
सीहोर/ रेहटी. लगातार बारिश ने आम जीवन को तहस-नहस कर दिया। गांव हो या शहर हर तरफ बारिश का कहर नजर आया। बारिश के कारण जिला मुख्यालय सहित रेहटी, नसरूल्लागंज, इछावर, आष्टा सहित अन्य तहसील मुख्यालय का संपर्क गांवों से टूटा रहा। नर्मदा किनारे बसे गांवों में खतरा ज्यादा नजर आया। सीहोर जिले के कोलार सहित कई अन्य बांधों के गेट खुलने से नर्मदा का जल
कोलार डेम के खोले 8 गेट-
करबला पुल से बहा एक आटो चालक-
सोमवार को तेज बारिश के बीच में एक आटो चालक करबला पुल से बह गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करबला पुल के दोनों तरफ से प्रशासन बेरीकेट्स लगा रखे हैं। किसी को भी आने-जाने नहीं दिया जा रहा है, लेकिन इसी बीच एक आटो चालक तेज गति से आटो चलातेे आया औैर बेरीकेट्स तोड़ते हुए करबला पुल पार करने की कोशिश की, लेकिन पुल पर तेज बहास के साथ पानी बह रहा था, जिसमें आटो चालक आटो सहित सीवन नदी में बह गया। इस संबंध में समाचार लिखे जाने तक आटो चालक की पुष्टि नहीं हो सकी थी। मंडी थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि अब तक इस संबंध में कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई है।
पार्वती नदी में एक शव मिला, लेकिन नहीं हो सकी पुष्टि-
इधर सोमवार को पार्वती नदी के किनारे बसे गांव शेरपुर मेें एक शव मिला है। शव बुरी तरह क्षत-विक्षप्त हो चुका है। बताया जा रहा है कि यह शव आठ दिनों से लापता तहसीलदार नरेंद्र सिंह ठाकुर का हो सकता है। हालांकि इस संबंध में मंडी थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि अब तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है, इसलिए यह कहना अभी संभव नहीं है कि यह शव किसका है। इसकी जांच की जा रही है।
कलेक्टर ने दो दिनों का अवकाश घोषित किया-
कलेक्टर-एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने संभाला मोर्चा-
इधर लगातार हो रही वर्षा से नर्मदा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी सहित अन्य अधिकारियोें ने स्वयं बाढ़ संभावित क्षेत्र सोमालवाड़ा के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए मोेर्चा संभाल रखा। यहां पर हाईस्कूल बकतरा में राहत शिविर बनाया गया है, जिसमें पेयजल, भोजन, दवाएं आदि तथा ठहरने की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं गई हैं। महिलाओं, बच्चों और वृद्धजनों को सबसे पहले लाया गया। सुमनवाला के 150 ग्रामवासियों को बकतरा में शिफ्ट किया गया है। इसी तरह बुदनी सहित अन्य नर्मदा क्षेत्र के किनारे बसे गांवों के निवासियों को भी सुरक्षित स्थानोें पर पहुंचाया गया।
कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए अलर्ट रहने के निर्देेश-
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी तटवर्ती ग्रामों को अलर्ट एवं एसडीआरएफ की टीम शाहगंज, बुदनी, रेहटी, नसरूल्लागंज एवं गोपालपुर में तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एनडीआरएफ की टीम को आवश्यकता पड़ने पर सीहोर से तत्काल रवाना होने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक एवं कोटवार अपने ग्रामों में रहने एवं लगातार मुनादी कराने तथा किसी भी जल भराव, पुल पुलिया के ऊपर से पानी गुजरने या बारिश के कारण अप्रिय स्थिति निर्मित होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने के निर्देश दिए हैं।
कई मार्ग रहे बंद-
लगातार बारिश के कारण पुल-पुलिया, रपटों पर पानी आने के कारण बरखेड़ा हसन से देहरी मार्ग, सीहोर से सतरोनिया सेमरी दांगी, दोराहा मार्ग बंद किया गया है। इधर भोपाल से रेहटी, नसरूल्लागंज मार्ग भी बंद रहा। होशंगाबाद मार्ग को भी बंद किया गया। कलेक्टर श्री ठाकुर ने सभी नागरिकों से अपील की है कि इन मार्गों से न जाए। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि लगातार हो रही वर्षा के कारण जिन पुल, पुलियों, रपटों के ऊपर से पानी बह रहा हो, उन्हें पार नहीं करें। उन्होंने नागरिकों से यह भी अपील की है कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकले तथा उन मार्गों से नहीं जाएं जिन मार्गों की नदी-नालों पर बने पुलों पर पानी होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से बंद किया गया है। आवश्यक होने पर आवागमन के लिए सुरक्षित मार्गों का उपयोग करें।