सीहोर : भव्य कावड़ यात्रा की ड्रोन से रखी जाएगी नजर

उज्जैन की डमरू पार्टी, इटारसी के डोल के अलावा भगवान शिव परिवार की झांकिया रहेगी आकर्षण का केन्द्र

सीहोर। रविवार को शहर के इतिहास में पहली बार कावड़ा यात्रा सेवा समिति चितावलिया के तत्वाधान में देवों के देव महादेव के सावन मास के पावन अवसर पर भव्य कावड़ा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यात्रा सुबह दस बजे शहर की जीवनदायनी सीवन नदी के तट से अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मुख्य अतिथ्यि में प्रमुख मार्गों से होते हुए जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निमार्णाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचेगी, यात्रा में 3 झांकियां, 100 से अधिक डोल, डीज, ढोल-ताशे के अलावा उज्जैन से आई डमरू पार्टी, इटारसी के ढोल के अलावा भगवान शिव परिवार का रूप धारण करें हुए कलाकार रहेगे। करीब 11 किलोमीटर तक निकाली जाने वाली इस भव्य कावड़ा यात्रा का 50 से अधिक स्थानों पर सामाजिक संगठनों सहित अन्य के द्वारा स्वागत किया जाएगा। महिलाएं केशरिया, पीली और रंग की साड़िया के अलावा पुरुषों को भगवा रंग के गमछे के अलावा कार्यकतार्ओं समिति की टी-शर्ट में रहेंगे। कार्यक्रम का प्रसारण आन लाइन किया जाएगा।
कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में हर रोज बड़ी संख्या में कावड़ लेकर महिला और पुरुष आदि कावड़ यात्री आ रहे है और पूरी आस्था और उत्साह के साथ यहां पर भगवान का जलाभिषेक का क्रम जारी है, लेकिन रविवार को क्षेत्र के इतिहास में पहली बार निकाली जाने वाली भव्य यात्रा में आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों के अलावा हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के सौ से अधिक ढोल-बाजे, भगवान शंकर के डमरू और डीजे आदि के साथ पूरे शहरी और ग्रामीण क्षेत्र को भगवा रंग से सराबोर कर दिया जाएगा। आयोजन को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में उत्साह का वातावरण है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र की आन, बान और शान भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं शामिल रहेंगे। इस मौके पर डीजे, ढोल-ताशे और भोलेनाथ की झाकियों के साथ कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा की तैयारियों को लेकर आधा दर्जन से अधिक ग्रामों के ग्रामीण युद्ध स्तर पर तैयार है।
सुबह दस बजे सीवन नदी तट से कुबेरेश्वरधाम तक जाने वाली भव्य कावड़ यात्रा को लेकर आधा दर्जन से अधिक ग्रामों के ग्रामीणों के अलावा शहरी क्षेत्र में भी उत्साह का वातावरण है। बैठक में ग्राम नापलाखेड़ी, चितोडिया जाट, चितावलिया हेमा, चितावलिया लाखा, ग्राम भटौनी और दीदाखेड़ी सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामों के श्रद्धालुओं ने कोरोना काल के बाद सावन मास पर भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस बार की कावड़ यात्रा अपने आप में एक भव्य यात्रा रहेगी। इसमें सैकड़ों की संख्या में कांवड़िए शामिल होंगे। भगवा कपड़े पहने भक्तों के कंधे पर कांवड़ होगी। बोलबम के नारे के साथ कावड़िए शहर की जीवनदायनी सीवन नदी के तट पर पहुंचकर सुबह दस बजे शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निमार्णाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगे। करीब 11 किलोमीटर से अधिक भव्य कावड़ा यात्रा का ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में उत्साह के साथ भव्य स्वागत किया जाएगा। कावड़ यात्रा के दौरान माता पार्वती के जल से मंदिर में भगवान शिव का भव्य जलाभिषेक किया जाएगा।
एक दर्जन से अधिक स्थानों पर कावड़ यात्रा का किया जाएगा भव्य स्वागत
जानकारी के अनुसार शहर के सीवन नदी तट से शहर के इतिहास में पहली बार निकाली जाने वाली इस भव्य कावड़ यात्रा को लेकर ग्रामीणों और शहरी श्रद्धालुओं में उत्साह का संचार है। शहर के नदी चौराहा, कोतवाली चौराहा, इंदौर नाका, राधेश्याम विहार कालोनी, सोया चौपाल सहित अन्य स्थानों पर पुष्प वर्षा के साथ कावड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाएगा।

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