सीवन नदी का हो गहरीकरण, ताकि बरसात में एकत्रित हो सके पानी

सीवन उद्धार समिति ने नगर पालिका अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन

सीहोर। सीवन नदी सीहोर की जीवन दायिनी है, जो कि इस समय पूरी तरह से सुख चुकी है। चद्दर पुल से लेकर इलाही माता, हनुमान फाटक कस्बा सीहोर के मध्य मिट्टी के बड़े-बड़े टीले बन चुके हैं। इस क्षेत्र में असीमित मिट्टी का जमावड़ा लगा हुआ है, सीवन नदी का गहरीकरण एवं सफाई को लेकर सीवन उद्धार समिति के सदस्यों ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस विकास राठौर को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि नगर के बीचों-बीच स्थित सीवन नदी का गहरीकरण व पूर्णरूप से सफाई की जाए, ताकि बरसात के समय नदी में पानी का स्टोरेज हो सके। ज्ञातव्य है कि कस्बा क्षेत्र में पार्वती नल लाइन बहुत पुरानी हो चुकी है। पूरा कस्बा निजी एवं सरकारी बोर पर निर्भर है और इन्हीं बोरों से अन्य क्षेत्र के लोग पानी ले जाते हैं। ये बोर इसी नदी से रिचार्ज होते है। यदि नदी का पूर्णरूप से गहरीकरण होगा तो नगर के सभी बोर रिचार्ज होंगे एवं पर्याप्त मात्रा में नदी में पानी रहेगा, इस विषय को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर को मांग पत्र सभी के हस्ताक्षर सहित सौंपा गया। जिस पर नपाध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसी को लेकर स्थानीय हनुमान फाटक धाम पर सीवन उद्धार समिति की बैठक भी आयोजित की गई थी। इसमें प्रमुख सुधीर सिंह ठाकुर, महिपाल जैन, सुदीप व्यास, सीताराम यादव, शुभम कान्हा सोनी, अश्विन नामदेव, प्रदीप चावड़ा, आकाश माथुर, मनमोहन यादव, सेवा यादव, रोहित भावसार (बाबा), अंकित भावसार, प्रकाश यादव, धन्ना लाल राय, गुलाब मालवीय, आकाश माथुर, गीतार्थ भावसार, दीपेश राय, सोम यादव, अर्पित खत्री, राजेश पहलवान, अशोक भारती, अमन सोनवाने, अंशुल भावसार, नितेश जोशी, अप्पू व्यास, पप्पू तिवारी, दीनू राजपूत आदि उपस्थित थे।