
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में हो रही बारिश अब किसानों के लिए आफत बन गई है। पिछले तीन दिनों से लगातार जारी बारिश के कारण अब किसानों को नुकसान होने लगा है। रविवार को भी बारिश के साथ कई गांवों में ओले भी गिरे। इछावर विधानसभा की ग्राम पंचायत हीरापुर के गांव रलावती में प्याज बराबर के बड़े-बड़े ओले गिरे। इसके कारण खेतों में लगी प्याज की फसल पूरी तरह जमीन में घूस गई। ग्रामीणों के मकानों के कबेले बुरी तरह फूट गए। किसानों ने पानी देने के लिए खेतों में पाईप लाइन लगाकर रखी है। बड़े-बड़े ओलों ने किसानों के पाईपों को भी तोड़ डाला। धनिया सहित अन्य सब्जी की फसल भी पूरी तरह चौपट हो गई। अब किसान चिंतित है कि वह क्या करे और कैसे इस समस्या से निपटे।
सीहोर जिले में इस समय मौसम पूरी तरह सक्रिय है। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र सीहोर के वैज्ञानिक एसएस तोमर ने बताया कि प्री मानसून के समय मार्च से मई में लंबी अवधि चलने वाला ये पहला सिस्टम है, जो कि 10 दिन चलेगा। आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ का दो से तीन दिन ही असर रहता है। श्री तोमर ने बताया कि आगामी दो हफ्ते तक लू नहीं चलेगी। तीन मई तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
अब मूंग की फसल को भी नुकसान-
सीहोर जिले में एक अनुमान के मुताबिक 70 हजार से अधिक हेक्टेयर में किसानों ने मूंग की फसल लगाई है। मूंग की फसल के लिए शुरूआत में गिरा पानी तो फायदेमंद था, लेकिन अब यदि बारिश होती है तो मूंग की फसलों को भी नुकसान है। यदि इसी तरह बारिश एक-दो दिन और हो गई तो निश्चित रूप से किसानों की चिंता बढ़ जाएगी। मूंग को पर्याप्त मात्रा से अधिक पानी मिल गया है, ऐसे में फसल को भी अब नुकसान होने लगेगा। कृषि विभाग के एडीए अनिल जाट बताते हैं कि अब तक तो मूंग की फसल के लिए पानी लाभदायक रहा है, लेकिन अब बारिश नहीं होना चाहिए। यदि लगातार बारिश हुई तो मूंग की फसलों को भी नुकसान होगा।
सीहोर जिले में दर्ज हुई औसत 13 मिमी बारिश-
मौसम विभाग द्वारा सीहोर जिले में औसत वर्षा 13 मिमी दर्ज की गई है। इसमें सबसे ज्यादा बारिश इछावर ब्लॉक में दर्ज की गई है। यहां पर 25 मिमी बारिश हुई है। इसी तरह सीहोर में 2 मिमी, श्यामपुर में 2 मिमी, आष्टा में 22 मिमी, जावर में 3 मिमी, भैरूंदा में 24 मिली, बुदनी में 4.2 मिली एवं रेहटी में 22.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
कई धार्मिक कार्यक्रमों पर फिरा पानी-
सीहोर जिले में इस समय कई धार्मिक आयोजन हो रहे हैं तो वहीं आगामी दिनों में भी कई बड़े आयोजनों की तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में लगातार बारिश ने इन बड़े आयोजनों पर पानी फेर दिया है। आयोजनों की तैयारियों को लेकर लगाए गए टेंट, तंबू भी पूरी तरह उड़ गए। आयोजन स्थलों पर पानी भरा गया। 2 मई से रेहटी तहसील के जुगला टापू के निकट श्रीराम कथा एवं यज्ञ का आयोजन भी होना है। जुगला टापू बीच नर्मदा में स्थित है, इसलिए अब इस कार्यक्रम पर भी संशय बना हुआ है। इस आयोजन में पहले बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के आने का भी कार्यक्रम तय हुआ था, लेकिन बारिश के कारण फिलहाल उनका कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।
इन्होंने बताई आपबीती-
इछावर विधानसभा की ग्राम पंचायत हीरापुर के गांव रलावती के किसान अजब सिंह मेवाड़ा ने बताया कि उनके घर पर देशी कबेलू रखे हुए थे, जो पूरी तरह फूट गए। खेतों में प्याज, लहसून था तो वहीं घर में रखा गेहूं भी पूरी तरह खराब हो गया। कबेलू टूटने से पूरा पानी घर में ही घुस गया। किसान अंकित मेवाड़ा ने बताया प्याज बराबर ओले गिरने से उनके खेतों में लगी प्याज, लहसून की फसल अंदर धस गई। प्याज फूट गए। खेतों में बिछी पाईप लाइन के पाईप भी बुरी तरह टूट गए एवं खेत के टप्पर में रखा भूसा भी पानी में भी गया। उन्होंने खेत में धनिया एवं सब्जी भी लगा रखी थी वह भी ओलों के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई। किसानों ने कहा कि ओलावृष्टि की सूचना तत्काल राजस्व अधिकारी, पटवारी एवं ग्राम पंचायत के सरपंच को दी गई, लेकिन कोई भी हमारी सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा। हालांकि बाद में ग्राम पंचायत हीरापुर के सरपंच घनश्याम जांगड़े ने गांव में पहुंचकर स्थितियां देखीं। उन्होंने बताया कि ओले, बारिश से किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। उनके घर के कबेलू, फसलें भी नष्ट हो गई। हमने इसकी सूचना पटवारी एवं राजस्व अधिकारियों को दे दी है।
ये बोले जनप्रतिनिधि, विधायक-
ओलावृष्टि को लेकर इछावर विधानसभा के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने सरकार एवं अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपने आपको किसान पुत्र कहते हैं, लेकिन पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश एवं ओलों के कारण इछावर विधानसभा के गांवों में सबसे ज्यादा नुकसान है। यहां पर किसानों की प्याज, लहसून एवं सब्जी की फसल ओलों के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई है। अधिकारी एसी कमरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और भाजपा नेता, कार्यकर्ता पैसा कमाने में लगे हुए हैं। उन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। इछावर विधायक करण सिंह वर्मा ने कहा कि रलावती गांव सहित अन्य गांवों में ओलों के कारण किसानों की प्याज, लहसून की फसलें खराब हुई है। अधिकारियों से कहा गया है कि वे गांवों में जाकर नुकसान का आंकलन करें। हमारे कार्यकर्ताओं को भी गांवों में भेजा गया है।