
सीहोर। मध्यप्रदेश स्थाई कर्मी कल्याण संघ द्वारा सोमवार को रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। संघ के जिलाध्यक्ष गजराज सिंह गेहलोत ने बताया कि विगत 30-35 वर्ष से कार्यरत स्थाई कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी जायज व न्यायोचित मांगों को लेकर शासन से मांग कर रहे हैं। वर्ष 2016 में भी कर्मचारी हित में निर्देश जारी किया गया, लेकिन 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी कर्मचारी अपनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहे हैं। समस्त विभागों के स्थाई कर्मियों को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 2016 में जारी निर्देशानुसार चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर नियमित किया जाना था। स्थाई कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जानी थी, स्थाई कर्मियों को नियमित कर्मचारियों के समान चिकित्सा अवकाश, अर्जित अवकाश जैसे अन्य समस्त सुविधाएं प्रदान की जानी थी, समस्त विभागों के स्थाई कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाना था, विनियमित शब्द को विलोपित कर स्थाई कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारियों के समान सातवां वेतनमान दिया जाना, पुरानी पेंशन बहाली, नई भर्ती पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाकर स्थाई कर्मियों को रिक्त पदों पर नियमित करना, विभाग में लगभग 10 वर्ष से मौखिक निर्देश अथवा आउट सोर्सिंग के रूप में कार्य कर रहे कम्प्यूटर ऑपरेटरों को प्राथमिकता के आधार पर संविदा नियुक्ति देना, नगर निगम, नगर पालिका में स्थाई कर्मचारियोें को नियमित करना एवं राज्य शासन के नियमित कर्मचारियों की तरह सुविधा देना सहित कई अन्य मांगें थीं, लेकिन अब तक इन्हें पूरा नहीं किया गया। ज्ञापन सौंपने वालों में संघ के जिलाध्यक्ष गजराज सिंह गेहलोत, केवलराम सोनिया, अशोक सोनी, हरिप्रसाद राठौर, विष्णु प्रसाद कुशवाह, प्रदीप मालवीय, स्वदेश विश्वकर्मा, मुकेश यादव, शशिकांत व्यास, रानी कहार, विमला, ममता मालवीय, संगीता नागले, रेखा खेर, सुंदरलाल राठौर, संतोष यादव, भगवान सिंह यादव, मुकेश, सूरजचंद लोधी, ओमप्रकाश सोनी, गुलाब सिंह मेवाड़ा, राजभान कुशवाह, रामसिंह इंदौरिया, शेष नारायण शर्मा, मदनसिंह, सूरज सिंह, लक्ष्मण सिंह, मेहरबान सिंह मेवाड़ा, सुभाष, लखनलाल सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।