Sehore News… बांग्लादेश में हिन्दुओं के लिए सकल हिन्दु समाज ने दिखाई एकता, सीहोर रहा बंद, भैरूंदा में भी हुआ आयोजन
Sumit Sharma
सीहोर। बांग्लादेश में इस्कॉन धर्मगुरू चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी और हिन्दु समाज के लोगों पर हो रहे अत्याचार और हिंसक हमले के विरोध में मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आह्वान पर सकल हिन्दु समाज द्वारा विरोध प्रकट किया गया। इस दौरान सुबह से दोपहर 2 बजे तक समूचा शहर पूरी तरह से बंद रहा। प्रतिष्ठानों के ताले नहीं खुले। सकल हिन्दु समाज संत महात्माओं, धार्मिक, व्यापारिक व सामाजिक संगठन ने एकजुट होकर दोपहर में बाल विहार मैदान से रैली निकाली। रैली मुख्य मार्ग, इंग्लिशपुरा व भोपाल नाका होते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंची। यहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर प्रवीण सिंह को दिया गया। इधर भैरूंदा में आरएसएस के आह्वान सकल हिन्दू समाज ने दशहरा मैदान पर एकत्रित होकर एकता दिखाई एवं नगर में रैली निकालकर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ विरोध भी जताया। जय श्री राम के नारे लगाए, विरोध भी जताया – बाल विहार मैदान से शुरू हुई रैली में काफी संख्या में लोग शामिल थे। रैली में सकल हिन्दु समाज के लोगों का आक्रोश स्पष्ट नजर आ रहा था। इस दौरान रैली में शामिल लोगों ने जमकर नारेबाजी की। रैली के दौरान हिन्दु संत और वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमले, हत्या, लूट, आगजनी तथा महिलाओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार अत्यंत चिंताजनक हैं। बांग्लादेश सरकार कट्टरवादी तत्वों के साथ है। अन्य एजेंसियां इसे रोकने के स्थान पर मूकदर्शक बनी हुई हैं। सकल हिन्दू समाज इसकी घोर भर्त्सना करता है। सकल हिन्दु समाज की रैली में लोग अनुशासित तरीके से भगवा झंडे के साथ चल रहे थे। इस दौरान जय श्री राम के नारे भी लगाए गए। समूचा शहर भगवामय नजर आया। हिन्दुओं की आवाज उठाने वालों को भेजा जा रहा जेल – वर्तमान की बांग्लादेश सरकार तथा अन्य एजेंसियां इसे रोकने की जगह केवल मूकदर्शक बनी हुई है। बांग्लादेश के हिन्दुओं द्वारा स्वरक्षण हेतु लोकतांत्रिक पद्धति से उठाई गई आवाज़ को दबाने हेतु उन्हीं पर अन्याय व अत्याचार का नया दौर उभरता दिख रहा है। ऐसे ही शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिन्दुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्णदास को बांग्लादेश सरकार द्वारा कारावास भेजना अन्यायपूर्ण है। सकल हिन्दु समाज ने की यह मांग –
कलेक्ट्रेट पहुंची रैली के पश्चात राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्टर प्रवीण सिंह को सौंपा गया। इस दौरान हिन्दु समाज ने मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद करें। चिन्मय कृष्णदास एवं अन्य हिन्दुओं को कारावास से मुक्त किया जाए। सकल हिन्दू समाज भारत सरकार से आव्हान करता है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के प्रयास करें। इसके समर्थन में वैश्विक अभीमत बनाने के लिए यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाएं। अमीता अरोरा ने भी की सहभागिता – बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ लगातार अत्याचार, महिलाओं के साथ दुराचार, लूट, हिंसक वारदातें, अमानवीय व्यवहार की घटनाएं हो रही हैं। इससे पूरा देश गुस्से में है। बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आह्वान पर सकल हिन्दू समाज को एकत्रित करने के लिए पहल हुई। इसी कड़ी में सीहोर जिला मुख्यालय स्थित बाल बिहार ग्राउंड पर भी सकल हिन्दु समाज ने एकत्रित होकर एकता दिखाई। इस दौरान सीहोर नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष अमिता