रेहटी। नवरात्रि के अवसर पर सलकनपुर में मातारानी के दर्शन करने के उद्देश्य से अपने गुरूभाई के साथ मायके आई एक युवती की मां से कुछ कहासुनी हो गई। इसके बाद वह अपने गुरूभाई, 2 वर्षीय बेटी के साथ आंवलीघाट स्थित नर्मदा पुल पर पहुंची और देखते ही देखते पुल से छलांग लगा दी। युवती का मायका होशंगाबाद जिले के हथनापुर का है। आंवलीघाट से नजदीक होने के कारण वह यहां पर पहुंची। हालांकि जैसे ही छलांग लगाई वहां पर मौजूद रेहटी थाने की पुलिस टीम एवं गोताखोरों, होमगार्ड की टीम की सक्रियता से तीनों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
जानकारी के अनुसार होशंगाबाद जिले के हथनापुर की रहने वाली भारती भिल्ला के भाई सुधीर भिल्ला ने बताया कि उसकी बहन अपने ससुराल जलकुंवम बीड़ मूंदी जिला खंडवा से अपने गुरूभाई राजा भिल्ला एवं बेटी दिव्यांशी के साथ में यहां आई हुई थी। वे नवरात्रि में सलकनपुर मातारानरी के दर्शन करने के लिए आए थे। घर में मां के साथ बहन की कुछ कहासुनी हो गई। इस दौरान वह घर पर नहीं था। गांव में दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है तो वह वहां पर कन्या भोजन में लगा हुआ था। इस दौरान उसको सूचना मिली कि उसकी बहन, भांजी एवं उनका गुरूभाई नर्मदा नदी में कूद गए हैं। इसके बाद वह भी वहां पहुंचा। हालांकि उससे पहले ही उन्हें सकुशल नर्मदा नदी से बाहर निकाल लिया गया था।
नवरात्रि के दौरान ड्यूटी पर तैनात है टीम-
नवरात्रि के दौरान ड्यूटी पर तैनात है टीम-
रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे ने बताया कि एक युवक, युवती एवं बालिका के नर्मदा नदी में कूदने की सूचना मिली थी। उन्हें सकुशल नर्मदा नदी से बाहर निकाल लिया गया है। तीनों सुरक्षित हैं। नवरात्रि के चलते इस समय रेहटी थाने की पुलिस टीम सहित अन्य पुलिसकर्मी, होमगार्ड जवान, गोताखोरों को आंवलीघाट पर तैनात किया हुआ है। वे लगातार वहां पर ड्यूटी दे रहे हैं। उनकी तत्परता से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जिला होमगार्ड कमांडेंट नीलमणि लड़िया ने बताया कि नर्मदा नदी के आंवलीघाट पुल से युवक, युवती एवं बच्ची के नर्मदा नदी में छलांग लगाते हुए देखते ही घाट पर तैनात जवानों ने बिना विलंब किए दंपत्ति और उनके बच्ची को सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया। इन जवानों की त्वरित कार्रवाई की स्थानीय निवासियों ने सराहना की। जिन जवानों ने दंपत्ति और उनकी बच्ची की जान बचाई उनमें एक एसडीईआरएफ का जवान और 2 होमगार्ड के जवान शामिल हैं। घाट पर तैनात जवान रामेश्वर यादव, संजय वर्मा, हरिओम वर्मा ने दंपत्ति की जान बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी।