Sehore News : अब बिना हेलमेट एवं बिना सीटबेल्ट के वाहन चलाया तो खैर नहीं, भरना होगा तगड़ा जुर्माना

पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद जिलेभर में सख्ती, पुलिस चला रही अभियान

सीहोर। अब यदि बिना हेलमेट लगाए दो पहिया वाहन एवं बिना सीटबेल्ट लगाए चार पहिया वाहन चलाते पाए गए तो खैर नहीं होगी। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योेंकि हाईकोर्ट के सख्त निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को निर्देेश दिए हैं कि हर हाल में निर्देेशों का पालन कराया जाए। सीहोर जिले में भी इस आदेश के पालन में पुलिस द्वारा सख्ती बरती जा रही है। एसपी मयंक अवस्थी के निर्देश के बाद जिलेभर केे सभी थाना क्षेत्रों की पुलिस हेलमेट एवं सीटबेल्ट चैकिंग अभियान भी चला रही है। इस दौरान जहां दो एवं चार पहिया वाहन चालकों को समझाईश दी जा रही है तो वहीं उन पर चालानी कार्रवाई भी की जा रही है।
सख्ती करनी होगी, तभी मिलेगा रिजल्ट-
पुलिस द्वारा यूं तो समय-समय पर वाहन चैकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है, लेकिन इसके बाद भी दो पहिया एवं चार पहिया वाहन चालक नियमोें को दरकिनार करके ही वाहन चलाते हैं। हाईकोर्ट द्वारा भी कई बार इसके लिए निर्देश दिए गए, लेकिन हर बार मुहिम उतनी कारगर नहीं होती है। दरअसल जब तक पुलिस द्वारा सख्ती नहीं की जाएगी तो इसके बेहतरीन परिणाम भी सामने नहीं आएंगे। पुलिस अभियान चलाकर हेलमेट एवं सीटबेेल्ट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई करती है, उनके चालान भी बनाए जाते हैैं, लेकिन इसके बाद भी वे नियमों का पालन नहीं करते हैं। ऐसी स्थिति में सख्ती बरतनी जरूरी है, ताकि हाईकोर्ट केे निर्देेशोें का पालन हो सके।
पुलिस मुख्यालय ने ये दिए निर्देेश-
पुलिस मुख्यालय द्वारा जिलों को लिख गए पत्र में कहा गया है कि पीलियन रायडर सहित दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट एवं चार वाहन पहिया वाहन चालकों के लिए सीटबेल्ट लगाना अनिवार्य है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। अब इसके लिए अभियान चलाकर 15 जनवरी 2024 तक कार्रवाई का प्रतिवेदन भेजे। आदेश मेें कहा गया है कि जिले के समस्त शासकीय, अर्ध शासकीय एवं निजी कार्यालयों में प्रमुखोें को पत्र लिखकर अपने कर्मचारियोें को पीलियन रायडर सहित हेलमेट एवं सीटबेल्ट लगाना अनिवार्य करें। यदि इसके बाद भी पालन नहीं किया जा रहा है तो कार्रवाई भी की जाए। जिले के समस्त निजी एवं शासकीय स्कूलों, कॉलेजों के प्रधानाध्यपक, प्राचार्य, स्टॉफ सहित सभी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को भी निर्देशित करें कि वे खुद एवं उनके बच्चे स्कूल-कॉलेज जाते समय हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाएं। चार पहिया वाहन चलाते समय सीटबेल्ट भी जरूर लगाएं। इसी पेट्रोल पंपों, ऑटोमोेबाइल्स शॉप, गैरेजों पर भी बैनर, पोस्टर लगाकर नियमों के बारे में जानकारी दें। जागरूकता अभियान भी चलाएं।
नेतागिरी के कारण कारगर नहीं होती मुहिम-
सीहोर जिले में पुलिस द्वारा तो लगातार हेलमेट एवं सीटबेल्ट कोे लेकर मुहिम चलाई जाती है। वाहन चालकों को रोककर उन पर जुर्माना भी किया जाता है, लेकिन ज्यादातर जगह पुलिस के सामने ऐसी स्थिति बन जाती है कि पुलिस न तोे जुर्माना वसूल पाती है और न ही कोेई कार्रवाई कर पाती है। दरअसल पुलिस जब वाहन चैकिंग अभियान के लिए प्वाइंट लगाती है और लोगों को रोकती है तोे लोग नेताओं को तुरंत फोन लगा देते हैं। नेताजी का फोन भी तुरंत अधिकारियों के पास जा जाता है औैर उसके बाद पुलिस के हाथ बंध जाते हैं। पुलिस चाहकर भी कार्रवाई नहीं कर पाती है। ऐसी स्थिति अमूमन सीहोर जिलेभर के सभी थाना क्षेत्रों की है, लेकिन ज्यादातर स्थिति सीहोेर जिले के बुधनी, भैरूंदा, रेहटी, शाहगंज, थाना क्षेत्रोें में ज्यादा बनती है। यहां पर गाड़ी रोकतेे के साथ ही लोग नेतागिरी का रौब झाड़ने लगते हैं और फिर पुलिस भी बेेबस हो जाती है।
पुलिस ने शुरू किया अभियान, 50 दिनोें तक चलेगा-
पुलिस मुख्यालय से निर्देेश के बाद एसपी मयंक अवस्थी ने सभी थाना क्षेत्रोें को भी निर्देेश दिए। इन निर्देेशों के परिपालन में जिलेभर की थाना पुलिस कार्रवाई कर रही है। हर दिन पुलिस द्वारा जहां प्वाइंट लगाकर चैकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है तो वहीं लोगोें को समझाईश भी दी जा रही है। इसके अलावा पेट्रोल पंपो, गैरेज, आटोमोबाइल्स की दुकानोें पर फ़लेक्स लगवाए जा रहे हैैं एवं लाउड स्पीकर से भी मुख्य मार्गों पर अनाउंसमेंट कराया जा रहा है। पुलिस का यह अभियान 15 जनवरी 2024 तक लगातार चलेगा।
इनका कहना है-
माननीय हाईकोेर्ट केे निर्देेश एवं वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सीहोर जिले में हेलमेट एवं सीटबेल्ट कोे लेकर अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस द्वारा लगातार वाहन चालकों कोे समझाईश दी जा रही है। पेट्रोल पंपों सहित अन्य स्थानोें पर बैनर, फ्लैक्स लगाकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। हमारी अपील है कि सभी लोग हेलमेट लगाकर दो पहिया एवं सीटबेल्ट लगाकर ही चार पहिया वाहन चलाएं। सभी जागरूकता का परिचय भी दें एवं अन्य लोगों को जागरूक करके पुलिस के इस अभियान में सहभागिता भी निभाएं। यह अभियान पुलिस की सख्ती से नहीं, बल्कि सभी की जागरूकता सेे सफल होगा।
– बृजमोहन धाकड़, यातायात प्रभारी, सीहोेर