सीहोर। जिले के नवागत पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने मंगलवार को विधिवत पदभार ग्रहण किया गया। मयंक अवस्थी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सीहोर ने नवागत पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक कुमार शुक्ला का पुष्प गुच्छे भेंट कर स्वागत किया। इसके बाद उन्हें अपना कार्यभार सौंपा। इस दौरान एएसपी गीतेश गर्ग, नगर पुलिस अधीक्षक सीहोर निरंजन सिंह राजपूत, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीहोर सुश्री पूजा शर्मा, डीएसपी विजय अंभोरे, रक्षित निरीक्षक सीहोर उपेन्द्र यादव उपस्थित रहे। इससे पहले समस्त पुलिस स्टाफ द्वारा आईपीएस मयंक अवस्थी को विधिवत विदाई दी गई।
एसपी के रूप में मयंक अवस्थी का शानदार रहा कार्यका, अब नवागत एसपी दीपक कुमार शुक्ला के सामने रहेंगी चुनौतियां…
मयंक अवस्थी के कार्यकाल में हुए नवाचार, बड़े-बड़े खुलासे –
सीहोर जिले में तीन वर्षों से अधिक समय तक पदस्थ रहे आईपीएस अधिकारी मयंक अवस्थी के कार्यकाल में जहां त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव, नगरीय निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव संपन्न हुए तो वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीहोर जिले में लगातार दौरे कार्यक्रम में उनकी सुरक्षा व्यवस्था की अहम जिम्मेदारी रही। इस दौरान नवरात्रि में लगने वाला सलकनपुर मेला, इछावर के समीप बारह खंबा मेला, कुबेरेश्वर धाम में हुए आयोजनों सहित अन्य आयोजनों में लोगों की सुरक्षा व्यवस्था भी बड़ी चुनौती के रूप में रही। उनके कार्यकाल के दौरान सीहोर जिला पुलिस ने सलकनपुर मंदिर में हुई बड़ी चोरी सहित जिलेभर में हुई अन्य बड़ी चोरियों के खुलासे भी किए। अवैध कार्य, गांजा, जुआं, सट्टा पर भी बड़ी-बड़ी कार्रवाईयां की गईं। इस दौरान वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से थानों से ही जनसुनवाई जैसे नवाचार भी किए गए, जिससे लोगों को सीहोर तक जाना नहीं पड़ा और उनकी समस्याओं का समाधान हो गया।
नवागत एसपी दीपक कुमार शुक्ला के सामने भी होंगी कई चुनौतियां –
सीहोर जिले के पुलिस अधीक्षक बनाए गए दीपक कुमार शुक्ला के सामने भी अब कई चुनौतियां होंगी। इनमें सबसे अहम चुनौती के रूप में सीहोर जिले में अपराधों एवं अवैध कार्यों पर अंकुश लगाना अहम होगा। इसके साथ ही लॉ एंड आर्डर का पालन कराना, पुलिस मुख्यालय द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों एवं अभियानों को सफल बनाना भी अहम होगा। इसके अलावा सीहोर जिले में ऐसे चोर गिरोह जो बड़ी-बड़ी गाड़ियां, टैक्टर, कार को घर से उठा ले जाते हैं एवं फिर उन्हीं गाड़ियों की फिरौती भी मांगते हैं, उन्हें भी पकड़ने की महत्ती जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ कुबेरेश्वर धाम में होने वाला रूद्राक्ष महोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने की भी सबसे बड़ी चुनौती होगी।
उपचुनाव की भी कवायद –
सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में उपचुनाव होना है। उपचुनाव से पहले ऐसे अधिकारियों को हटाया जाना है, जिनको यहां पदस्थ हुए तीन वर्ष हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को सीहोर में तीन वर्ष से अधिक का समय हो गया था। ऐसे में चुनाव से पहले उनका यहां से तबादला होना ही था। आचार संहिता लगने से पहले उन्हें यहां से हटाकर दीपक कुमार शुक्ला को एसपी बनाया गया है।