
आष्टा। नगर का शासकीय शहीद भगत सिंह महाविद्यालय चर्चा में छा रहा है। उसी के चलते अब छात्र संगठनों सहित अन्य संगठन भी धरने पर बैठकर दूध का दूध और पानी का पानी करने की बात कर रहे हैं। वहीं छात्र संगठन के नेता जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है उन्हें कॉलेज से बाहर कर जांच करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सही जांच नहीं होगी हम अनिश्चितकालीन के लिए धरने पर ही बैठे रहेंगे। छात्र संगठन के नेताओं ने अनेक आरोप लगाए हैं। तो दूसरी ओर अपने बचाव के लिए सहायक प्रोफेसर हिमांशु राय श्रीवास्तव ने प्रेसवार्ता आयोजित कर सफाई देने का प्रयास किया। उन्होंने सफाई में अनेक आरोप जहां जनभागीदारी समिति पर ही लगाएं, वहीं दूसरी ओर पीआईयू पर भी उंगली उठाई। साथ ही एक प्रोफ़ेसर पर भी आरोप लगाकर अपने को पाक साफ बताने का प्रयास किया। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कई ऐसे मुद्दों पर बात की कि यदि मैंने मुंह खोला तो अनेकों राज खुल जाएंगे। किसी तरह जांच को प्रभावित करने का भी प्रयास किया। वहीं दूसरी ओर जब प्रोफ़ेसर से चर्चा की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया और कैमरे से बचते नजर आए। उन पर गंभीर आरोप लगाए गए, लेकिन उन्होंने कोई सफाई नहीं दी औऱ कुछ भी कहने से मना किया। दूसरी ओर कालेज प्रबंधन डॉक्टर एसआई अजीज से बात की तो उन्होंने कहा कि हां जांच टीम आई थी क्या जांच करके गई मुझे जानकारी नहीं है। उस दौरान में मेडिकल लीव पर था जो कुछ जांच होने के बाद सामने आएगा मैं आपसे बात करूंगा। अभी कुछ भी कहने स्थिति में नहीं हूं। वहीं सूत्रों से जानकारी मिली है कि जांच टीम अपनी पूरी जांच कमिश्नर को सौंप देगी।।सम्भवतः दोषियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। वहीं धरना प्रदर्शन पर बैठे विद्यार्थी कृष्णा मंडलोई, सुनील सितोलिया, लोकेंद्र मंडलोई, अरविंद राजपूत, संजू पटेल, दीपक गौर, जगदीश मंडलोई, रितेश कुमार, दिनेश मालवीय सहित हिंदू युवा शक्ति संगठन के युवा एवं पालक भी मौजूद थे।