सीहोर। जिले के पटवारियों ने सारा एप में तकनीकी समस्या तथा विसंगति को लेकर प्रमुख सचिव राजस्व एवं आयुक्त भू अभिलेख के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। जिसमें पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव, सचिव संजय राठौर सहित बड़ी संख्या में पटवारी संघ के पदाधिकारी शामिल थे। शासन द्वारा वर्तमान में रबी गिरदावरी के लिए सारा एप का नया वर्जन लांच किया गया है। सैटेलाइट इमेज से प्राप्त गिरदावरी का मौके पर जाकर सत्यापन किया जाना तय किया गया है। इस कार्य में पटवारियों को अनेक समस्याएं आ रही हैं। मौके पर रिक्त भूमि, प्लाट में भी सेटेलाइट इमेज में फसल दिखाई गई है। सेटेलाइट से प्राप्त इमेज में गेहूं, चना, राई सरसों ही दर्ज दिखाई दे रही, जबकि वहां अन्य फसल भी है। विभिन्न प्रकार की विसंगतियों के एप सही प्रकार से कार्य नहीं कर रहा है। इन समस्याओं के समाधान होने तक प्रदेश के पटवारी द्वारा सेटेलाइट इमेज का मौके पर सत्यापन नहीं किया जा सकेगा। पटवारियों द्वारा सारा एप पर गिरदावरी कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिसकी जांच पुन: स्वयं पटवारियों से कराई जाना, उचित व न्याय संगत नहीं होगा।
पटवारी संघ के सचिव श्री राठौर ने बताया कि हमारी मांगों में प्रमुख से 1. मौके पर रिक्त भूमि/प्लाट में भी सेटेलाइट इमेज में फसल दिखाई गई है। 2. सैटेलाइट से प्राप्त इमेज गिरदावरी में अधिकतर गेंहू, चना, राई सरसों ही दर्ज दिखाई दे रही, जबकि मोके पर अन्य फसल भी है। 3. सेटेलाईट इमेज से प्राप्त इमेज गिरदावरी को मौके पर सत्यापन के लिए प्राप्त नम्बर बिना किसी निर्धारित अनुपात के प्राप्त हुवे है। अर्थात किसी हल्के/ग्राम में 70 प्रतिशत तक नम्बर पुन: सत्यापन के लिए आए है तो किसी ग्राम में मात्र 10 प्रतिशत नम्बर ही आए है। 4-सत्यापन के लिए समय सीमा बहुत कम दी गयी है। 5- सत्यापन उपरांत पटवारी के मोबाइल से फसल अपलोड नही हो रही है। 6- प्राप्त इमेज में डूब क्षेत्र में भी फसल दिखाई गई है। 7- सारा एप मे तकनीकी विसंगतियों के कारण बार बार अपडेट के पश्चात भी गिरदावरी माड्यूल मे फसल विंसगति काम नहीं होकर बार बार बाहर फेंक रहा है। इस प्रकार से विभिन्न प्रकार की विसंगतियों के साथ यह सत्यापन के लिए प्राप्त सारा एप्पस का यह वर्जन कार्य करने योग्य नही है। इस कारण से निवेदन है कि इन समस्याओं के समाधान होने तक प्रदेश के पटवारी द्वारा सेटेलाइट इमेज का मोके पर सत्यापन नही किया जा सकेगा। प्रदेश के पटवारियों द्वारा सारा एप्पस पर गिरदावरी कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिसकी जांच पुन: स्वयं पटवारियों से कराई जाना, उचित व न्याय संगत नहीं होगा।