Sehore News : कांग्रेस की दिख रही सक्रियता, लेकिन नहीं बन रही ’एकता’
सीहोर में कांग्रेस के युवा नेता शशांक सक्सेना, पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल, किसान नेता रघुवीर सिंह दांगी ने तो वहीं इछावर मेें किया मेघा परमार ने प्रदर्शन
Sumit Sharma
सीहोर। चुनावी वर्ष में कांग्रेस की सक्रियता तो नजर आ रही है, लेकिन नेताओं में एकता का अभाव भी दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस ने सीहोर जिले में एक ही दिन में प्रदर्शन करके अधिकारियोें को ज्ञापन तो कई सौंप दिए, लेकिन नेताओें ने अलग-अलग प्रदर्शन करके अधिकारियों को ये ज्ञापन सौंपे। सीहोर जिले में किसानोें के मुद्दे कोे लेकर जहां इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा तो उससे पहले जंगी प्रदर्शन भी किया। किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह दांगी ने भी किसानोें के साथ जाकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत सदस्य शशांक सक्सेना ने भी शक्ति प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर कार्यालय में हजारों किसानों के साथ पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। इधर इछावर में कांग्रेस नेत्री मेघा परमार ने किसानोें को मुआवजा दिलाने केे लिए राज्यपाल केे नाम ज्ञापन सौंपा है। इधर जिला कांग्रेस सचिव पंकज शर्मा ने भी ज्ञापन सौंपकर मेडिकल कॉलेज बुधनी की जगह सीहोेर में खोलने की मांग की है।
शशांक सक्सेना के नेतृत्व में निकली किसान अधिकार वाहन रैली- बारिश न होने के कारण क्षेत्र में सूखे के हालात हैं। ऐसे में किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। बुधवार को किसानों की समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेता शशांक सक्सेना के नेतृत्व में नगर में किसान अधिकार वाहन रैली निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे। रैली नगर के बाल विहार मैदान से प्रारंभ होकर कलेक्टेट पहुंची, जहां कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। जमकर नारेबाजी करते हुए मुआवजे की मांग उठाई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्ट्रेट में संयुक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। कांग्रेस नेता शशांक सक्सेना ने कहा कि बारिश न होने के कारण खरीफ फसलें प्रभावित हुई हैं। खास तौर से सोयाबीन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। किसान समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को सूखे से बर्बाद हुई फसलों के लिए 40 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा राशि दी जानी चाहिए। वहीं उन्हें बीमा राशि जल्द से उपलब्ध कराई जाए। किसानों के हक अधिकारों की लड़ाई कांग्रेस लड़ती आई है। आज जब किसान परेशान है फसलें सूख रही है तो भाजपा प्रदेशभर में यात्राएं निकाल रही हैं। भाजपा किसान हितैषी बनने का दिखावा करती है, जबकि हकीकत यह है कि भाजपा के राज में किसान परेशान है। महंगी बिजली, बीज, कीटनाशक है हालत यह हैं कि फसलों की लागत निकलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द यदि किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं सहित किसान भी मौजूद रहे। प्रदर्शन में मुख्य रूप से संगठन प्रभारी राजाराम बडे भाई, सत्यनारायण भाटी, जिला पंचायत सदस्य शशांक सक्सेना, नईम नबाव, राहुल यादव, अनस खान, विवेक राठौर, राजू राजपूत, जयंत शाह, मंशराम अहिरवार, सीताराम भारतीय, राजेन्द्र वर्मा, पवन राठौर, इरफान लाला, रेहान, प्रदीप सरकार, आशीष गेहलोत, हसीन कुरैशी, घनश्याम यादव, कपिल गौर, राहुल गौर, तुलसी राठौर, माखन परमार, अजय रेयकवार, नीतिन उपाध्याय, राहुल ठाकुर, देवेन्द्र चौधरी, जगदीश जाट, करण पटेल सहित बडी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे।
