सीहोर। अनुसुचित जाति एवं जनजाति पर लगातार बढ़ते अन्याय, अत्याचार के विरोध में सैकड़ों लोगों ने नारेबाजी करते हुए एसपी कार्यालय का घेराव किया। बढ़ती घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों पर भी कठौर दंडात्मक कार्यवाही नहीं करने पर सख्त आक्रोश व्यक्त किया गया। सैकड़ों लोग पैदल जिला अस्पताल चौराह से नारेबाजी करते हुए सेन महाराज चौराहा, बाल बिहार मैदान से मनकामेश्वर मंदिर तहसील चौराहा भोपाल फाटक होते हुए एसपी कार्यालय पहुंचे। जहां पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुसुचित जाति एवं जनजाति के कमजोर वर्गों ने जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को मांग पत्र सौंपा।
सामाजिक कार्यकर्ता राजेश मालवीय ने कहा कि अनुसुचित जाति एवं जनजाति के फरियादियों के साथ पुलिस द्वारा अन्याय किया जाता है। आरोपियों के इशारे पर बिना जांच के ही फरियादियों पर भी अपराधिक मामला दर्ज करा लिया जाता है, जिस कारण फरियादियों को न्याय नहीं मिलता है और पुलिस के द्वारा भी प्रताड़ित किया जाता है। मजबूरी में फरियादियों को आरोपियों से समझौैता करना पड़ता है।
सामाजिक कार्यकर्ता राजेश मालवीय के नेतृत्व में ग्राम भाड़ाखेड़ी निवासी रितुबाई पति पूरण सिंह को न्याय देने की मांग की गई। रितुबाई पति पूरण सिंह ने अपनी भाभी आरती को जिला चिकित्सालय सीहोर के मेटरनिटी डिलेवरी वार्ड में भर्ती किया था। मामूली बात पर उपस्थित डॉक्टर, कर्मचारी एवं महिला गार्ड सहित 6 आरोपियों द्वारा बेरहमी से मरीज के परिजनों के साथ मारपीट की गई थी। इस मामले में मात्र 4 लोगों पर ही एफआईआर दर्ज की गई, जबकी घटना के मुख्य सूत्रधार डॉ. सुधीर श्रीवास्तव व संजय ठाकुर उर्फ रंजीत पर कोई भी कार्रवाई कोतवाली पुलिस द्वारा नहीं की गई। पुलिस ने फरियादियों पर समझौता करने का नाजायज दबाव भी बनाया। समझौता नहीं करने पर फरियादियों पर झूठी एफआईआर दर्ज कर ली गई।
लगातार किया जा रहा है प्रताड़ित-
अनुसुचित जाति एवं जनजाति संगठन के जितेंद्र मालवीय ने कहा कि मंडी थाना के ग्राम चितावलिया लाखा निवासी अर्जुन मालवीय और भगवत मालवीय दोनों मजदूरी से खाद फेंकने लक्ष्मण जाट ग्राम चित्तोडिय़ा जाट के यहां गए थे। उस दिन मजदूरी के पैसे नहीं दिए थे, दूसरे दिन देने को कहा था। अर्जुन मजदूरी के पैसे मांगने लक्ष्मण जाट के यहां गया तो लक्ष्मण ने पैसे देने से मना किया और धमकी देते हुए मारपीट कर भगा दिया। आरोपी लक्ष्मण सिंह जाट पुत्र गंगाराम जाट, विनोद जाट पुत्र लक्ष्मण, धर्मेन्द्र जाट पुत्र लक्ष्मण जाट, राजेन्द्र जाट, रामअवतार जाट सहित 15 से 20 लोग धारदार हथियार सहित फरियादी दुलीचंद मालवीय ग्राम कोटवार, गुलाब सिंह मालवीय, धरमसिंह मालवीय, अर्जुन मालवीय, रामसिंह मालवीय के घर पहुंचे और मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस द्वारा आरोपियों को अब तक गिरफतार नहीं किया गया है और फरियादियों पर ही एफआरआई दर्ज कर ली गई है। अनुसुचित जाति एवं जनजाति कमजोर वर्ग संगठन द्वारा फरियादियों पर अनुचित रूप से की गई एफआईआर रदद करने और आरोपियों पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने सहित जिला अस्पताल सीहोर के आरोपी डॉक्टर व स्थाई कर्मचारियों को सस्पेंड करने और आरोपी गार्डों की कम्पनी का लायसेंस भी रद्द किए जाने मांग की गई। मांग पूरी नहीं होने और समय रहते ऐसी घटनों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो अनुसूचित जाति जनजातियों के संगठनों द्वारा सामूहिक रूप से उग्र आन्दोलन किया जाएगा।
एसपी कार्यालय का घेराव प्रदर्शन में राजेश मालवीय, कमलेश दोहरे, जितेंद्र मालवीय, जनम सिंह परमार, बीएस भदोरिया,प्रहलाद सिंह मालवीय, रमेश्वर मालवीय, पंकज दुगारिया, एसएन तोमर, सोनू मालवीय, दुर्गा प्रसाद मालवीय,शुभम कचनारिया, मदनलाल भदोरिया, शीला बाई, सीता बाई, द्रोपती बाई, देवेनद्र मालवीय, सौरम बाई, अनीता बाई सुलोचना बाई, रितू बाई, शिवम, गोविंद, नारायण सिंह मालवीय, रमेश कुमार मालवीय, धन सिंह मालवीय, देवराज, हरिप्रसाद, सतीश, वसंत मालवीय, सज्जन सिंह, पहलाद सिंह मालवीय, जगदीश मालवीय, राकेश कुमार, जीवन सिंह, दिनेश मालवीय, सीताराम, मनोहर सिंह, रितेश मालवीय, विशाल मालवीय, कुंदन मालवीय, जितेंद्र देवरिया, पंकज कुमार, सर्जन मालवीय, माखन सिंह, अजय सिंह, गुलाब सिंह, संदीप, अनिल, जितेंद्र कुमार, सुरेश, धमेंद, जगदीश मालवीय, रितेश रामदेव, मनोज मालवीय, राजेश, मुकेश, सुरेश, ओमप्रकाश, शंकरलाल,विष्णु प्रसाद आदि शामिल रहे।