
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में भर गर्मी में तेज हवा, आंधी, बारिश के साथ ओले भी गिरे। सीहोर जिला मुख्यालय के करीबी गांव सेवनिया में तो ओलों की परत जम गई। सीहोर नगर में कई जगह जलभराव हुआ तो वहीं समीपस्थ कुबेरेश्वर धाम पर बनी अस्थाई दुकानों के तंबू पूरी तरह उड़ गए। जिले की रेहटी, नसरूल्लागंज, इछावर, आष्टा सहित अन्य तहसीलों में भी बारिश हुई। मौसम विभाग ने पिछले दो दिनों में जिले में 14.1 मिमी वर्षा दर्ज की है एवं अगले 12 घंटे बारिश से सचेत रहने की सलाह भी दी है। इधर किसानों की मूंग सहित खेतों में लगी सब्जियों पर रोगों की संभावना जताई गई है। कृषि वैज्ञानिकों ने विभिन्न कीटनाशकों के छिड़काव की सलाह दी है।
इसलिए बनी ये स्थिति-
ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र सीहोर के वैज्ञानिक एसएस तोमर ने बताया कि प्री मानसून के समय मार्च से मई में लंबी अवधि चलने वाला ये पहला सिस्टम है, जो कि 10 दिन चलेगा। आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ का दो से तीन दिन ही असर रहता है। श्री तोमर ने बताया कि आगामी दो हफ्ते तक लू नहीं चलेगी। दिन के तापमान 40 से कम और रात का तापमान 20 से 24 डिग्री के बीच रहेगा। इस अंतराल में बादल छाए रहने के साथ तेज आंधी चलने व हल्की बारिश व कहीं ओलावृष्टि के आसार बन रहे हैं।
सुबह 4 बजे से शुरू हुई बारिश, देर शाम तक रही जारी-
बिजली गुल होने से 400 गांव की बिजली सप्लाई बाधित-
जिले में 400 गांवों सहित नगरों की बिजली सप्लाई बाधित रही। बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक बीती रात जिले में 400 गांवों की बिजली प्रभावित हुई थी। कहीं तार टूटने तो कहीं इंसुलेटर फटने के कारण बिजली गुल हुई थी। इनमें सुधार किए जाते रहे और बिजली सप्लाई चालू की जाती रही।