Sehore news : धार्मिक उल्लास के साथ मनाई गई मां नर्मदा जयंती
सीहोर। जिलेभर में नर्मदा जयंती के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में आष्टा में जहां आयोजन हुआ तो वहीं रेहटी तहसील के नर्मदा तटों पर भी मां नर्मदा जयंती पर भव्य आयोजन हुए। इस दौरान मां नर्मदा को चुनरी उड़ाई गई तो वहीं आरती की गई एवम प्रसादी वितरण किया गया।
आष्टा में मनाई गई नर्मदा जयंती –
नर्मदा जयंति के अवसर पर ग्राम रामपुराकलाॅ आष्टा की गौशाला प्रांगण में कांग्रेस कमेटी में महासचिव पद पर नियुक्त किए गए कैलाश परमार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सर्वप्रथम आयोजकगण महेन्द्रसिंह सरपंच, लखनसिंह ठाकुर व्यवस्थापक गौशाला, राजेन्द्रसिंह दरबार महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी सीहोर ने सभी उपस्थित अतिथिगण का स्वागत किया। मुख्य अतिथि परमार का साफा, शाल श्रीफल, पुष्प माला से स्वागत किया गया। सहअतिथी के रूप में उपस्थित मां पार्वती गौशाला आष्टा के अध्यक्ष नरेन्द्र कुशवाह, आचार्य विद्यासागर गौशाला गुरूग्राम हकीमाबाद के सदस्य सुनील प्रगति, पूर्व पार्षद सुभाष नामदेव, ग्राम मालीखेड़ी के सरपंच कृपालसिंह परमार का स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि परमार ने कहा कि मां नर्मदा जयंती के इस आयोजन में ग्रामवासियों की उपस्थिति से अभिभूत हूं। मां नर्मदा की परिक्रमा करने वाले असंख्य नर्मदा यात्री इस बारे में नई-नई अभिभूति से पोराणिक काल से हमें अवगत कराते आ रहे हैं। अगर हम नदियों को साफ एवं स्वच्छ और उनको जीवित रखने हेतु योगदान देते रहे तो हमारा पर्यावरण और जलवायु हमेशा शुद्ध रहेगा। मां नर्मदा मध्यप्रदेश के विकास की जीवनरेखा है और इस जीवनरेखा का मध्य बिंदु नेमावर हमारे समीपस्थ है। मुख्य अतिथी परमार ने यह भी कहा कि ग्राम रामपुराकलाॅ पुराने समय की जागीरदारी का प्रमुख स्थान रहा है। सौभाग्य इस बात का है कि किसी जागीरदार परिवार के ठाकुर भाई बंधु पूरे ग्राम की एवं क्षेत्र की पूर्ण मनोभाव के साथ सेवा करते है। इस अवसर पर आयोजित विशाल भंडारा ग्राम वासियो के सहयोग से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन सरपंच महेन्द्रसिंह ठाकुर ने किया तथा आभार प्रदर्शन लखनसिंह जागीरदार ने किया।
सलकनपुर से आवलीघाट तक निकली चुनरी यात्रा –
रेहटी। नर्मदा जयंती के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में सलकनपुर से लेकर आवली घाट तक 111 मीटर की भव्य चुनरी यात्रा निकाली गई। यात्रा से पहले सलकनपुर में विधिवत पूजा अर्चना की गई। इसके बाद ढोल, बाजे, डीजे की धुन पर चुनरी यात्रा की शुरुआत हुई। यात्रा में हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए, जो भजनों पर झूमते नाचते माता रानी के जयकारों के साथ आगे बढ़ते रहे। यात्रा सलकनपुर से शुरू हुई, जो मोगरा, पांगरा सहित अन्य स्थानों से होते हुए आंवलीघाट पहुंचेगी। यहां पर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना के बाद मां नर्मदा को 111 मीटर की चुनरी उड़ाई जा। इसके बाद मां नर्मदा की आरती, प्रसादी का वितरण होगा।