Sehore News : अवैध वन माफिया के हौसले बुलंद, दिनदहाड़े जंगल को उजाड़कर ले जा रहे सागौन

- लाड़कुई वन परिक्षेत्र की टीम ने की कार्रवाई, 14 नग सागौन की सिल्लियों सहित टाटा मैजिक जप्त

सुमित शर्मा, सीहोर
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जिलेभर में अवैध वन माफिया के हौंसले इतने बुलंद हैं कि अब वह रात होने का भी इंतजार नहीं कर रहे हैं। दिन दहाड़े जंगल से सागौन की सिल्लियां काटकर ले जा रहे हैं। स्थिति यह है कि अवैध वन माफिया ने जंगलों को मैदान कर दिया है। हालांकि वन विभाग का अमला जब-जब भी कार्रवाई करता है तो ये अवैध लकड़ी माफिया पकड़ाई में आता है, लेकिन जिले में वन अमला भी पर्याप्त मात्रा में नहीं होने के कारण कार्रवाई का सिलसिला लगातार नहीं चल पाता है। ऐसे में अवैध वन माफिया बेखौफ होकर वनों को काट रहा है। इधर अवैध लकड़ी चोरों पर जिले के लाड़कुई वन परिक्षेत्र के अमले ने दिनदहाड़े कार्रवाई करके उनके पास से 14 नग सागौन सिल्ली सहित एक मैजिक वाहन भी जप्त किया है। हालांकि इस दौरान आरोपी भागने में कामयाब हो गया।
एक तरफ तो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बुधनी विधानसभा से विधायक शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन एक पौधा लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दे रहे हैं। वे लगातार लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वे भी अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह सहित अन्य विशेष मौकों पर एक पौधा जरूर लगाएं, लेकिन उनकी विधानसभा में ही जमकर वनों की अवैध कटाई की जा रही है। यह स्थिति लगातार बनी हुई है। हालांकि जब शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब भी अवैध वनों की कटाई का सिलसिला जारी था और अब तो अवैध वन माफिया दिनदहाड़े ही जंगलों से सागौन की लकड़ी काटकर ले जा रहा है। उसे रात का भी इंतजार नहीं है। हालांकि रातभर भी यह अवैध माफिया मोटरसाइकिल सहित चार पहिया वाहनों से लकड़ी चुराकर भैरूंदा, रेहटी सहित जिले में चल रही आरा मशीनों पर ले जाकर सप्लाई कर रहा है, लेकिन वन अमला अब तक इन तक नहीं पहुंच सका है। यह लकड़ी चोरी और सप्लाई का खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी वन विभाग ने इन आरा मशीनों पर कार्रवाई नहीं की है।

सबसे ज्यादा कट रहे मप्र राज्य वन विकास निगम के जंगल –
सीहोर जिले में सबसे ज्यादा लकड़ी मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम के दायरे में आने वाले वन क्षेत्र से काटी जा रही है। इस निगम का बड़ा क्षेत्र सीहोर जिले में आता है। जिले में मप्र राज्य वन विकास निगम का अमला भी है, लेकिन इसके बाद भी लगातार यहां से लकड़ी काटी जा रही है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेहद करीबी मित्र गुरूप्रसाद शर्मा लंबे समय तक इस निगम के अध्यक्ष भी रहे हैं। हालांकि उनके कार्यकाल में निगम द्वारा लगातार सरकार के खजाने में लाभांश भी दिया गया था, लेकिन अब लगातार वन विकास निगम के जंगलों को उजाड़ा जा रहा है।

लाड़कुई वन परिक्षेत्र अमले ने की कार्रवाई –
इधर जिले के लाड़कुई वन परिक्षेत्र के अमले ने दिनदहाड़े कार्रवाई करते हुए अवैध वन माफिया के कब्जे से करीब 14 सागौन की सिल्लियां जप्त की हैं तो वहीं एक मैजिक वाहन भी पकड़ा है। जानकारी के अनुसार मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर सीहोर डीएफओ एमएस डाबर के निर्देशन एवं उपवनमंडलाधिकारी बुदनी सुकृति औसवाल के मार्गदर्शन में प्रकाशचंद्र उईके वन परिक्षेत्र अधिकारी लाड़कुई के नेतृत्व में दल का गठन किया गया था। इसमें देवीसिंह भावर (वनपाल) परिक्षेत्र सहायक लाड़कुई, यशवंत गोयल वनरक्षक बीट गार्ड रतनपुर, अमर सिंह रावत वनरक्षक, रामनिवास यादव वाहन चालक द्वारा मुखबिर की सूचना के तहत हाथीघाट से नंदगांव सड़क मार्ग पर निगरानी कर रहे थे। इसी दौरान गत दिवस लगभग दोपहर को 2 बजे एक वाहन आता हुआ दिखाई दिया। इसे रोकने का प्रयास किया तो वह तेज रफ्तार से वाहन को भगाने लगा। इस दौरान वन अमले ने उसका पीछा किया। वन हमले से घिरता देखकर वाहन चालक ग्राम नंदगांव में मूंग की फसल लगे खेत के पास वाहन को खड़ा करके भाग गया। वन अमले ने घेराबंदी करके बिना नंबर के मैजिक वाहन के अंदर सागौन चरपट 13 नग 0.740 घन मीटर पकड़ा। वन उपज की कीमत 42,920 रूपए, जप्त वाहन कीमत 1 लाख रूपए जप्त किया गया है। इसके बाद जप्त वाहन एवं सागौन चरपट को वन परिक्षेत्र प्रांगण लाड़कुई लाया गया एवं भारतीय वन अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर फरार अपराधियों की तलाश की जा रही है।

इनका कहना है –
वन विभाग द्वारा लगातार अवैध लकड़ी माफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है। विभाग का अमला लगातार कार्रवाई करके धरपकड़ भी कर रहा है। कई बार लकड़ी चोर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग जाते हैं। विभाग में अमले की भी कमी है, लेकिन जो भी अमला है वह लगातार कार्रवाई में जुटा हुआ है।
– एमएस डाबर, डीएफओ, सीहोर

वनों की अवैध कटाई निश्चित रूप से पीड़ादायक है। इसे रूकना चाहिए। जब मैं वन विकास निगम का अध्यक्ष था उस दौरान निगम द्वारा लगातार सरकार के खजाने में लाभांश भी दिया गया था। वनों की अवैध कटाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्रीजी सहित वन विभाग के मंत्री को भी अवगत कराएंगे, ताकि यह कटाई रूक सके।
– गुरूप्रसाद शर्मा, पूर्व अध्यक्ष, मप्र राज्य वन विकास निगम