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सीहोर : विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रत्याशियों की टोंह लेने आए विधायकों ने शुरू की छानबीन

एक सप्ताह में देना है रिपोर्ट, करेंगे कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों से चर्चा

सीहोर। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बेहतर एवं चुनाव जिताऊ प्रत्याशियों की खोजबीन के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तरप्रदेश, बिहार, महाराष्टÑ सहित कई अन्य राज्यों के विधायकों को मध्यप्रदेश की सीटों की जिम्मेदारी सौंपी हैं। सीहोर विधानसभा की चार सीटों पर भी ये जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में यूपी के विधायक चंद्रपाल लोधी, आष्टा विधानसभा में उत्तरप्रदेश के विधायक डॉ. डीसी वर्मा, इछावर विधानसभा में उत्तरप्रदेश के विधायक देवेंद्रसिंह लोधी एवं सीहोर विधानसभा में यूपी की पूनम संखवार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन विधायकों ने सीहोर जिले की विधानसभा में आकर काम भी शुरू कर दिया है। सीहोर जिले में बुधनी विधानसभा को छोड़कर सीहोर, आष्टा एवं इछावर में भाजपा विधायकों का जमकर विरोध हो रहा है। अब यूपी के विधायक सीहोर जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेकर एक सप्ताह में रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। सीहोर जिले में भाजपा के जिला महामंत्री राजकुमार गुप्ता को विधायक प्रवास अभियान का जिला प्रभारी एवं धारासिंह पटेल को सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।

केंद्रीय नेतृत्व ने संभाला मोर्चा-
मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार केंद्रीय नेतृत्व ने मोर्चा संभाल रखा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथ में इसकी कमान है। वे भी लगातार मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। इस बीच भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश सहित सीहोर जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में भी बेहतर एवं उपयुक्त प्रत्याशियों के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी टीम उतारी है। सीहोर जिले में यूपी के विधायक बेहतर प्रत्याशियों की टोंह लेने के लिए मैदान में उतर गए हैं। इसके लिए सभी विधायकों को 19 से 27 अगस्त तक अभियान के रूप में इस कार्य को शुरू किया है और इसके बाद रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी।

मंडल स्तर पर लेंगे बैठक, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों से करेंगे चर्चा-
जिन विधायकों को जिम्मेदारियों सौंपी गई है वे विधानसभा स्तर पर मंडलों की बैठकें लेंगे। इस दौरान कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों सहित पूर्व पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। इस दौरान वर्तमान विधायकों की रिपोर्ट, विधानसभा क्षेत्र में उनकी स्थिति, चुनाव में जीत का अंतर, कार्यकर्ताओं के साथ तालमेल, पदाधिकारियों के साथ बर्ताव सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। खासकर इस बार उनकी विधानसभा क्षेत्र में स्थिति क्या है और क्या वे इस बार चुनाव में जीत सकते हैं, इस पर विशेष रूप से फोकस रहेगा।

सीहोर जिले में यहां सामने आ रहा है विरोध-
सीहोर जिले की विधानसभाओं की बात करें तो बुधनी विधानसभा को छोड़कर सीहोर, आष्टा और इछावर विधानसभा क्षेत्रों में वर्तमान विधायकों का जमकर विरोध सामने आ रहा है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है। वे यहां से लगातार चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री पद का दायित्व निभा रहे हैं। वे यहां पर लगातार सक्रिय भी हैं और उन्होंने बुधनी विधानसभा को कई विकास एवं निर्माण कार्यों की सौगात दी है। अब प्रज्ज्वल बुधनी की सौगात देकर बुधनी विधानसभा को मध्यप्रदेश के लिए रोल मॉडल के रूप में विकसित भी किया जा रहा है। सीहोर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुदेश राय हैं। विधायक सुदेश राय की जमीनी स्थिति कमजोर बताई जा रही है। कार्यकर्ताओं का तालमेल उनके साथ बेहतर नहीं बताया जा रहा है। चुनावी साल में उनकी क्षेत्र में सक्रियता दिख रही है। इछावर विधायक करण सिंह वर्मा का भी खुलकर विरोध हो रहा है। उनकी विधानसभा में सड़क, पानी की समस्या ज्वलंत बनी हुई है और इसको लेकर उनका लगातार विरोध भी किया जा रहा है। इस बार कई गांवों में ग्रामीणों द्वारा वोट का बहिष्कार करने की तैयारियां भी की जा रही है। आष्टा विधानसभा क्षेत्र में भी विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय का विरोध सामने आ रहा है। वहां भी कई मूलभूत सुविधाएं ही लोगों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके अलावा कार्यकर्ताओं का भी विरोध लगातार सामने आ रहा है।

यूपी के विधायकों को साधने की तैयारी-
सीहोर जिले की विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों एवं प्रत्याशियों की जमीनी स्थिति देखने के लिए आए यूपी के विधायकों को साधने के भी जतन किए जा रहे हैं। विधायक एवं चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे प्रत्याशी अपने-अपने स्तर से इन विधायकों से मिलने की रणनीति तैयार कर रहे हैं तथा उनके सामने कैसे बेहतर प्रदर्शन हो सके, इसको लेकर भी जतन कर रहे हैं। हालांकि भाजपा से टिकट की दावेदारी करने वाले उम्मीदवार विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय हैं और वे लगातार अपने को सिद्ध करने के लिए गांव-गांव, घर-घर तक दस्तक देकर अपनी उम्मीदवारी तय करने की जुगत में जुटे हुए हैं। अब ये दिखना दिलचस्प होगा कि यूपी के विधायकों के सामने कौन उम्मीदों पर खरा उतर पाता है।

नाराज नेताओं को भी साधेंगे-
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सीहोर जिले में जिन यूपी के विधायकों को ये जिम्मेदारी सौंपी है। वे यहां पर पार्टी एवं संगठन से नाराज चल रहे पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा करेंगे एवं उन्हें मनाने का प्रयास करेंगे। इस दौरान उनकी नाराजगी दूर करके उनसे चुनावी तैयारियों को करने की अपील भी करेंगे।

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