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सीहोर विधानसभा: विधायक सुदेश राय का चौथा चुनाव, पहला चुनाव पिताजी से लड़े, दूसरा-तीसरा माताजी और अब चौथा बेटे के साथ

सुमित शर्मा, सीहोर
सीहोर विधानसभा सीट प्रदेश की सियासत में हमेशा से चर्चाओें में रही है। सीहोर जिला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला होने के साथ-साथ प्रदेश की सियासत को भी हमेशा से गर्माता रहा है। सीहोर विधानसभा क्षेत्र का एक रोचक पहलू यह भी है कि यहां से सबसे ज्यादा जीतने का रिकार्ड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेेश सक्सेना के नाम पर है। हालांकि अब वे कांग्रेस में है, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने की शुरूआत निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर वर्ष 1993 में की थी। वे निर्दलीय मैदान में उतरे थे और जीते भी थे। इसके बाद वे भाजपा में शामिल होे गए और वर्ष 1998 में उनको भारतीय जनपा पार्टी ने टिकट देकर मैदान में उतारा। इस बार भी उन्होंने जीत दर्ज कराई। इसके बाद वर्ष 2003 एवं वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज कराई। वर्ष 2008 में भाजपा प्रत्याशी रमेश सक्सेना के सामने कांग्रेस ने सुदेश राय को प्रत्याशी बनाया, लेकिन वेे जीत नहीं सके। इसके बाद वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में सीहोर विधानसभा क्षेत्र में खासा उलटफेर हुआ। इस बार रमेश सक्सेेना चुनाव लड़ने के लिए अयोेग्य घोषित हो गए तोे भारतीय जनता पार्टी ने रमेश सक्सेना की धर्मपत्नी उषा सक्सेना को टिकट देकर मैदान में उतारा। इस बार कांग्रेस पार्टी ने सुदेश राय का टिकट काट दिया और सीहोर के युवा नेता हरीश राठौर को टिकट दिया, लेकिन सुदेश राय निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतरे। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में सीहोेर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने निर्दलीय प्रत्याशी सुदेश राय पर अपना विश्वास जताया और उन्हें भारी बहुमतोें के साथ जीत दिलाई। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हरीश राठौर की जमानत ही जप्त हो गई थी। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीतने के बाद सुदेश राय को भाजपा ने अपने खेमे में शामिल कर लिया और वर्ष 2018 में उन्हें सीहोर से प्रत्याशी बनाया। इस बार भी सुदेश राय का डंका बजा और उन्होंने ही जीत दर्ज कराई, लेकिन इस बार रमेेश सक्सेना ने अपनी धर्मपत्नी उषा सक्सेना कोे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार दिया, लेकिन वे जीत नहीं सकीं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद रमेश सक्सेना नेे कांग्रेस का दामन थामा और इस बार उनके बेटे एवं जिला पंचायत सदस्य शशांक सक्सेेना को कांग्रेस ने टिकट देेकर सुदेश राय के सामने मैदान में उतारा है। इस तरह सुदेश राय वर्ष 2008 में रमेश सक्सेना के सामनेे, वर्ष 2013 एवं 2018 के विधानसभा चुनाव में उषा सक्सेेना के सामने तो अब वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में शशांक सक्सेेना केे सामने चुनाव मैदान में हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बाजी कौन मारता है।

सीहोर विधानसभा क्षेत्र सेे रहे अब तक ये विधायक-
वर्ष     प्रत्याशी                                   पार्टी
1957 उमराव सिंह-इनायतउल्लाह खां   कांग्रेस
1962 इनायतउल्लाह खां                     कांग्रेस
1967 आर मेवाड़ा                              भारतीय जनसंघ
1972 अजीज कुरैशी                          कांग्रेस
1977 सविता वाजपेयी                        जनता पार्टी
1980 सुंदरलाल पटवा                        भाजपा
1985 शंकरलाल                               कांग्रेस
1990 मदनलाल त्यागी                       भाजपा
1993 रमेश सक्सेना                          निर्दलीय
1998 रमेश सक्सेना                          भाजपा
2003 रमेश सक्सेना                          भाजपा
2008 रमेश सक्सेना                          भाजपा
2013 सुदेश राय                              निर्दलीय
2018 सुदेश राय                              भाजपा

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