
सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. के कुशल मार्गदर्शन एवं जिले के अधिकारियों के गंभीर प्रयासों का नतीजा है कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिला प्रदेश में दूसरे पायदान पर है। सीएम हेल्पलाइन की 21 अप्रैल 2025 को जारी प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में सीहोर जिला ग्रुप-ए में दूसरे नंबर पर आया है। सीएम हेल्पलाइन रैंकिंग के अनुसार सीहोर जिले में मार्च-अप्रैल में कुल 6088 शिकायतों का 87.29 वेटेज स्कोर, ’ए’ रेटिंग के साथ निराकरण किया गया, जबकि सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में प्रथम स्थान पर रायसेन तथा तीसरे स्थान पर कटनी रहा। इस माह जारी रैंकिंग में खास बात यह है कि जिला पंचायत सीहोर पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर आया है।
सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिले का उच्च वेटेज स्कोर के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर आने का मुख्य कारण यह है कि सभी विभागों के जिला अधिकारियों द्वारा आमजन की शिकायतों का संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर बालागुरू के ने कहा कि सभी शासकीय सेवकों का हमेशा यह प्रयास होना चाहिए कि लोगों की शिकायतों और समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण कर उन्हें राहत दी जाए। सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के साथ ही अन्य शिकायतों के निराकरण में आने वाली कठिनाई को दूर करने तथा समय सीमा में निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को जिला स्तर पर मार्गदर्शन दिया जाता है। जिला अधिकारियों के साथ ही मैदानी अमला भी शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर त्वरित निराकरण के लिए पूरी गंभीरता और तत्परता से कार्य कर रहे हैं। उचित मार्गदर्शन से शिकायत उच्च स्तर पर जाने के पूर्व ही फर्स्ट लेवल में ही निराकरण किया जा रहा है।
शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण –
कलेक्टर बालागुरू के द्वारा सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों व समस्याओं का केवल निराकरण ही नही करना है, बल्कि निराकरण संतुष्टिपूर्ण हो, इसका हमेशा प्रयास किया जाए। इसके लिए जरूरी है समस्या के निराकरण होने तक शिकायतकर्ता से सतत संपर्क एवं संवाद बनाए रखा जाए। कलेक्टर बालगुरू के द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के त्वरित और संतुष्टिपूर्ण निराकरण की प्रतिदिन नियमित रूप से सभी विभागों की सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की गहन समीक्षा की जाती है। इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाली समय सीमा बैठक में भी सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की गहन समीक्षा की जाती है। जिला स्तर पर समीक्षा के साथ ही अनुभाग और जनपद स्तर पर भी समीक्षा की जाती है तथा संबंधित विभागों के जिला अधिकारी भी इसकी नियमित समीक्षा और निराकरण के लिए कार्य करते हैं। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और ग्रामीण अमले द्वारा शिकायतकर्ता से सतत संवाद कायम रखा जाता है। यदि शिकायतों और समस्याओं के निराकरण में कठिनाई आती है तो शिकायतकर्ता से उनके घर जाकर भी सम्पर्क किया जाता है और उन्हें उस शिकायत के संबंध में वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाता है।
जनसुनवाई में भी खुद कलेक्टर सुनते हैं शिकायतें –
प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में भी खुद कलेक्टर बालागुरू के शिकायतें सुनते हैं एवं उनके त्वरित निराकरण के निर्देश भी देते हैं। यही कारण है कि अब जनसुनवाई में बड़ी संख्या में लोग शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। जिला मुख्यालय में कलेक्टर कार्यालय सहित पंचायतों तक में प्रत्येक मंगलवार को जनसुनवाई होती है। कलेक्टर ने सभी को निर्देश दिए हैं कि वे मंगलवार को अपने-अपने कार्यालयों, पंचायतों में बैठकर जनसुनवाई में आने वाले आवेदनों को देखें और उनके त्वरित निराकरण भी करें।