सीहोर। सहकारिता विभाग के कर्मचारी नाराज है। उनका कहना है कि 20 से 30 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक प्रमोशन नहीं हो पाए हैं। जहां से भर्ती हुई उसी पद पर आज भी है। गत दिनों अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद से लगातार प्रदर्शन जारी है। अब सहकारिता कर्मचारी संघ ने ऐलान कर दिया है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे दो मई से सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे। मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के द्वारा आंदोलन करने वाले सहकारिता कर्मचारियों समर्थन किया।
ये हैं कर्मचारियों की मांग-
सहकारिता विभाग के कार्यपालन कर्मचारियों द्वारा वर्ष 2016 से लगातार विभाग को अपनी लंबित मांगों एवं वेतन विसंगति के संबंध में अवगत कराया गया था, परन्तु उक्त मांगें 5-7 वर्षों में भी स्वीकार नहीं हो पाई है। इन मांगों में प्रमुख मांगें निम्नानुसार हैं, जिसमें सहकारी निरीक्षक एवं वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक का वेतनमान एक समान होने तथा वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक के पद को अंकेक्षण अधिकारी के पद में सविलियन हेतु ज्ञापन शासन को विभाग के माध्यम से प्रेषित किया गया था। हमारी ज्ञात जानकारी अनुसार सहकारिता विभाग व्दारा वर्ष 2018 में ही इस मांग पर सहमति देने के बाद भी आज दिनांक तक इसका कियान्वयन नहीं हो सका है जिससे कर्मचारियों में अत्यन्त निराशा एवं क्षोभ उत्पन्न हो रहा है। उप अंकेक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का वेतनमान छठवें वेतनमान में ग्रेड पे-2400/-वर्तमान में हैं जो अन्य विभागों में समकक्ष प्रचलित वेतनमान से अत्याधिक कम होने एवं सहकारी निरीक्षक का वेतनमान उन्नयन होने से वेतन विसंगति उत्पन्न हो गई है। उक्त वेतन विसंगति के संबंध में भी विभाग व्दारा अपने पत्र क्र/स्था /04/2021/208 भोपाल दिनांक 27.01.2021 से शासन को लिखकर उप अंकेक्षक का वेतनमान ग्रेड पे 3200/-करने का अनुरोध किया गया था परन्तु गत 5-6 वर्षो से उक्त मांगों का भी क्रियान्वयन नहीं हुआ है जिससे उप अंकेक्षक संवर्ग के कर्मचारी अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा उनके वेतन की राशि समकक्ष अन्य विभागों के कर्मचारियों से अत्यन्त कम होने के कारण हताश एवं निराश है। अत: अनुरोध है कि उप अंकेक्षक वर्ग के कर्मचारियों का वेतनमान ग्रेड पे 3200/-किये जाने के आदेश प्रसारित कराए जाए। इसके अलावा सहकारिता विभाग सहित विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों तथा कर्मचारियों को समयमान वेतनमान के आधार पर विभागीय पदोन्नति समिति व्दारा उच्च पद का लाभ देकर पदनाम एवं प्रभार दिया जा रहा है। सहकारिता विभाग के कार्यपालिक कर्मचारियों को उच्च पद के पदनाम में प्रभार देने के संबंध में विभाग द्वारा कार्यवाही शून्यवत है। गत 20-30 वर्ष से कर्मचारी एक ही पद पर कार्य कर रहे हैं। अन्य विभागों में कर्मचारियो की पदोन्नति होने से, परन्तु इस विभाग में पदोन्नति नहीं देने से कर्मचारियों में क्षोभ उत्पन्न हो गया है तथा कर्मचारी मानसिक रूप से कुंठाग्रस्त हो रहे हैं जिसका उनके परिवार पर भी असर पड़ रहा है। उपरोक्त मांगों के संबंध में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से कर्मचारी संघ द्वारा मिलने पर सभी अधिकारी इस मांग को जायज मानते हुए तत्काल क्रियान्यन करने की बात कर रहे हैं। लेकिन गत 7 वर्षों से इन भागों का कियान्वयन नहीं हो सका। कार्यपालिक कर्मचारी संघ आपसे अनुरोध करता है कि हमारी मांगों को स्वीकार करने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने का कष्ट करें अन्यथा कर्मचारियों के पास संविधान प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए शासन के द्वारा मांगों के क्रियान्वयन को नजर अंदाज करने के कारण, विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। संघ द्वारा समयावधि कार्यक्रम के तहत कर्मचारी संघ प्रदेश के सभी कर्मचारियों के साथ प्रदेश स्तर पर निम्न चरणों में विरोध दर्ज करायेगा। ज्ञापन दिनांक से 15 दिवस तक उक्त मांगों को स्वीकार करने पर कर्मचारी संघ व्दारा मंत्री जी एवं विभागध्यक्ष का स्वागत एवं सम्मान करेगा। स्वीकार नहीं होने के बाद एक सप्ताह काली पट्ट बांध कर शासकीय कर्तव्य का निर्वहन करते हुए रोष प्रगट किया जाएगा। उक्त अवधि में मांगे पूर्ण न होने पर दो मई से 4 मई तक समस्त प्रदेश के कर्मचारी सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर रहते हुए अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। उक्त अवधि के बाद भी यदि हमारी मांगे स्वीकार नहीं की जाती हैं तो प्रदेश के कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे।
कर्मचारी संघ अध्यक्ष ओपी शर्मा का स्वागत