
बुधनी। शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल द्वारा छात्रा को दसवीं कक्षा की सप्लीमेंट्री परीक्षा से वंचित करने के मामले में अब जांच की जाएगी। इसके लिए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। अब गठित टीम सोमवार को स्कूल पहुंचकर मामले की जांच करेगी, वहीं छात्रा और उसके परिजनों से भी बात करेगी। यहां बता दें कि बुधनी स्थित शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल में अध्यनरत दसवीं कक्षा की छात्रा देव शिखा चौधरी को पहले तो हाईस्कूल की मुख्य परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा रहा था, लेकिन तत्कालीन ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मणिशंकर शर्मा के हस्तक्षेप के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश से परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई। इसके बाद छात्रा ने परीक्षा दी, लेकिन उसकी गणित विषय में सप्लीमेंट्री आ गई। सप्लीमेंट्री की परीक्षा में बैठने के लिए देवशिखा चौधरी के माता-पिता कई बार स्कूल गए, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उसका फार्म नहीं भरा। दरअसल देवशिखा के परिजन उसकी फीस नहीं भर पाए थे। इसके चलते छात्रा सप्लीमेंट्री परीक्षा से वंचित रह गई। मामला प्रकाश में आने के बाद अब इस मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शशि सिंह ने एक तीन सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच करवाने की बात कही। शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल इससे पहले भी कई बार सुर्खियों में रहा है। इससे पहले जब डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को न्यायालय ने 20 वर्ष की सजा सुनाई थी, तब कई पालकों ने अपनी बेटियों को इस स्कूल से निकाल लिया था, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उनकी फीस वापस नहीं की थी। उस वक्त भी जांच समिति बनाई गई थी। हालांकि पालकों को इसमें किसी भी तरह की राहत नहीं मिली थी।