सीहोर। जिलेभर में पेट्रोल-डीजल की किल्लत से लोग परेशान हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को आ रही है। इस समय बोवनी का समय है। बारिश होते ही किसान बोवनी में जुटेंगे, लेकिन ऐनवक्त पर पेट्रोल-डीजल की किल्लत से वे परेशान हो रहे हैं। स्थिति यह है कि कई जगह लाइन में लगने पर पांच-पांच लीटर डीजल दिया जा रहा है। यह स्थिति ज्यादातर एचपी एवं भारत पेट्रोलियम केे पेट्रोल पंपों पर देखने को मिल रही है। पेट्रोलियम पदार्थोें की किल्लत आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। डिपो से पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति नहीं होने के कारण सीहोेर जिले के ज्यादातर पेट्रोल पंप सूख गए हैं। सीहोर नगर सहित बुदनी विधानसभा के बुदनी, रेहटी, नसरूल्लागंज सहित अन्य स्थानों पर संचालित पेट्रोल पंपोें पर न तो डीजल की उपलब्धता है और न ही पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल मिल रहा है। इसके कारण आम लोगों सहित सबसे ज्यादा परेशानियां किसानों को आ रही है। किसानों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। उनके खेत तैयार हो रहे हैं, बारिश होते ही किसानों को बोवनी करनी है, लेकिन इस समय डीजल नहीं मिलने के कारण वे परेशान हो रहे हैं।
अचानक बनी स्थिति-
पेट्रोल पंपों पर अचानक सेे यह स्थिति बन गई है। बताया जा रहा है कि डिपो से पेट्रोल-डीजल की खपत रोक दी गई है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि क्रूड ऑयल महंगा मिलने के कारण डिपो कोे भी कम सप्लाई की जा रही है। दूसरी तरह यह भी भ्रांतिया फैलाई जा रही है कि अचानक से सप्लाई बढ़ने के कारण सभी जगह थोड़ा-थोड़ा पेट्रोल-डीजल भेजा जा रहा है। फिलहाल उपर के स्तर से भी स्थिति साफ नहीं बताई जा रही है। इसकेे कारण पेट्रोल पंप संचालक भी समझ नहीं पा रहे हैं। पेट्रोल पंप संचालक हर दिन आर्डर दे रहे हैैं, लेकिन डिपोे सेे सप्लाई नहीं की जा रही है।
रिजर्व स्टॉक के अलावा सूख गए पेट्रोल पंप-
पेट्रोल पंपों पर सरकारी गाइड लाइन के अनुसार रिजर्व स्टॉक रखना पड़ता है। यह रिजर्व स्टॉक डीजल का करीब तीन हजार लीटर और पेट्रोल का 2 हजार लीटर का रखना पड़ता है। इतना स्टॉक सभी पेट्रोल पंपों को रखना पड़ता है। कई जगह स्थिति यह है कि सिर्फ रिजर्व स्टॉक ही रखा हुआ है। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल खत्म हो गया है।
इनका कहना है-
रिलायंस और एस्सार ने पेट्रोल-डीजल की खपत कम कर दी है, इसके कारण इनके यहां पर परेशानी हैं। इसके अलावा अन्य पेट्रोल पंपों पर सप्लाई के कारण किल्लत हुई है। ऐसी कोई स्थिति नहीं है कि उपर से पेट्रोल-डीजल कम आ रहा है। पर्याप्त मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ है। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है।
– शैलेष पटेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपभोक्ता संरक्षण परिषद
पेट्रोल-डीजल की किल्लत हो रही है। हमारे द्वारा लगातार आर्डर दिया जा रहा हैै, लेकिन डिपो से सप्लाई पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रही है। इसके कारण परेशानियां आ रही हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यह समस्या खत्म हो जाएगी।
– तुषार सेठ, पेट्रोल पंप संचालक, मालीबायां
इस समय बोवनी का समय चल रहा है। खेत बनाए जा रहे हैं, दिनभर-रातभर ट्रैक्टर खेतोें में चल रहे हैैं और ऐेसे समय में पेट्रोल-डीजल नहीं होने के कारण सब काम प्रभावित हो रहा है। सरकार को जल्द ही इस समस्या से निजात दिलाने की पहल करनी चाहिए, ताकि समय पर खेती-किसानी का काम हो सके।
– किशोर कुमार सैनी, किसान