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सीहोर। शादी, पार्टी सहित अन्य आयोजनों में बजते कान फोड़ू डीजे और इसके कारण आए दिन सड़कों पर लगते जाम से जहां आमजन परेशान हैं, वहीं विद्यार्थियों का भी सुख-चैन छिन गया है। सीहोर नगर सहित जिले के भैरूंदा, रेहटी, बुधनी, आष्टा सहित अन्य शहरों की सड़कों पर हर दिन कोई न कोई कार्यक्रम के चलते तेज आवाज में डीजे बजते हुए सुनाई देते हैं। इसके साथ ही सड़कों पर बेतरतीब चलते हुए सड़क भी जाम कर दी जाती है। ऐसे में यहां से निकलने वाले एवं आसपास के लोगों को परेशानियां आती हैं। तेज आवाज में बजते डीजे सबसे ज्यादा परेशानी का कारण बन रहे हैं। इसके कारण दिल के मरीजों को जान का खतरा भी है। आम व्यक्ति भी इस आवाज से दहल रहा है। इस समय स्कूलों में बोर्ड एवं लोकल परीक्षाएं भी शुरू हो गईं हैं। ऐसे में तेज आवाज में बजने वाले डीजों पर कार्रवाई बेहद जरूरी है।
रेहटी में हनुमान चौक पर बुरी स्थिति-
सीहोर-भैरूंदा में शादी गार्डन बन रहे परेशानी का कारण-
सीहोर नगर सहित जिले के भैरूंदा में भी इस समय शादियों की होड़ लगी हुई है। यहां पर शादियों के कारण हर मैरिज गार्डन इस समय बुक है। एक-एक दिन में कई शादियां हो रही हैं। ज्यादातर मैरिज गार्डन मुख्य मार्ग पर बने हुए हैं। इनमें से ज्यादातर नियमों को ताक पर रखकर संचालित किए जा रहे हैं। इन मैरिज गार्डनों में न तो पार्किंग है और न ही इन्हें इसकी अनुमति है, लेकिन फिर भी धड़ल्ले से सभी संचालित किए जा रहे हैं। इसी तरह इन मैरिज गार्डनों में तय समय के बाद तक भी तेज आवाज में डीजे बजाए जा रहे हैं। भैरूंदा में तो मुख्य सड़क मार्ग पर ही ज्यादातर मैरिज गार्डन है। यहां पर शादियां होने के कारण वाहनों को भी निकलने में परेशानियां होती हैं, वहीं कई बार दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है।
नियम तय, लेकिन नहीं हो रहा इन पर अमल-
डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहला आदेश लाउड स्पीकर एवं डीजे वालों को लेकर ही किया था। उस दौरान प्रदेशभर में शासन-प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सभी मंदिरों, मस्जिदों सहित अन्य धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटवाए गए थे। शादियों सहित अन्य धार्मिक आयोजनों में भी इन्हें प्रतिबंधित किया गया था, लेकिन बाद में फिर से नियमों को ताक पर रखकर सब कुछ संचालित होने लगे। हालांकि इनको संचालित करने के नियम तय किए गए थे कि रात 10 बजे के बाद डीजे नहीं बजाए जाएंगे। तय मापदंड के अनुसार ही डीजे बजाए जाएंगे, लेकिन यह नियम सिर्फ कागजों में ही है।
एसपी ने दिए अफसरों को निर्देश-