Sehore News : आफत की बारिश, हर तरफ पानी…पानी…पानी…
नदी-नाले उफान पर, दुकान-घरों में घुसा बरसात का पानी, कोलार डेम के चार गेट खोलेे, भगवानपुरा, जमोनिया तालाब भी हुआ लबालब
सीहोर। जिले में हो रही लगातार बारिश ने जहां आमजन के लिए परेशानियां खड़ी कर दी हैं तो वहीं जिला व स्थानीय प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए हैं। बारिश के कारण लोगों का जन-जीवन भी बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। लगातार बारिश के कारण जहां जिलेभर के नदी-नालों उफान पर रहे, नदियों के पुलों के उपर से पानी निकला तोे वहीं गांवों में नांव तक चलानी पड़ी। जिला मुख्यालय के करीबी गांव चंदेरी मेें तो एक परिवार को रातभर अपनेे घर की लकड़ी की म्याल पर बैठकर जान बचानी पड़ी। बारिश के कारण जहां कोलार डेम के चार गेट खोले गए तोे वहीं जमोेनिया, भगवानपुरा सहित अन्य जलस्त्रोत भी लबालब हो गए। जिला मुख्यालय सहित तहसील मुख्यालयों के भी ग्रामीण क्षेत्रों सेे संपर्क टूटे रहे औैर सड़क मार्ग भी पूरी तरह बंद रहे।
रेहटी में दुकानोें-घरों में घूसा बारिश का पानी-
लगातार बारिश के कारण रेहटी नगर मेें भी अफरा-तफरी रही। नगर केे कई वार्डों में बारिश का पानी लोगों के घरोें में भरा गया। मुख्य मार्ग सहित बाजार में बनी दुकानोें मेें भी बारिश का पानी घूस गया, जिसकेे कारण व्यापारियोें का जमकर नुकसान भी हुआ है। दरअसल बारिश से पहले हुई नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा के कारण प्रशासनिक एवं नगर परिषदों का अमला चुनावी तैयारियों में जुटा रहा और बारिश पूर्व होने वाली तैयारियां, साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे पाया। इसके कारण अब शहरों का पानी व्यापारियों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। हालांकि इस बार भब्बड़ नदी के गहरीकरण के कारण रेहटी नगर का एक हिस्सा सुरक्षित रहा, लेकिन शहर की नालियों से पानी निकासी नहीं होने के कारण बाजार में दुकानों के अंदर पानी घुस गया। बारिश के कारण रेहटी तहसील मुख्यालय का ग्रामीण क्षेत्रों से भी संपर्क पूरी तरह टूटा रहा। बारिश के बीच में रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी, थाना प्रभारी अरविंद कुमरे, सीएमओ वैभव देशमुख, नायब तहसीलदार जयपाल सिंह उइकेे सहित अन्य अमला नगरवासियों के बीच भी पहुंचा और स्थितियों का निरीक्षण किया। रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण नगर के कई वार्डों में पानी घूसा था तोे कई व्यापारियोें का भी नुकसान हुआ है। इसका जल्द ही सर्वे भी कराएंगे।
पुलिया में आई दरार, दुरूस्त करवाकर शुरू हुआ आवागमन-
रेहटी के नजदीकी इटावा नदी के रपटेे मेें भी दरार आ गई। इसके कारण यहां से आवागमन बंद कर दिया गया। इसकी सूचना के बाद बुदनी एसडीएम राधेश्याम बघेल, रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी एवं लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री एसके कौरव मौके पर पहुंचे और स्थिति देखी। लोक निर्माण विभाग द्वारा तत्काल रपटे की मरम्मत कराई गई। इसके बाद यहां सेे आवागमन शुरू हो गया।
रातभर बैठे रहे घर की म्याल पर-
जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव चंदेरी मेें भी बारिश केे कारण हालात गंभीर नजर आए। सीहोर के ग्राम पुरानी चंदेरी की त्रिवेणी नदी में आई बाढ़ के कारण नरसिंह मेेवाड़ा का परिवार भी रातभर घर की म्याल पर बैठा रहा। नरसिंह मेवाड़ा अपने परिवार के साथ यहां रहता है, लेकिन बारिश के कारण अचानक से त्रिवेदी नदी में बाढ़ आ गई। इसके बाद नरसिंह मेवाड़ा अपनी ढाई साल की बच्ची औैर पत्नी के साथ घर की म्याल पर रातभर बैठा रहा। इसकी सूचना जब ग्रामीणों तक पहुंची तोे ग्राम के समाजसेवी एमएस मेवाड़ा सहित अन्य लोग परिवार को बचाने की जुगत में भिड़ गए। हालांकि इस दौरान प्रशासन को भी इसकी सूचना दे दी गई। इसके बाद यहां पर रेस्क्यू टीम भेजी गई, लेकिन टीम को भी वहां पहुंचने में परेशानियां आईं। हालांकि ग्रामीणों ने अपनी सूझ-बूझ से बाढ़ में फंसे परिवार को सकुशल बाहर निकाल लिया। इधर बारिश के कारण सीहोर जिले के ग्राम चंदेरी, ताकीपुर, रामाखेड़ी, ढाबला सहित दर्जनों गांव बाढ़ से घिरे रहे। कई गांवों में मवेशी भी पानी के पानी से घिर गए।
नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर-
लगातार बारिश के कारण सीहोर जिले की कई नदियां खतरे के निशान से उपर बहती रही। नदियों का पानी पुलों के उपर से निकल गया। किसानोें के खेतोें और गांवों में भी पानी घूस गया। इसकेे कारण किसानों की सोयाबीन और मक्का की फसल को नुकसान हुआ है। हालांकि धान की फसल ज्यादा प्रभावित नहीं हुई। होशंगाबाद जिले केे तवा बांध के गेट खुलने से नर्मदा नदी भी उफान पर रही। आंवलीघाट, बाबरी, नेहलाई सहित कई नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों को भी अलर्ट किया गया। नर्मदा की सहायक नदियां कोलार, पार्वती, अंबड़, भब्बड़ सहित अन्य नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बहती रहीं।
कोलार डेम के चार गेट खोले-
लगातार बारिश के कारण जिले के जलस्त्रोत भी लबालब हो गए हैं। कोलार डेम के भी चार गेट खोले गए। कोलार डेम का जलस्तर रविवार को सुबह 8 बजे तक 456.18 मीटर था, लेकिन दोपहर करीब एक बजे तक बढ़कर 458.86 मीटर हो गया। पांच घंटोें में 2.68 मीटर पानी बढ़ गया। इसके कारण कोलार बांध के चार गेट खोले गए। कोलार डेम की कुल भंडारण क्षमता 265 एमसीएम है। इधर सीहोर नगर कोे पेयजल आपूर्ति करने वाले जमोनिया और भगवानपुरा तालाब भी लबालब हो गए हैैं। इसके कारण इस बार सीहोर नगर को पर्याप्त मात्रा में जल आपूर्ति हो सकेगी।