Sehore : आष्टा कृषि उपज मंडी में किसान के साथ धोखाधड़ी

आष्टा। सीहोर जिले की कृषि उपज मंडी आष्टा में लगभग 12 बजे किसान और व्यापारी आमने-सामने हो गए। यहां पर अमलाहा निवासी किसान पंकज जैन ने अपनी उपज बेचने अपना ट्रेक्टर सलोनी ट्रेडर्स पर लगाया। यहां हम्मालों द्वारा किसान की उपज तोलना शुरू किया गया। तौल शुरू होने पर किसान पंकज जैन ने हिम्मालोें से कहा कि बिना तुलावटी के तोल शुरू क्यों कर दिया तो हिम्मालों ने कहा कि तुलावटी को आने में देर लगेगी। इस पर किसान को शक हुआ और उसने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। किसान ने कहा कि इस कट्टे पर बाट रखकर तोलो, जब 20 किलो का बाट काटे पर रखा गया तो कट्टे में 20 किलो की जगह 150 ग्राम कम वजन निकला। यह धांधली होते ही किसान पंकज जैन ने हंगामा मचा दिया। हंगामा होता देख आसपास उपस्थित किसान भी वहां पर आ गए। भीड़ देख मंडी व्यापारी समिति अध्यक्ष उपेश राठौर भी पहुंचे, जिनके सामने वापस कांटा कराया गया तो कांटे की गड़बड़ी साफ जाहिर हो गई। समिति अध्यक्ष ने भी गड़बड़ी होना स्वीकार किया। इस बीच किसान की शिकायत पर एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेकर पटवारी वीरेन्द्र सिंह को मौके पर भेज कर पंचनामा तैयार करने के निर्देश दिए, वही मंडी सचिव राजेश साकेत ने भी मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाकर कांटे को जप्त किया। शाम को नापतौल विभाग द्वारा कांटे की जांच में गड़बड़ी होने की पुष्टि भी कर दी गई।
दूर-दूर से आते हैं किसान-
आष्टा कृषि उपज मंडी प्रदेश में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। अनेकों तहसीलों से यहां कृषक अपनी उपज लेकर आते हैं। अच्छे भाव और नगद भुगतान की वजह से कृषक लगातार आष्टा मंडी में हर फसल लेकर आते हैं, किंतु कृषि उपज मंडी की छवि खराब करने में भी कुछ व्यापारी लगे हुए हैं। जो अपने स्वार्थ के चलते कृषकों के साथ धोखाधड़ी कर उनकी उपज को कांटे में गड़बड़ी कर किसानों के साथ छलावा करते हैं। मंडी में उपस्थित किसानों ने बताया कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कांटे में गड़बड़ी व व्यापारियों द्वारा बोरे गायब करने के मामले हो चुके हैं। हालांकि कई मामले आपसी समझाइश व मंदिरों में कसम खिलाकर शांत कर दिए गए। इस मामले में नापतौल विभाग की कमी भी साफ उजागर दिखाई दे रही है। बड़ा सवाल है कि यदि समय पर कांटों की जांच होती है तो फिर कांटों में गड़बड़ी की शिकायत क्यों मिल रही हैं?