
सीहोर। सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वाधान में विप्रजनों ने भगवान शंकर के अवतार आद्य गुरु शंकराचार्य का पूजन आरती वैदिक मंत्रोच्चार से कर आद्य गुरु शंकराचार्य की जयंती मंगलवार को मनाई। इस मौके पर सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दीपक शर्मा, महिला मंडल की अध्यक्ष नीलम शर्मा, चल समारोह के अध्यक्ष प्रवीण तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष सुदीप व्यास, युवा अध्यक्ष रुपेश तिवारी, महिला अध्यक्ष अनिता शर्मा, चल समारोह प्रभारी रमाकांत समाधिया, चल समारोह के संयोजक राजेन्द्र शर्मा कल्लू, राधेश्याम कालोनी की ओर से जितेन्द्र तिवारी आदि ने कार्यक्रम की शुरुआत की। मंत्रोच्चार में बड़ी संख्या में विप्रजन मुख्य रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम का आयोजन शहर के सोया चौपाल स्थित राधेश्याम विहार कालोनी में जिला संस्कार मंच के सहयोग से किया गया था।
इस मौके पर पंडित श्री समाधिया ने कहा कि शंकराचार्य जयंती मनाई गई है। इतिहास के पन्नों को पलटने से पता चलता है केरल के कालड़ी में ब्राह्मण परिवार में शंकराचार्य का जन्म हुआ था। सनातन शास्त्रों के अनुसार, आदि शंकराचार्य भगवान शंकर के अवतार हैं। इन्होंने सनातन धर्म के जीर्णोद्धार हेतु अथक प्रयास किए। अत: इन्हें धर्म प्रचारक भी कहा जाता है। आदि शंकराचार्य के अथक प्रयासों के चलते सनातन धर्म में नव चेतना जागृत हुई। सात वर्ष की आयु में सन्यास लेने वाले शंकराचार्य ने मात्र 2 वर्ष की आयु में सारे वेदों, उपनिषद, रामायण, महाभारत को कंठस्थ कर लिया था। बालक शंकर ने भी माता से आज्ञा लेकर वैराग्य का रास्ता अपनाया और सत्य की खोज में निकल गए। 7 वर्ष की उम्र में उन्होंने सन्यासी बनने का निश्चय कर लिया था। इस आयु में उन्हें वेदों का संपूर्ण ज्ञान हो गया था। कई वर्षों बाद जन्में शंकराचार्य को उनकी मां ने न केवल शिक्षा दी बल्कि जगद्गुरु बनने का मार्ग भी प्रशस्त किया। बारह वर्ष की आयु तक आते-आते वे शास्त्रों के ज्ञाता हो चुके थे। सोलह वर्ष की अवस्था में वे ब्रह्मसूत्र भाष्य सहित सौ से भी अधिक ग्रंथों की रचना कर चुके थे। इसी के साथ वे शिष्यों को भी शिक्षित करने लगे थे। इसी कारण उन्हें आदि गुरु शंकाराचार्य के रूप में भी प्रसिद्धि मिली। इस मौके पर कार्यक्रम के अंत में यहां पर मौजूद विप्रजनों ने आदि गुरु शंकराचार्य और ब्राह्मणजनों के आराध्य भगवान परशुराम के जयकारें लगाए। कार्यक्रम के पश्चात यहां पर उपस्थित विप्रजनों का जिला संस्कार मंच की ओर से जितेन्द्र तिवारी, राकेश शर्मा, मनोज दीक्षित मामा, सुभाष शर्मा, नितिन उपाध्याय, ओपी शर्मा, राकेश शर्मा, राजू शर्मा डेयरी वाले, आलोका शर्मा, शिव नारायण शास्त्री, नवनीत उपाध्याय, रजत व्यास, अभिनव शर्मा, आदित्य उपाध्याय, आरसी चंद्रवंशी, जितेन्द्र भावसार आदि ने किया।