सीहोर। जिला मुख्यालय सहित जिलेभर के बाजारों में धनतेरस पर दिनभर रौनक रही। लोगों ने धनतेरस के अवसर पर कार, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों की जमकर खरीदारी की तो वहीं सोना-चांदी के जेवरात भी खरीदे। इसी तरह बर्तन की दुकानों पर भी दिनभर ग्राहकों की भीड़ लगी रही। कपड़ा बाजार में भी रौनक देखने कोे मिली। धनतेरस के अवसर पर सीहोर सहित जिलेभर के अन्य बाजारों में लगभग 80 से 90 करोड़ का कारोबार होने का अनुमान है। धनतेरस में अच्छा व्यवसाय होने से व्यापारियों के चेहरे पर खुशी दिखी, वहीं यातायात व्यवस्था संभालने जगह-जगह पुलिस नजर आई।
बर्तन के कारोबार में दिखा बूम-
शहर में धनतेरस पर बर्तन भंडारों पर ग्राहकों की सुबह से ही जमकर भीड़ रही। जहां एक दिन में ही करीब तीन करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। बर्तन भंडार के थोक एवं फुटकर विक्रेता नितेश मित्तल ने बताया कि धनतेरस पर बर्तनों का बाजार गुलजार रहा। जहां सुबह से ही ग्राहकी शुरू हो गई थी। शहर में करीब तीन करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। इसके अलावा कपड़ा दुकानों सहित अन्य दुकानों पर भी जमकर ग्राहकी देखी गई।
शुभ मुहूर्त में खरीदे वाहन, गाड़ियां –
जिलेभर में इस साल आटोमोबाइल्स के क्षेत्र में ही करीब 50 करोड़ का करोबार हुआ है। इसमें सबसे अधिक ग्राहकी आटो मोबाइल्स के शोरूमों पर देखी गई। जहां ग्राहकों के द्वारा धनतेरस के लिए एडवांस में वाहनों की बुकिंग कर दी गई थी। होंडा शोरूम के संचालक दिलीप उपाध्याय ने बताया कि धनतेरस पर एडवांस की बुकिंग करने वालों को ही वाहन बेचे गए हैं। इसके अलावा कुछ ग्राहकों को मनपसंद वाहन देने के लिए समय लिया गया है। अब दीपावली पर दोपहिया वाहनों की ग्राहकी होगी।
किसी ने सिक्के तो किसी ने नोट भी खरीदे-
पिछले कुछ सालों की बात करें तो धनतेरस पर्व पर ज्वेलरी की दुकानों पर भी जमकर ग्राहकी होती थी। ज्वेलरी संचालकों से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस बार सोने-चांदी का बाजार कमजोर रहा। जबकि बीते सालों की बात करें तो सोने-चांदी की भी ग्राहकों के द्वारा धनतेरस पर जमकर खरीदारी की जाती थी। हालांकि चांदी के सिक्के व चांदी के नोट जमकर ग्राहकों द्वारा लिए गए।
धनतेरस के शुभ मुर्हूत में हुई रजिस्ट्री-
धनतेरस के शुभ मुर्हूत में पक्षकारों द्वारा अचल संपत्ति के दस्तावेजों का पंजीयन अधिक संख्या में कराया जाता है। इसको लेकर दस्तावेजों के पंजीयन कार्य में लोगों की सुविधा को देखते हुए उप पंजीयक कार्यालय धनतेरस पर्व पर भी खोला गया। इस दौरान जिला मुख्यालय पर 10 रजिस्ट्रियां हुई। वहीं 2 विक्रय अनुबंध किए गए। इसके चलते अवकाश के दिन जिला मुख्यालय पर पंजीयन विभाग को 3 लाख रुपये का राजस्व मिला।