सुमित शर्मा, सीहोर
कांग्रेस आलाकमान ने मध्यप्रदेश की बागडोर युवा हाथों में सौंपकर कांग्रेस को फिर से खड़ा करने का रास्ता साफ कर दिया है। मध्यप्रदेश सहित राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पराजय के बाद हुए इस निर्णय से जहां कांग्रेस का कार्यकर्ता प्रसन्न है तो वहीं मध्यप्रदेश की जनता ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है और इसका असर भी आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश की राजनीति में देखने को मिलेगा। कांग्रेस आलाकमान के इस निर्णय का सबसे ज्यादा असर सीहोर जिले में सैय्या पर लेटी कांग्रेस को मिलेगा। अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यहां पर ऑक्सीजन मिलेगी और कांग्रेस फिर से जिंदा होगी। प्रदेश नेतृत्व जीतू पटवारी, उमंग सिंघार जैसे युवा हाथों में सौंपने के बाद अब उम्मीद लगाई जा रही है कि सीहोर जिले में भी वयोवृद्ध कांग्रेस नेताओं को घर बैठाकर युवाओं को कमान सौंपी जाएगी।
सीहोर जिले में युवा नेताओं की लंबी फेहरिस्त-
सीहोर जिले में कांग्रेस के पास युवा नेतृत्व की कोई कमी नहीं है, लेकिन अब तक इन युवाओं को परखने वाला जोहरी नहीं मिला। सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विक्रम मस्ताल शर्मा हनुमानजी, अर्जुन शर्मा निक्की, विपुल यादव, कमलेश पटेल, राजा यादव जैसे उर्जावान युवा चेहरे हैं तो वहीं इछावर विधानसभा से शैलेंद्र पटेल, मेघा परमार जैसे जाने-पहचाने युवा नेता भी हैं। सीहोर में शशांक सक्सेना, राजीव गुजराती, राजू राजपूत, मनोज परमार जैसे युवा चेहरे हैं तो वहीं रमेश सक्सेना, जसपाल सिंह अरोरा जैसे अनुभवी नेता भी हैं।