
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी सीहोर नगर सहित जिलेभर में बाबा खाटू श्याम के जन्मोत्सव पर जगह-जगह आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीहोर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प वृद्धाश्रम में दो दिवसीय बाबा खाटू श्याम के जन्मोत्सव पर पहले दिन भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस मौके पर श्रद्धा भक्ति सेवा समिति की ओर से केन्द्र के संचालक राहुल सिंह, जिला संस्कार मंच के संयोजक जितेन्द्र तिवारी, मनोज दीक्षित मामा, भजन गायक पंडित सुनील पाराशर, केन्द्र के प्रभारी नटवर कुशवाहा, विवेक अग्रवाल, अमित जैन, बाबू सिंह आदि ने खाटू श्याम की झांकी सजाकर पूजा-अर्चना की। इस मौके पर मंच की ओर से मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि देवउठनी एकादशी पर खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन मनाया जाता है। मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल की एकादशी के दिन ही घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक का जन्म हुआ, जिसे खाटू श्याम कहते हैं। महाभारत में वर्णित है कि भीम के पुत्र घटोत्कच थे। उन्हीं के पुत्र थे बर्बरीक, बर्बरीक देवी मां के भक्त थे। बर्बरीक की तपस्या व भक्ति से प्रसन्न होकर देवी मां ने उन्हें तीन बाण दिए थे, जिनमें से एक तीर से संपूर्ण वे पृथ्वी का विनाश कर सकते थे। ऐसे में जब महाभारत का युद्ध चल रहा था तो बर्बरीक ने अपनी माता हिडिम्बा से युद्ध लड़ने की पेशकश की, तब बर्बरीक की माता ने सोचा कि कौरवों की सेना बड़ी है और पांडवों की सेना छोटी इसलिए शायद युद्ध में कौरव पांडवों पर भारी पड़ेंगे, तब हिडिंबा ने कहा कि तुम हारने वाले के पक्ष में युद्ध लड़ो। इसके बाद माता की आज्ञा लेकर बर्बरीक महाभारत के युद्ध में शामिल होने के लिए निकल पड़े। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण को पता था कि जीत पांडवों की होने वाली है। अगर बर्बरीक युद्ध स्थल पर पहुंचते हैं तो वे कौरव पक्ष में युद्ध लड़ेंगे, इसलिए भगवान श्रीकृष्ण भिक्षु का रूप धारण कर बर्बरीक के पास पहुंचे। तब भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक से उनका शीश दान में मांग लिया। दानशीलता के कारण बर्बरीक ने बिना किसी सवाल के अपना शीश भगवान श्रीकृष्ण को दान दे दिया। इसी दानशीलता के कारण श्रीकृष्ण ने कहा कि तुम कलयुग में मेरे नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, तुम कलयुग का अवतार कहलाओगे और हारे का सहारा बनोगे।
श्याम प्रेमियों ने मनाया खाटू नरेश प्रकटोत्सव
भैरूंदा में भी मनाया भव्य उत्सव –
जिले के भैरूंदा में भैरूंदा नरेश बाबा खाटू श्याम के मंदिर में भव्य प्रकटोत्सव मनाया गया। गोकुलधाम कॉलोनी स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया। इस दौरान ष्यामप्रेमियों द्वारा भव्य रूप से बाबा का श्रृंगार कराया गया। इसके बाद रात्रि में बाबा की ज्यौत जलाई गई तो वहीं भजन संध्या का भी आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रीष्याम प्रेमी मौजूद रहे। यहां बता दें कि प्रति एकादषी को खाटूष्याम मंदिर में जौत प्रकट की जाती है। इस दौरान भजन, कीर्तन भी होते हैं।