
सीहोर। जिलेभर में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान जिलेभर में जगह-जगह रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन हुआ। सीहोर में पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा के नेतृत्व में छावनी दशहरा उत्सव समिति द्वारा वॉटरप्रूफ रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। इधर दशहरा पर्व के अवसर पर सीहोर में शस्त्र पूजा भी हुई। इसमें प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा पहुंचे। इस दौरान एसपी दीपक कुमार शुक्ला, एएसपी सुनीता रावत सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे, वहीं शाहगंज में हुई शस्त्र पूजा में बुधनी विधायक रमाकांत भार्गव, एसडीओपी बुधनी रवि शर्मा सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा। रेहटी, बुधनी, भैरूंदा, आष्टा सहित जिलेभर के थानों में भी जनप्रतिनिधि, पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की उपस्थिति में विधि विधान से शस्त्र पूजा हुई।
चल समारोह निकला, लोगों ने दी एक-दूसरे को बधाई –
सीहोर में दशहरा के अवसर पर छावनी दशहरा उत्सव समिति के तत्वावधान में चल समारोह निकाला गया। समिति द्वारा 71 फीट ऊंचे पुतलों का निर्माण कराया गया। बाल विहार मैदान पर जोरदार आतिशबाजी और रोशनी के बीच रावण दहन से पहले, भगवान श्रीराम और रावण के मध्य महायुद्ध हुआ। कार्यक्रम के दौरान लगातार तीन घंटे तक आकाशीय बहुरंगी आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया, जिसके लिए मुंबई से विशेष आतिशबाजी बुलाई गई थी। इससे पहले जसपाल सिंह अरोरा सहित समिति के सदस्यों ने प्राचीन गणेश मंदिर, कुबेरेश्वरधाम, भूतेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य स्थानों पर पहुंचकर निमंत्रण भेंट कर संतों का आशीर्वाद ग्रहण किया।
पुलिस परेड ग्राउंड पर हुई शस्त्र पूजा –
थाना शाहगंज में भी हुई शस्त्र पूजन, विधायक हुए शामिल –
जिलेभर में हुआ रावण दहन, चल समारोह भी निकले –
दशहरा पर्व के अवसर पर सीहोर जिला मुख्यालय सहित जिले भर के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी रावण का दहन किया गया। हिन्दू उत्सव समिति रेहटी द्वारा प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी रंगारंग आतिशबाजी के साथ रावण का दहन हुआ। कृषि उपज मंडी प्रांगण पर आयोजित समारोह में 51 फीट ऊंचा रावण आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। हिंदू उत्सव समिति रेहटी द्वारा गणेश उत्सव एवं दुर्गा उत्सव समिति वालों का भी यहां पर सम्मान किया गया। भारी तादाद में जनसमूह की उपस्थिति रहा। इस दौरान दशहरा जीतकर घर आए लोगों का घर की महिलाओं ने तिलक लगाकर स्वागत किया, वही घर-घर शस्त्र एवं वाहनों की पूजा की गई। इससे पहले कई जगह दुर्गा प्रतिमाओं का चल समारोह भी निकाला गया और प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।