Sehore News : कुबेरेश्वर धाम पर देश का नाम विश्व पटल पर रोशन करने वाले इंटरनेशनल सितारों का सम्मान

सीहोर। जीवन में कठिन संघर्ष से ही सफलता का शंखनाद किया जा सकता है। यदि हम कार्य में होने वाले संघर्ष को देखकर अपने हाथ पीछे कर लें तो हम लक्ष्य तक कभी नहीं पहुंच सकते। कठिन परिस्थितियों में विवेकपूर्ण निर्णयों के साथ ही सफलता संभव है। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में देश का विश्व पटल पर रोशन करने वाली इंटरनेशनल वेटलिफ्टिर  रचना वर्मा ग्राम लसुडिया परिहार जिन्होंने पूर्व में थाईलैंड में गोल्ड हासिल किया था, इसके अलावा निखिल मेवाड़ा ग्राम ढाबला केलवाड़ी जिनका का चयन इंडिया दिव्यांग क्रिकेट टीम में हुआ है और बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम में खेलेंगे। वहीं खेलो इंडिया में गोल्ड हासिल करने वाले विश्वजीत सिंह और 15 बार नेशनल में गोल्ड हासिल करने वाली गांव की बेटी शीतल राजपूत का सम्मान करते हुए भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि विठलेश सेवा समिति के द्वारा क्षेत्र में नाम रोशन करने वालों की मदद की जाएगी। मंगलवार को अनेक नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों का स्वयं पंडित श्री मिश्रा ने सम्मान किया। इस मौके पर यहां पर मौजूद मीडिया प्रभारी मनोज दीक्षित ने बताया कि शहर सहित आस-पास के स्थानों पर अनेक प्रतिभा मौजूद है। जिसमें गांव की बेटी रचना वर्मा जिन्होंने थाईलैंड में हुई इंटरनेशनल पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल किया है। इसके अलावा अब तक 20 बार नेशनल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा शीतल राजपूत ने 15 से अधिक बार नेशनल में गोल्ड सहित अन्य पदक हासिल किए है। इसके अलावा आगामी दिनों जापान में होने वाली इंटरनेशनल पावर लिफ्टिंग की तैयारियां करने वाले विश्वजीत सिंह जिन्होंने खेलो इंडिया में गोल्ड के अलावा 27 बार नेशनल प्रतियोगिता में क्षेत्र का नाम रोशन किया है। ऐसे सितारों का सम्मान किया।  इस मौके पर पावर लिफ्टिरों का कहना है कि वह अपनी कामयाबी का श्रेय हमारे कोच जो स्वयं ही कामनवेल्थ इंटरनेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल करने वाले मोहन पाराशर को देते है। वहीं जिले के ग्राम ढाबला केलाबाड़ी निवासी निखिल मेवाड़ा किसी पहचान के मोहताज नहीं है दो बार नेशनल में अपने आलरांडर में मध्यप्रदेश टीम का अहम हिस्सा रहे बचपन से दिव्यांग निखिल ने इंडिया दिव्यांग टीम में अपनी जगह बनाई है अब वह आगामी 16 सितंबर को रांची झारखंड में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले टी-20 मैच में अपना जलवा बिखेरेंगे। मात्र 12 साल की उम्र में गेंद और बल्ले थमने वाले निखिल का बचपन से सीधा पैर दिव्यांग है, लेकिन उन्होंने अपनी दिव्यांगता को ही अपनी शक्ति बनाकर क्रिकेट मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए जिले में भी कई बार अच्छी पारियां खेली है। पूर्व में सतना में चार प्रदेश की टीम के बीच तीन दिन टूर्नामेंट खेले गए थे। इसके अलावा अन्य प्रतियोगिता में प्रदर्शन करते हुए आ रहे है। सम्मान करने वालों में महेन्द्र सिंह दरबार, राकेश शर्मा, ईश्वर सिंह ठाकुर, विश्वनाथ, संदीप परमार, रवि मेवाड़ा आदि शामिल थे।

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