बुधनी से ’शिवराज’ के सर सजेगा ताज, लेकिन सीहोर, इछावर, आष्टा से कौन होगा सरताज ?
सीहोर जिले की चार में से तीन सीटों पर भाजपा ने फाइनल किए प्रत्याशी
Sumit Sharma
सुमित शर्मा, सीहोर 9425665690
मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा अब तक चार सूचियां जारी की जा चुकी हैं। इन सूचियों में मध्यप्रदेश की अन्य विधानसभा सीटों सहित सीहोेर जिले की चार मेें से तीन विधानसभा सीटोें की स्थिति भी साफ हो गई है। सीहोर जिले की बुधनी, इछावर एवं सीहोेर विधानसभा सीट से भाजपा ने उम्मीदवारोें की घोषणा कर दी है। बुधनी विधानसभा से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही लगातार पांचवी वार टिकट देकर मैदान में उतारा है। हालांकि वे पहली बार यहां सेे वर्ष 1990 के चुनाव में मैदान में उतरेे थे, इसके बाद वर्ष 2006, वर्ष 2008, वर्ष 2013 एवं वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव मेें भी बुधनी विधानसभा से लड़े और जीते भी थे। इस बार भी मुख्यमंत्री बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में रहेंगे। यह भी सत्य है कि बुधनी में जीत का ताज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माथे पर ही सजेेगा। 2018 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 लाख 23 हजार 492 मत हासिल किए थे और कांग्रेस प्रत्याशी अरूण यादव को करीब 60 हजार वोटों से शिकस्त दी थी। इस बार वे लगातार बुधनी विधानसभा में सक्रिय हैं, इसलिए उम्मीद की जा रही हैै कि उनकी जीत का अंतर इस बार बहुत ज्यादा होगा।
सीहोर में होगा त्रिकोणीय मुकाबला- सीहोर विधानसभा सीट से भाजपा ने दूसरी बार सुदेश राय पर ही भरोसा जताया है और उन्हें टिकट देकर भाजपा का प्रत्याशी बनाया है। सुदेश राय पहली बार 2013 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और जीते भी थे। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए औैर 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्होेंने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह ठाकुर को करीब 20 हजार 600 वोटोें से पराजित किया था। इस बार भी भाजपा ने सुदेश राय को टिकट देकर उन पर ही भरोसा जताया है। यूं तो सीहोेर विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला हर बार त्रिकोणीय ही नजर आता है, लेकिन इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होने के साथ-साथ कांटे का भी होगा। सीहोेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस केे प्रत्याशी का नाम अब तक घोषित नहीं हुआ है, लेकिन यहां से कांग्रेस केे कद्दावर नेता रमेेश सक्सेना के बेटे शशांक सक्सेेना की जोरदार तैयारियां हैं। शशांक सक्सेना ने त्रि-स्तरीय पंचायत के चुनाव में जिला पंचायत के वार्ड नंबर एक से जीत दर्ज कराई थी। वार्ड नंबर एक सीहोेर विधानसभा में ही आता है। वे करीब एक साल से ज्यादा समय से सीहोेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव की तैयारियों में भी जुटे हुए हैं। उनकी भी पुख्ता तैयारी है। सीहोेर विधानसभा क्षेेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर गौरव सन्नी महाजन भी चुनाव मैदान मेें उतरते रहे हैं। इस बार भी वेे तैयारियां कर रहे हैं। इधर बसपा ने भी यहां से कमलेश दोहरे को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। इसलिए सीहोेर विधानसभा क्षेत्र से जीत का दावा करना फिलहाल जल्दबाजी होगा, लेकिन मुकाबला बेहद रोेमांचकारी होगा।
इछावर में करण सिंह वर्मा पर मोहर- इछावर विधानसभा सीट से भी भाजपा ने एक बार फिर से करण सिंह वर्मा पर ही मोहर लगाई है। उन्हें लगातार आठवीं बार विधानसभा का टिकट देकर मैदान में उतारा गया है। भाजपा ने पहली बार करण सिंह वर्मा को वर्ष 1985 के विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। वे जीतेे भी थे और उसके बाद से वर्ष 1990, 1993, 1998, 2003, 2008, 2013 और 2018 में भी टिकट दिया था। हालांकि करण सिंह वर्मा वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र पटेल से चुनाव हार गए थे, लेकिन उन्होेंने 2018 के चुनाव में शैलेंद्र पटेल को शिकस्त दी। इस बार भी भाजपा ने तोे करण सिंह वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, लेकिन कांग्रेस ने अब तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐेलान नहीं किया है। हालांकि इछावर से कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेेंद्र पटेल की पुख्ता तैयारियां हैं और वे लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। संभावनाएं भी उन्हें ही टिकट मिलने की बन रही है, लेकिन जब तक नाम सूची में न आ जाए कहना जल्दबाजी होेगा। फिलहाल करण सिंह वर्मा कोे टिकट देेकर मुकाबला बेहद रोमांचकारी बना दिया है।
आष्टा को किया होल्ड- भारतीय जनपा पार्टी की चुनाव अभियान समिति ने सीहोर जिले की तीन विधानसभा सीटोें से प्रत्याशियोें के नामोें का ऐलान कर दिया है, लेकिन आष्टा विधानसभा सीट पर अब तक संशय बरकरार है। यहां पर वर्तमान में भाजपा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय हैैं, लेकिन अभी यहां सेे नाम फाइनल नहीं हुआ है। हालांकि रघुनाथ सिंह मालवीय का विरोेध भी जमकर होे रहा हैै, लेकिन वे फिर भी आश्वस्त नजर आ रहे हैं कि टिकट उन्हें ही मिलेगा। इसके अलावा भी कई भाजपा नेता यहां से अपनी दावेदारी जता रहे हैैं।