कुमेर सिंह आंवले, जावर।
पंचायत सचिवों, रोजगार सहायकों के लिए की गई सरकार की घोेषणाओं के बाद अब सीहोेर जिले के सेवानिवृत्त पंचायत सचिव भी लामबंद हो गए हैं। अब वे भी सरकार के खिलाफ मोेर्चा खोेलने की तैैयारी में हैं। इसको लेकर सीहोर जिले के जावर में सेवानिवृत्त पंचायत सचिवों ने एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन भी किया, जिसमें सैकड़ोें की संख्या मेें वे एकत्रित हुए। उनका कहना है कि वे पंचायत सचिव संगठनोें के मंचों पर ही निर्भर थे, लेकिन सरकार द्वारा की गई घोेषणाओें में उनकी अनदेेखी की गई है। अब उनकी लाभ मिलने की उम्मीदें भी समाप्त होती दिख रही है। इसको लेकर वे भी अब संगठन बनाने की तैयारी में हैं। पंचायत सचिव 2010 से अब तक बड़ी संख्या में रिटायर हो गए हैं। अब तक उनकी मांगें पंचायत सचिवोें के मंचोें से होती रही हैै। वर्ष 2014, वर्ष 2018 और वर्ष 2023 मेें हुए पंचायत सचिवोें, रोजगार सहायकों के सम्मेलन में सरकार द्वारा उनकेे लिए कोई लाभ की घोषणाा भी नहीं की गई है। अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलते रहे हैं। अब सेवानिवृत्त पंचायत सचिव बेहद कठिनाइयों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्हें सरकार सेे कोई लाभ नहीं मिल रहा है। अब वे भी सरकार के खिलाफ लामबंद होकर अपनी मांगों केे लिए संगठन बनाएंगे औैर उस मंच सेे वे अपनी मांगोें कोे लेकर आवाज उठाएंगे।