सीहोर: विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, कद्दावर नेता जसपाल सिंह अरोरा कांग्रेस में शामिल

सीहोर। विधानसभा चुनाव सेे पहले भारतीय जनता पार्टी को सीहोेर में बड़ा झटका लगा है। यहां के कद्दावर नेता पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने अब घर वापसी करते हुए कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। उन्होेंने भोपाल पहुंचकर पीसीसी चीफ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष पार्टी ज्वाइन की। इस दौरान कमलनाथ ने कांग्रेस ज्वाइन करातेे हुए उनकी घर वापसी पर बधाई भी दी। इस अवसर पर जसपाल सिंह अरोरा ने कहा कि वे भी अपनी घर वापसी पर प्रसन्न हैं औैर अब फिर से पार्टी संगठन को मजबूती देने के लिए मैदान संभालेंगे। इस दौैरान उन्होेंने सीहोर विधानसभा सीट से कांग्रेस की जीत के प्रति भी आश्वस्त किया। जसपाल सिंह अरोरा सीहोर विधानसभा सीट से भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, सर्वे में भी नाम था, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद सेे ही नाराज भी थे एवं मंथन भी कर रहे थे। आखिरकार उन्होंने अब घर वापसी का मूड बनाकर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है। श्री अरोरा के कांग्रेस में जाने से जहां कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी, वहीं भाजपा के लिए राह कठिन भी हो जाएगी। वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा ने अपनी राजनीति की शुरूआत कांग्रेस पार्टी से की थी। वे लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। इस दौरान यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी बने। संगठन में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वे वर्ष 1999 से 2004 तक जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रहे। हालांकि उन्होंने वर्ष 2003 में भाजपा का दामन थाम लिया था और तभी से वे भाजपा के एक सच्चेे सेवक के तौर पर पार्टी, संगठन में काम कर रहे थे। उनकी धर्मपत्नी अमीता अरोरा भी नगर पालिका परिषद सीहोेर की अध्यक्ष रहीं हैं। उनके कार्यकाल में भी नगर को कई सौगातेें मिली। कद्दावर नेता जसपाल सिंह अरोरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान के काफी करीबी भी रहे हैं और उन्हीं के कहने पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा था, तब से ही वे शिवराज सिंह चौहान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी में काम कर रहे थे। सीहोर विधानसभा क्षेत्र में उनका खासा वर्चस्व भी है और वे इस बार भाजपा से टिकट के प्रबल दावेेदार भी थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। अब वे कांग्रेस पार्टी के साथ में चुनाव की कमान संभालेंगे।