10 दिन में किसानों को खराब फसलों का मुआवजा नहीं तो किया जाएगा घेराव: शैलेंद्र पटेल बारिश नहीं होने से किसानों की फसल खराब हो रही है। कई किसान ऐसे है जिन्होंने बारिश नहीं होने के कारण फसलों की बोवनी नहीं की थी। वहीं बारिश की खेंच से किसानों की सोयाबीन की फसल मुरझा रही है। फसल अगर बर्बाद होती है तो किसान की जिंदगी और उसके बच्चों का भविष्य तबाह एवं बर्बाद होता है। किसानों को सरकार तत्काल 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दे। उक्त मांग सीहोर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में सैकड़ों किसानों के साथ फसलों के मुआवजे और बीमे के लिए पहुंचे कांग्रेस नेता और इछावर के पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने की है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सरकार थी, उस समय किसानों की चिंता का नाटक करते थे, लेकिन सीहोर आए तो एक भी किसान के खेत में नहीं गए। सीएम शिवराज की कथनी और करनी में अंतर है। मंगलवार को कांग्रेसजनों ने अपर कलेक्टर सतीश राय को ज्ञापन सौंपा है और चेतावनी दी है कि दस दिन के अंदर मुआवजा नहीं तो घेराव किया जाएगा। पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल ने बताया कि इस वर्ष बारिश नहीं होने से उमस और गर्मी के साथ किसानों की फसल चौपट हो रही है। किसानों की खराब हो रही फसलों का मुआवजा सहित उनकी अन्य मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान सभी ब्लाकों के कांग्रेस अध्यक्ष, जफरलाला, घनश्याम मीणा, बलवान पटेल, मनोज परमार, संतोष पटेल, रवि ठाकुर, ईश्वर सिंह, दशरथ परमार, बृजेश पटेल, आशीष गहलोत, मांगीलाल पटेल, सादिक, विनित तिवारी, महेन्द्र सिंह, मनोहर वर्मा, लखन पटेल, नवीन जाटव, महेश राठौर, कैलाश, राधेश्याम वर्मा, प्रदीप पटेल, अक्षय परमार, नरेन्द्र पटेल, रविन्द्र परिहार, गुलाब परमार, जितेन्द्र परमार, भोलालराम त्यागी, बीआर त्यागी, चंदर सिंह, विधुर त्यागी, संतोष काटकर, मोर सिंह, भुजमल बारेला, देवेन्द्र पटेल, हरि ओम, अर्जुन मेवाड़ा, विकास मेवाड़ा सहित सैकड़ों की संख्या में किसान और क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
अल्पवृष्टि के कारण बर्वाद फसलों का शीघ्र मिले उचित मुआवजा: रघुवीर दांगी किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह दांगी ने सीहोर जिले के ग्राम सेमरादांगी, राजुखेड़ी, मानपुरा, जाकाखेड़ी, डोबरा, छापरी, झागरिया, निपानियाकलाँ, नोनूखेड़ी, दुपाडिय़ा सहित सीहोर जिले के कई ग्रामों के किसानों ने हाथों में बर्वाद सोयाबीन लेकर नारे लगाकर रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि अल्प बरसात के कारण किसानों की सोयाबीन की फसल पुर्णतः बर्वाद हो गई है। इस आसमान छूती महंगाई में किसानों ने बैंकों एवं साहूकारों से कर्जा लेकर जैसे-तैसे सोयाबीन की बोनी की थी, लेकिन अल्प बारिश के कारण बर्वाद हुई सोयाबीन फसल को देख किसान खून के आंसू रो रहा है और किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है। ज्ञापन में मांग की गई है कि शीघ्र ही सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए और सीहोर जिले को शीघ्र ही सूखा ग्रस्त घोषित किया जाकर किसानों का कर्जा माफ किया जाए। किसानों की फसल का जिस भी कम्पनी ने बीमा किया है उससे बीमा दिलाया जाए। इस मौके पर बाबूलाल पटेल, राजेन्द्र मेवाड़ा, हेमसिंह, बनेसिंह, राजेन्द्र, उमेश सिंह, सत्यम, राकेश, नरेश, जगदीश, राजाराम जाटव, दिनेश, गोविन्द, मेहरवान, बलवानसिंह, नरहर सिंह, गजराज सिंह, मनोहर, कुलदीप दांगी, विक्रम दांगी, महेन्द्र दांगी, गजेन्द्र, महेन्द्र सिंह, भगवत सिंह, लोकेन्द्र, आनंद सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