अरोरा ने भी कार्यक्रम में सहभागिता की। वे अपनी मित्र मंडली एवं महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम में उपस्थित हुईं। श्रीमती अरोरा ने कहा कि जिस तरह से बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ में वहां पर बर्ताव किया जा रहा है वह बेहद निंदनीय है। बांग्लादेश सरकार को इस पर अमल करना चाहिए एवं हिन्दुओं के साथ हो रही घटनाओं को रोककर ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज समस्त हिन्दू समाज को एकत्रित होने की जरूरत है। यह स्थिति अभी तो बांग्लादेश में बनी है, यदि आज भी नहीं चेते तो ऐसी स्थितियां अन्य देशों में भी बनेगी। उन्होंने सकल हिन्दू समाज को एकता के साथ रहने की बात भी की। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला मोर्चा की कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं। भैरूंदा में भी दिखाई एकता, किया विरोध – बांग्लादेष में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार एवं ज्यादातियों को लेकर आरएसएस के जिला बुधनी के भैरूंदा में भी आयोजन हुआ। भैरूंदा के दषहरा मैदान पर सकल हिन्दु समाज ने एकत्रित होकर एकता का परिचय दिया। यहां उपस्थित लोगों एवं सनातन सभा को संबोधित करते हुए यज्ञाचार्य मनोज तिवारी ने कहा कि जो राम को छोड़कर हराम को अपनाएंगे वह समाप्त हो जाएंगे। अब धर्म की जय का संघनाद प्रारंभ हो गया है, अधर्म की पराजय होगी और हम निश्चित रूप से विजय प्राप्त करेंगे। अगर हम संगठित रहेंगे तो बांग्लादेश जैसी स्थिति कभी भी निर्मित नहीं होंगी। जब तक हम धर्म को जानेंगे या मानेंगे नहीं, तब तक भय अक्रांत में रहेंगे। कलयुग में संगठन में ही शक्ति है। हम उत्सवधर्मी हिन्दू न बने। सेवा भारती के प्रांत संगठन मंत्री सुरेन्द्र सोलंकी ने कहा कि हमको 365 दिन वाला हिन्दू बनना है। भारत में या अन्य देशों मं जहां-जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हुए वहां-वहां विधर्मी हम पर हावी हो जाते हैं। ये बड़ा चिंतन का विषय है कि जिस बांग्लादेश में 1947 में हिन्दुओं की आवादी 30 प्रतिशत थी, जो वर्तमान में घटकर 8 प्रतिशत हो चुकी है। अमरेकी लेखक की पुस्तक का उदाहरण देकर बताया कि जिस तरह हिटलर ने यहूदियों पर आत्याचार किए, वही आज बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ हो रहा है। पूर्वी बांग्लादेश जनरल टिक्का ने तीस लाख हिन्दुओं को मरवा दिया था। 5 सितंबर को बांग्लादेश में शेख हसीना का तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर सुनियोजित तरीके से हमले हो रहे हैं। इसी के विरोध में स्वामी चिन्मयानंद द्वारा हिन्दुओं को एकत्रित कर विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन मोहम्मद यूनुस की सरकार ने उनको देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आज बांग्लादेश में योजनावध तरीके से हिन्दुओं पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के आसपास के सभी देश आज संकट में है और वहां के अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। जय भीम का नारे लगाने वाले लोग बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार पर मौन साधे हुए हैं। डॉ अंबेडकर ने अपनी किताब में लिखा था कि मुस्लिम की बंधुता सिर्फ मुस्लिम से हो सकती है। अन्य कोई भी धर्म अनुयायी उनका मित्र नहीं हो सकता। हमारे देश में आजादी के बाद अल्पसंख्यक समुदाय की जनसंख्या बड़ी है, जबकि अन्य देशों में रहने वाले हिन्दुओं की जनसंख्या लगातार घट रही है। हिन्दू अन्य देशों में अल्पसंख्यक हो रहे हैं या फिर समाप्त हो रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में एक विशाल रैली नगर के विभिन्न मार्गों से उद्घोष तख्ती लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।