
सीहोर। लटेरी में वनकर्मी द्वारा आत्मरक्षा के लिए चलाई गई गोली से वन माफिया को गोली लगने की घटना की आंच अब सीहोर में भी दिखाई देने लगी है। इस घटना में एक आदिवासी वन माफिया को गोली लग गई थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। अब सीहोर जिले में मध्य प्रदेश वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण कर्मचारी संघ के प्रांतीय आवाहन पर वन कर्मचारियों ने प्रांतीय उपाध्यक्ष कमलेश दोहरे एवं जिला अध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में बंदूकें जमा की मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है। इस दौरान कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि जब तक सरकार लटेरी के कर्मचारियों को न्याय और कर्मचारियों को पुलिस के समान अधिकार नहीं देती, तब तक बंदूकें जमा रहेंगी। विदिशा जिले में ड्यूटी के दौरान वन कर्मचारियों को जंगल में माफियाओं ने घेर लिया था, जिसमें कर्मचारियों ने अपनी आत्मरक्षा के लिए गोली चलाई, जिसमें एक माफिया की गोली लगने से मौत हो गई। यहां बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार का स्पष्ट आदेश है कि शासकीय कर्मचारियों द्वारा कर्तव्य के दौरान की गई कार्रवाई में अगर कोई आरोपी हताहत होता है तो बिना न्यायिक मजिस्ट्रेट जांच के एफआईआर नहीं होनी चाहिए, लेकिन पुलिस में डिप्टी रेंजर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली। अब कर्मचारियों की मांग है कि इसकी न्यायिक जांच हो और कर्मचारी को न्याय मिले। ज्ञापन सौंपने वालों में मुकेश ठाकुर, दीपक बेदी, चंदर सिंह भिलाला, दिनेश चिंचोलया, रामदास सोलंकी, देवीसिंह भाबर, अनिमेश भगोरिया, अशोक चौहान भूपेंद्र सिंह, चेतन आर्य, विक्रांत चौधरी, विनय, आशीष वर्मा, चंद्र सिंह जलोदिया, फैजल बर्नी, अमर सिंह रावत, जय सक्सेना, बीडी मिश्रा, बृजेश राठौर, दीपेश राठौर, तेज सिंह, विजय वर्मा, शोएब खान, विकास, अर्जुन वर्मा, सुनील दत्त शर्मा, मनोज कुमार, अमित त्यागी, बेनी त्यागी राजेंद्र मालवीय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।