सीहोर : मांगी पूरी कराने के लिए कोटवारों ने गाई मामा आरती

अपनी मांगों को लेकर कोटवार-चौकीदार कर रहे हैं हड़ताल

सीहोर। कोटवारों ने गुरुवार को टाउन हॉल स्थित धरना स्थल पर सद्बुद्धि हवन यज्ञ किया। कोटवारों ने हवन में एक हजार आहुतियां देकर सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना भगवान से की।
कोटवारों द्वारा नदी चौराहा स्थित गायत्री शक्ति पीठ संस्थान से हवन सामग्री खरीदी गई, जिसके बाद आम की लकड़ी और घी की व्यवस्था भी कोटवारों के द्वारा की गई।
कोटवारों ने सरकार का नाम लेकर सरकारी कर्मचारी घोषित करने, वेतन में बढ़ोतरी किए जाने, बुजुर्गों को अंग्रेजी शासन काल में दी गई भूमि का मालिकाना हक प्रदान करने और सभी सरकारी योजनाओं के लिए ग्राम चौकीदार को पात्र घोषित करने, नीली वर्दी को खाकी वर्दी में परिवर्तित करने सहित अन्य मांग मंत्रों के साथ उल्लेखित करते हुए अग्नि देवता को पूजन सामग्री अर्पित की गई। कोटवारों ने भगवान श्रीगणेश की वंदना करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश का राजा घोषित करते हुए उनके नाम को सम्मिलित कर यज्ञ के समक्ष आरती भी की। आरती के उपरांत सामूहिक रूप से यज्ञ में मध्य प्रदेश सरकार की सद्बुद्धि के लिए आहुतियां दी गई।
मध्य प्रदेश ग्राम रक्षक कोटवार चौकीदार संघ के जिला अध्यक्ष छगनलाल मालवीय ने कहा कि हम बीते 10 मार्च से मुख्यमंत्री के गृह जिले में धरना-प्रदर्शन, आंदोलन कर रहे हैं। काम बंद हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन अब तक प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी हमारे बीच नहीं पहुंचा है। सरकार की तरफ से भी किसी भी प्रकार का कोई भी संदेश हमें नहीं मिला है, जिसके चलते जिले के 1046 कोटवारों में सरकार के रवैए के चलते आक्रोश बना हुआ है। कोटवार लंबे समय से सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी घोषित करने वेतन वृद्धि करने और सेवा भूमि का मालिकाना हक देने सहित अन्य मांगे कर रहे हैं।
श्री मालवीय ने कहा कि कोटवारों को मात्र 400 रुपए माह वेतन मिल रहा है। बढ़ती महंगाई में यह नाकाफी है। इससे अधिक मजदूरों को मजदूरी मिल रही है। 13 रुपए रोजाना में परिवार का पालन पोषण करना भी काफी मुश्किल हो गया है। सरकार ने सेवा भूमि की पुस्तिका जरूर उपलब्ध कराई है, लेकिन भूमिका मालिक नहीं बनाया है। इससे किसी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना से भी कोटवार को अपात्र घोषित कर रखा है। इस प्रकार की ओर भी योजनाएं हैं, जिनका लाभ कोटवारों को नहीं मिलता है। सद्बुद्धि यज्ञ में बड़ी संख्या में कोटवार ग्राम चौकीदार सम्मिलित रहे।