
सीहोर। नगर निकाय चुनाव में तीसरे चरण में तीन नगर परिषदों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव संपन्न हुए। इसमें मुख्यमंत्री की विधानसभा क्षेत्र के नगर परिषद बुदनी और शाहगंज में निर्विरोध अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने गए, वहीं भाजपा विधायक रघुनाथ मालवीय के गृहनगर कोठरी नगर परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन में कांग्रेस ने अपनी नगर सरकार बनाई है। कोठरी में कांग्रेस की नगीना दलपति जीती विजयी होकर अध्यक्ष बनी है, वहीं प्रीति युवराज सिंह चंद्रवंशी उपाध्यक्ष चुनी गई हैं।
नगरीय निकाय चुनाव के दौरान शाहगंज नगर परिषद निर्विरोध चुनी गई थी। शनिवार को यहां पर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए चुनाव निर्वाचन की प्रक्रिया होना था, लेकिन सभी निर्विरोध पार्षदों ने सर्वसम्मति से निर्विरोध अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुन लिया और नगर सरकार बना ली। इसी तरह बुदनी में भी निर्विरोध अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को चुना गया। वहीं दोनों ही जगह पर कांग्रेस का सफाया पार्षद के चुनाव के दौरान ही हो गया था। दोनों ही नगर परिषद में भाजपा के ही पार्षद विजयी हुए थे। जिनके साथ वरिष्ठ भाजपा नेताओं व भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, सांसद रमाकांत भार्गव सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने रायशुमारी कर बैठकें आयोजित की। इसके बाद दोनों ही बुदनी और शाहगंज नगर परिषद में निर्विरोध अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को चुना गया। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने जाने के बाद नगर में जुलूस निकाला गया।
कोठरी में हुए चुनाव, विधायक नहीं बचा पाए गृहनगर की परिषद-
नगरीय निकाय चुनाव सम्पन्न होने के बाद शनिवार को कोठरी नगर परिषद में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के हुए चुनाव में बड़ा ही उलटफेर देखने को मिला। 2009 से नगर परिषद का गठन हुआ है। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार परिषद में रही है, लेकिन 2022 आते ही कांग्रेस ने अपना कब्जा जमा लिया है। कहने को यह विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय का गृहनगर है, लेकिन विधायक यहां अपनी ही पार्टी का नगर परिषद अध्यक्ष नहीं बना पाए। परिषद में कांग्रेस की नगीना राधेश्याम दलपति को कुल 15 में से 8 मत मिले और विजयी रही, जबकि भाजपा से प्रतिद्वंद्वी सीमा जितेंद्र आजाद 7 मत लाकर हार गई। उपाध्यक्ष के लिए भाजपा को 15 में से प्रीति युवराज चंद्रवंशी को 8 मत मिले। कोठरी में भाजपा की हुई हार से विधायक की तहसील ही नहीं पूरे जिले में बहुत ज्यादा किरकिरी हो रही है। चुनाव संपन्न होने के बाद जीते हुए प्रत्याशी को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस मौके पर पांच थानों की पुलिस ने मोर्चा संभाला था। चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए। इसमें एसडीएम आनंद राजावत, नायब तहसीलदार अतुल शर्मा, आष्टा थाना टीआई अनिल यादव, अमलाहा चौकी प्रभारी अवनीश मौर्य सहित पुलिस प्रशासन व राजस्व विभाग के अधिकारी व मुख्य नगरपालिका अधिकारी कैलाश कर्मा आदि मौजूद थे।
चुनाव से पहले ली भाजपा की सदस्यता-
कोठरी में अध्यक्ष को लेकर उस समय माहौल बदल गया, जब कांग्रेस की सीमा जितेंद्र आजाद ने भाजपा की सदस्यता ली और भाजपा ने भी नगर परिषद अध्यक्ष के लिए अधिग्रहित कर दिया। इसके बाद चुनाव में भाजपा की सदस्यता लेने के बावजूद सीमा जितेंद्र आजाद हार गईं। बता दें कि पूरे जिले में कोठरी नगर परिषद ही एकमात्र ऐसी है, जहां पर कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है। दरअसल अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव से पहले एक बड़ा उलटफेर हो गया। कोठरी के वार्ड क्रमांक 4 से विजय हुई कांग्रेस की पार्षद सीमा जीतेंद्र आजाद ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। भारतीय जनता पार्टी को सीमा के आने से एक बड़ी ताकत प्राप्त हुई है। कोठरी में 15 में से 8 पार्षद भाजपा के खेमे में रहे। कांग्रेस छोड़ भाजपा में आई सीमा आजाद का विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, जिला अध्यक्ष रवि मालवीय, धारासिंह पटेल, तोरण सिंह दांगी, रुपेश पटेल, युवराज सिंह सहित सभी पार्षदों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में आई सीमा जीतेंद्र आजाद का स्वागत किया। भाजपा खेमे में सीमा के आने से खुशी की लहर छा गई है।
विधायक की साख पड़ेगी फीकी-
कोठरी में भाजपा की हुई करारी हार से भाजपा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय की साख पर इसका सीधा असर पड़ेगा। इस मामले में भाजपा हाईकमान भी विधायक से जवाब तलब कर सकता है। वहीं आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी विधायक को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
बुदनी में कांग्रेस का सफाया-
बुदनी में नगरीय निकाय चुनाव में एक भी पार्षद कांग्रेस पार्टी का जीतकर परिषद में नहीं पहुंचा था। इसके चलते सभी भाजपा पार्षदों की जीत के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव संपन्न होने थे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद बुदनी नगर परिषद में वार्ड 4 पार्षद सुनीता अर्जुन मालवीय को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वहीं वार्ड 2 के सत्येंद्र शर्मा को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया।
निर्विरोध परिषद में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी निर्विरोध-
शाहगंज में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान सभी पार्षद निर्विरोध चुनकर परिषद में आए थे। इसके बाद सभी निर्विरोध पार्षदों की रायशुमारी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से अध्यक्ष के लिए सोनम भार्गव का नाम दिया गया। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए चंद्रप्रकाश पांडे को चुना गया। इसके बाद शनिवार को हुए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान शाहगंज नगर परिषद में अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध सोनम भार्गव ने अपना नामांकन दाखिल किया और निर्विरोध अध्यक्ष चुन ली गई। इसी तरह उपाध्यक्ष के लिए उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश पांडेय ने नामांकन दाखिल किया और निर्विरोध चुने गए।