सीहोर जिले का बहुचर्चित 2 करोड़ का क्षतिपूर्ति राशि घोटाला विधानसभा में गूंजा

- भाजपा विधायक इंजीनियर प्रदीप लारिया ने ध्यानाकर्षण में उठाया मुद्दा, अधिकारियों पर लगाया मनमानी का आरोप

सीहोेर। सीहोर जिले की इछावर, रेहटी सहित कई अन्य तहसीलों में वर्ष 2017 से वर्ष 2021 तक हुए क्षतिपूर्ति राशि घोटाले की गंूज विधानसभा में भी सुनाई दी। भाजपा विधायक इंजीनियर प्रदीप लारिया ने ध्यानाकर्षण के दौरान इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाया एवं सदन का ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सीहोर जिले की इछावर, रेहटी सहित कई अन्य तहसीलों में क्षतिपूर्ति राशि में राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियोें द्वारा दो करोेड़ रूपए का घोटाला किया गया है तो वहीं दूसरी तरफ सीहोर तहसील के चंदेरी, भगवानपुरा सहित कई अन्य गांवों में किसानों की खराब हुई गेहूं की फसल का मुआवजा आज तक नहीं दिया गया है। भाजपा विधायक इंजीनियर प्रदीप लारिया ने सदन को अवगत कराया कि राजस्व अधिकारियोें-कर्मचारियोें की मिलीभगत से सीहोर जिले में दो करोेड़ रूपए का घोटाला किया गया है तो वहीं सीहोर तहसील के ग्राम चंदेरी, भगवानपुरा के किसानोें की अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, आंधी, तूफान एवं बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। किसानों ने नष्ट हुई फसलों की मुआवजा राशि देने के लिए कलेक्टर एवं सीहोर तहसीलदार को दिनांक 16 मार्च 2023 एवं 24 मार्च 2023 को आवेदन देकर खराब हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की। साथ ही उनकी फसलों का सर्वेे कराने का आग्रह भी किया।
गलत तरीके से कर दी सीएम हेल्पलाइन बंद-
भाजपा विधायक इंजीनियर प्रदीप लारिया ने ध्यानाकर्षण के दौरान सदन को बताया कि किसान अंचल सिंह, धनराज, गुलाब सिंह, नारायण सिंह, बहादुर सिंह, राहुल, राधेश्याम सहित अन्य किसानों ने गेहूं की खराब हुई फसल की शिकायत सीएम हेल्पलाइन एवं जनसुनवाई में भी की। अधिकारियोें ने गलत जानकारी भरकर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत बंद करा दी एवं जनसुनवाई में भी उनकी सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने बताया कि एक तरफ तो क्षतिपूर्ति राशि में दो करोड़ का घोटाला किया गया है तो वहीं दूसरी तरफ किसानों को मुआवजा राशि ही नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि किसानों ने गेहूं की फसल लगाई थी, लेकिन पटवारियों ने उनके खसरे में प्याज, लहसून चढ़ा दी। इसके कारण किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
इछावर में हो गई कार्रवाई, रेहटी की चल रही जांच-
यहां बता देें कि जिले में वर्ष 2017 से 2021 के मध्य हुए फसल क्षतिपूर्ति राशि घोटाले की गड़बड़ी को महालेखाकार द्वारा पकड़ा गया। इसके बाद जब इसकी जांच कराई गई तोे कई खामियां सामनेे आई। इछावर में पटवारी गौरव गुप्ता, नाजिर सुशील, कम्प्यूूटर ऑपरेटर प्रदीप बंटी चौरसिया ने 63 लाख 58 हजार 894 रूपए की गड़बड़ी की। कम्प्यूटर ऑपरेेटर प्रदीप बंटी चौरसिया ने अपनी पत्नी दीप्ति चौरसिया के खाते में यह राशि ट्रांसफर की। इस दौरान इस खातेे से 171 ट्रांसजेक्शन भी हुए। सीहोेर जिले में यह घोटाला करीब 2 करोेड़ रूपए का बताया जा रहा है। इस घोटाले की जांच रेहटी तहसील तक भी पहुंची है और यहां पर अभी इसकी जांच चल रही है।