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Sehore News : नेशनल हाईवे: फरवरी में होना थे टेंडर, लेकिन कागजी कार्रवाई में उलझा काम

बुदनी से नसरूल्लागंज तक बनना है 47.3 किमी का राष्ट्रीय राजमार्ग

सीहोेर-रेहटी। बुदनी सेे नसरूल्लागंज तक बनने वाले 47.3 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग की टेंडर प्रक्रिया यूं तोे फरवरी-2022 में होनी थी। नेशनल हाईवे ने इसके लिए डेडलाइन तय कर ली थी, लेकिन कागजी कार्रवाई के साथ ही भू-अर्जन की प्रक्रिया के कारण इस काम में लेटलतीफी हो रही है। इसको लेकर जहां नेेशनल हाईवे के अधिकारी बता रहे हैं कि हमारी तैयारियां पूरी है, लेकिन अब तक हमारेे पास राजस्व विभाग से रिकार्ड नहीं पहुंचा है, जबकि एसडीएम का कहना है कि भू-अर्जन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है औैर नेशनल हाईवे कोे कब्जा दे दिया है। वे चाहे तो टेंडर प्रक्रिया कर लें। अब स्थिति यह है कि इधर बारिश का समय पास आ रहा है, ऐसे मेें न तोे अब तक नेशनल हाईवे का काम शुरू हो पाया है औैर न ही इस पर अब पेंच वर्क का समय बचा है। ऐसे में परेशानियां आना तय है।
बुदनी से लेकर नसरूल्लागंज तक नेशनल हाईवे की सड़क बनना है। पहले यह स्टेट हाईवे था, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रयासों से इसे नेशनल हाईवे कर दिया गया है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 47.3 किमी की है औैर इस पर 5 बाईपास निकाले जाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए किसानोें की जमीनोें का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए किसानोें की जमीनों का भू-अर्जन होना है। नसरूल्लागंज विकासखंड केे तहत आने वाले किसानोें की जमीनों का तोे भू-अर्जन हो चुका है और किसानोें के खातोें में राशि भी आना शुरू हो गई है, लेकिन बुदनी विकासखंड केे तहत आने वाले गांवों सेे निकलनेे वाले नेशनल हाईवे की प्रक्रिया धीमी है। इसके चलते नेशनल हाईवे कोे लेकर अब तक टेेंडर प्रक्रिया नहीं हो पा रही है।
पांच जगह से निकलेंगे बाईपास-
बुदनी से नसरूल्लागंज तक बनने वाले नेशनल हाईवे में पांच स्थानों से बाईपास निकाले जा रहे हैं। इन बायपास की दूरी करीब 25 किलोमीटर की है। यह बायपास देहगांव, बायां, रेहटी, सतराना और नसरूल्लागंज से निकाले जा रहे हैं। इसके लिए भी किसानोें की जमीनों का अधिग्र्रहण किया गया है। हालांकि अब तक किसानों की अधिग्रहित जमीनों पर मार्किंग का काम नहीं किया गया है औैर न ही किसानों की इन जमीनों को कब्जे मेें लिया गया है। किसान अब तक इन अधिग्रहित की हुई जमीनों पर काबिज हैं।
जगह-जगह हो रहे हैैं गड्ढेे-
बुदनी से नसरूल्लागंज तक नेशनल हाईवे होने के कारण इस सड़क का पेंच वर्क भी नहीं कराया गया है। इसके कारण कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इस हाईवे से दिनभर जहां रेत, गिट्टी, मिट्टी के डंपरों की लाइन लगी रहती है तोे वहीं बड़ी संख्या में ट्रक, बस सहित अन्य वाहन भी दिनभर चलतेे हैं। गड्ढों के कारण दो पहिया वाहन चालकों को भी बहुत परेशानियां उठानी पड़ती हैं। हालांकि नेशनल हाईवे होने के कारण सड़क ठेकेदार ने इसका काम पूरी तरह सेे बंद कर दिया है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग एवं नेशनल हाईवे के अधिकारी बतातेे हैं कि हमारी तैयारियां पूरी हैं, लेकिन भू-अर्जन प्रक्रिया नहीं हो सकी है। इसके कारण टेेंडर प्रक्रिया नहीं कर पा रहे हैं।
इनका कहना है-
जिन किसानों की जमीनें नेशनल हाईवे में जा रही है उन किसानोें की जमीनों पर भू-अर्जन की प्रक्रिया का काम पूरा हो चुका है। नेशनल हाईवे कोे कब्जा सौंपा जा चुका है। अब किसानों के खातेे खुलवाकर उनके खातोें में मुआवजा की राशि डाली जाएगी।
– राधेश्याम बघेल, एसडीएम, बुदनी

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