
सीहोर। वन भूमि पर अवैध कटाई और तस्करी करने वाले लकड़ी माफियाओं का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि उन्होंने वन चोरी रोकने पहुंचे सरकारी कर्मचारियों पर जानलेवा हमला कर दिया। भैरुंदा के जूनापानी रोड पर हुई इस घटना में लाडकुई रेंज के दो वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें सिविल अस्पताल भैरुंदा में भर्ती कराया गया है।
घटना रविवार रात करीब 10 बजे की है। लाडकुई रेंज के बिट गार्ड काशीराम अहिरवार, सुरक्षाकर्मी बलराम जाट और किशन नवल सिंह बारेला को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जूनापानी के जंगल से अवैध रूप से काटी गई लकड़ी ले जाई जा रही है. वनकर्मी जैसे ही मौके पर पहुंचे, वहां चार गाडिय़ों में सवार 8 से 10 तस्करों ने उन्हें घेर लिया।
लोहे की रॉड से हमला
घायल वनकर्मी बलराम जाट ने बताया कि उन्होंने लकड़ी ले जा रहे लोगों को रोकने की कोशिश कीए तभी तस्करों ने लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर दिया। हमले में बिट गार्ड काशीराम अहिरवार की कमर और कंधे पर चोटें आईं, जबकि सुरक्षाकर्मी बलराम जाट के सिर और पसलियों में गंभीर चोटें आई हैं। वनकर्मी नवल सिंह ने बताया कि तस्कर मारपीट करने के बाद अपनी लकड़ी से भरी गाडिय़ों लेकर फरार हो गए।
पहचान लिए गए हमलावर
बिट गार्ड काशीराम अहिरवार ने बताया कि हमलावरों में से चार लोग उनकी पहचान के हैं जिनमें दलसिंह और उसके तीन लडक़े शामिल थे। इन सभी ने मिलकर क्रूरता से पिटाई की।
मामला दर्ज, तलाश जारी
घायल वनकर्मियों को तुरंत गोपालपुर थाने लाया गया, जिसके बाद डायल 112 की मदद से सिविल हॉस्पिटल भैरुंदा भेजा गया। गोपालपुर पुलिस ने वन कर्मियों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब फरार चल रहे लकड़ी माफियाओं की तलाश में जुट गई है।