
सीहोर। मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में अब गड़बड़ी करने वालों की खैर नहीं है। इसके लिए जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद नायक की भूमिका में नजर आ रहे हैं तो वहीं सीहोर जिला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर भी पूरी तरह एक्शन मोड में है। उन्होंने जिलेभर के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब कोई भी गड़बड़ी बर्दास्त नहीं की जाएगी। यदि कोई भी अधिकारी-कर्मचारी यदि कोई लापरवाही या गड़बड़ी करे तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। इसके उदाहरण भी देखने को मिले हैं। एक दिन पहले जहां बरखेड़ाहसन में पदस्थ गड़बड़ी करने वाले ग्राम रोजगार सहायक की सेवा समाप्त कर दी गई तो वहीं अब राशन दुकान संचालक एवं समिति प्रबंधक के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
राशन दुकान संचालक एवं समिति प्रबंधक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज-
आष्टा तहसील के ग्राम भंवरा में शासकीय उचित मूल्य दुकान के संचालक जगदीश प्रसाद परमार एवं समिति प्रबंधक नरेंद्र शर्मा के विरुद्ध दुकान में अनियमितता एवं गबन पाए जाने पर मध्यप्रदेश सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2015 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई। जिला आपूर्ति अधिकारी अधिकारी एसके तिवारी से प्राप्त जानकारी अनुसार शासकीय उचित मूल्य दुकान भंवरा में अनियमितता की शिकायत मिलने पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रेशमा भाबोर द्वारा दुकान की जांच की गई। जांच के दौरान राशन दुकान पर स्टॉक पंजी के संधारण, हितग्राहियों को दिए जाने वाले राशन तथा पीओएस मशीन में भी गड़बड़ी पाई गई। जांच के पश्चात राशन दुकान संचालक जगदीश प्रसाद परमार एवं समिति प्रबंधक नरेंद्र शर्मा के विरुद्ध आष्टा थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की गई।
बरखेड़ा हसन में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक की सेवा समाप्त-
एक ही फर्म से सामग्री और सेवाएं लेने एवं फर्म को अनाधिकृत भुगतान करने के लिए ग्राम पंचायत बरखेड़ा हसन के ग्राम रोजगार सहायक महेश लोधी की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार ग्राम रोजगार सहायक महेश लोधी की अनियमितता की शिकायत मिलने पर जांच कराई गई। जांच में दोषी पाए जाने एवं जारी नोटिस का संतोषजनक जबाव नहीं मिलने पर महेश लोधी की सेवा समाप्त की गई। महेश लोधी को वैशाली ट्रेडर्स अहमदपुर को पेवर ब्लाक लगाने, मुरम, जेसीबी, रोलर, तार फेंसिंग कार्य एवं कचरा गाड़ी आदि का एक करोड़ 30 लाख 68 हजार 145 रुपए का भुगतान अनाधिकृत रूप से किए जाने का दोषी पाया गया। साथ ही ग्राम में अनेक फर्म उपलब्ध होने पर भी महेश लोधी द्वारा अपने कार्यकाल में केवल वैशाली ट्रेडर्स अहमदपुर से ही सामग्री का क्रय किया गया।