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पुलिस कप्तान के कार्यकाल का पहला मामला, जो रेंग रहा…!

सीहोर। शहर के सैकड़ाखेड़ी रोड पर हुए दिल दहला देने वाले सडक़ हादसे में छह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की कार्रवाई शून्य है। इस मामले में अब तक नामजद एफआईआर दर्ज न होना कई सवाल खड़े कर रहा है। अब तो शहरवासी भी चर्चा करने लगे हैं कि पुलिस कप्तान दीपक कुमार शुक्ला के कार्यकाल का यह पहला मामला है जो रेंग रहा है।
बता दें बीते शुक्रवार को शहर के सैकड़ाखेड़ी रोड पर मॉर्निंग वॉक कर रहे दो युवकों को एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने रौंद दिया। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने मामले को एक नया मोड़ दिया है।

‘राजू राजपूत’ नाम से थमी रफ्तार
इस वीडियो में घटना के बाद मौके पर मौजूद लोग कार सवार युवक से पूछताछ कर रहे हैं। युवक खुद को चाणक्यपुरी निवासी राजू राजपूत का बेटा बता रहा है। यह नाम सामने आते ही शहर के चौक-चौराहों पर चर्चा गर्म है कि मामला हाई प्रोफाइल व्यक्तियों से जुड़ा है, जिसके चलते सिस्टम और पुलिस प्रशासन मौन हो गए हैं। इस नाम की वजह से पुलिस कार्रवाई की रफ्तार धीमी है।
जिसकी जान गई, उसका क्या?
स्थानीय नागरिकों और आमजनों में पुलिस की इस ढुलमुल कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि सडक़ पर चलने वाले आम आदमी की जान जाने के बावजूद अगर छह दिन तक नामजद एफआईआर नहीं होती, तो न्याय की उम्मीद कैसे की जाए। लोगों का कहना है कि जिसकी जान गई या जो अस्पताल में संघर्ष कर रहा है, वह भी अपने परिवार के लिए हाई प्रोफाइल ही होगा।

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