किसानों के साथ कांग्रेस नेत्री मेघा परमार ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन – इछावर विधानसभा क्षेत्र के किसान और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इछावर एसडीएम कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इसमें बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता आजाद चौक से पैदल जुलूस के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां पर सहकारी नेता अभय मेहता, कांग्रेस नेत्री एवरेस्टर मेघा परमार ने किसानों को संबोधित किया और किसानों के हर दुख-दर्द और हक की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी के किसानों के पक्ष में खड़े रहने का भरोसा दिलाया। किसान अपनी सूखी हुई फसल लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में किसानों को कर्ज माफी, बीमा कंपनी से फसल बीमा दिलाने और सरकार द्वारा तत्काल सर्वे कराकर 40 हजार प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग की। ज्ञापन देने में मुख्य रूप से पूर्व मार्केटिंग अध्यक्ष रामनारायण परमार, ब्लॉक अध्यक्ष बलवान ठाकुर, अनिल राठी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष अनार सिंह, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष अनिश कुरेशी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य तुलसीराम पटेल, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, धर्म सिंह वर्मा , सुभाष मेवाड़ा, गजराज सिंह ठाकुर, संतोष गुप्ता, अजय खोकर, कमल सेन सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान उपस्थित रहे।
सीहोर से मेडिकल कॉलेज चला जाना स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नाकामी: पंकज शर्मा सीहोर जिला कांग्रेस महासचिव पंकज शर्मा ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति महोदया के नाम संबोधित ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर सतीश राय को सौंपा। ज्ञापन द्वारा मांग की गई कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों बुधनी में एक मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी है। यह मेडिकल कॉलेज सीहोर जिला मुख्यालय को मिलना था, लेकिन मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप और सीहोर के साथ उनके भेदभाव की वजह से यह मेडिकल कॉलेज बुधनी चला गया। प्रदेश में संभवतः यह पहला मामला है, जब मेडिकल कॉलेज जिला मुख्यालय पर ना खुलकर एक तहसील स्तर पर खोला जा रहा है। शिवराज सिंह जब से मुख्यमंत्री बने हैं सीहोर को लगातार उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है। सीहोर में कोई भी रोजगार और नए उद्योग-धंधे नहीं खोले जा रहे हैं और सब चीजें और सारा विकास केवल मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में हो रहा है। इसी कड़ी में जिला मुख्यालय को मिलने वाला मेडिकल कॉलेज भी बुधनी चला गया है, जबकि अब तक मेडिकल कॉलेज केवल जिला मुख्यालय को मिलते थे तथा जिला मुख्यालय के साथ संबंध होकर कार्य करते थे। पंकज शर्मा ने कहा कि यदि सीहोर को उसका हक देते हुए यहां मेडिकल कॉलेज स्थापित नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी पूरी विधानसभा में एक हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर सीहोर जिला मुख्यालय के हक की इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा। सीहोर के साथ ही सात अन्य जिलों सिंगरौली, श्योपुर, मंदसौर, मंडला, नीमच, राजगढ़ और सीधी में भी मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुए हैं। यह सभी मेडिकल कॉलेज जिला मुख्यालय पर जिला चिकित्सालय से संबद्ध होकर कार्य करेंगे। फिर सीहोर के साथ ऐसा भेदभाव क्यों? यह कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। ज्ञापन का वाचन अरुण मालवीय द्वारा किया गया। इस मौके पर पूर्व पार्षद प्रतिनिधि सतीश दरोठिया, राजेश रैकवाल, प्रशांत भैरवे, जय सिंह भारती, आमिर मंसूरी, दानिश सिद्दीकी, असलम खान, डॉक्टर नईम खान, लोकेंद्र तिवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।