाए या फिर जहर दे दिया जाए। शिक्षकों का कहना है कि वे 15 वर्षों से अधिक समय से अतिथि शिक्षक के तौैर पर स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे पूरे सत्र में बच्चों को पढ़ाई करवातेे हैैं, उनका रिजल्ट बेहतर सेे बेहतर देते हैैं, लेकिन इसकेे बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। उनका यह भी आरोप है कि स्कूल के प्राचार्य तथा बाबू भी उन पर आदेश चलाते हैं। पूरे समय स्कूल में रोका जाता है।
ये है अतिथि शिक्षकों की मांग-
अतिथि शिक्षकों ने सरकार से 12 महीने का सेवाकाल तथा 62 वर्ष तक की अवधि की सेवा मांगी है। उनके पदों को रिक्त न समझा जाए तथा जिन अतिथि शिक्षकों को अभी 2 साल के अंदर हटा दिया गया है उन सभी को पुनः नियुक्ति दी जाए।
इधर सरकार ने फिर कर दिए आदेश-
राज्य शासन द्वारा शैक्षणिक सत्र में रिक्त पदों के विरूद्ध तैयार पैनल से अतिथि शिक्षक के आमंत्रण की प्रक्रिया शीघ्र किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अतिथि शिक्षकों को 17 जुलाई से विद्यालय में उपस्थिति के निर्देश भी दिए गए हैं। नियमित शिक्षक के कार्यरत नहीं होने के फलस्वरूप रिक्ति के कारण या नियमित शिक्षक के 15 दिन या उससे अधिक के अवकाश, प्रशिक्षण इत्यादि के कारण। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से विद्यालयों की रिक्ति को संकुल प्राचार्य द्वारा अतिथि शिक्षक पोर्टल में दर्ज किया जाए। आयुक्त लोक शिक्षण मध्यप्रदेश द्वारा आदेश जारी का निर्देश दिए हैं कि संकुल प्राचार्य द्वारा भेजी गई रिक्तियों की रिक्वेस्ट का परीक्षण कर 3 दिवस में ऑनलाईन अनुमोदन या केंसिल करें। जिला शिक्षा अधिकारी के अनुमोदन उपरांत रिक्तियां अतिथि शिक्षक पोर्टल पर प्रदर्शित होंगी। नियमित शिक्षक के अवकाश, प्रशिक्षण इत्यादि के कारण नियमित शिक्षक के अनुपस्थिति अवधि के लिए अतिथि शिक्षक के लिए रिक्ति प्रदर्शित करने के लिए संकुल प्राचार्य द्वारा जानकारी अतिथि शिक्षक पोर्टल पर दर्ज की जाएगी।
इनका कहना है-
सीहोर जिले के स्कूलों में शैक्षणिक कार्य केे लिए अतिथि शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। करीब तीन माह सेे इनका वेतन नहीं हुआ है। अब 17 जुलाई तक फिर से अतिथि शिक्षकों को नियुक्त करके स्कूलों में शैक्षणिक कार्य के लिए रखे जाने के निर्देेश हुए हैं। स्कूल प्राचार्यों केे माध्यम से यह प्रक्रिया की जाएगी। जिले के आष्टा, भैरूंदा एवं बुदनी विकासखंड के स्कूलों में सबसेे ज्यादा अतिथि शिक्षकों को शैैक्षणिक कार्य के लिए रखा गया है।
– संजय सिंह तोेमर, जिला शिक्षा अधिकारी, सीहोर