घायल टाईगर दो दिनों तक तालाब में तड़पता रहा, एसीएस के हस्तक्षेप पर हुआ रेस्क्यू

सलकनपुर-इटारसी के तालाब में दो दिन पहले दिखा टाईगर, वन विभाग को सूचना दी, फिर वन बिहार भोपाल से आई टीम ने किया रेस्क्यू

सीहोर। जिले के सलकनपुर-इटारसी स्थित तालाब में एक टाईगर दो दिनों तक घायल अवस्था में तड़पता रहा। इसके बाद चरवाहों ने उसे देखा तो इसकी जानकारी इटारसी ग्राम पंचायत के सरपंच तक पहुंची। यहां से वन विभाग के अमले को सूचित किया गया तो वन विभाग के अमले ने पहुंचकर मोर्चा संभाला। इस दौरान टाईगर पानी के अंदर ही रहा। वन विभाग की टीम ने हलचल करके उसे पानी से बाहर निकालने की कोशिश की। इसके बाद जब कार्रवाई लेटलतीफ होती रही तो शिकायत वन विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल तक पहुंच गई। बाद में वन विहार भोपाल की टीम ने आकर टाईगर का रेस्क्यू किया एवं भोपाल ले गर्इं। बताया जा रहा है कि यह मादा टाईगर 15 से 18 माह की आयु का है।
मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है, लेकिन टाईगर को लेकर ही एक बड़ी लापरवाही सामने आई। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि सलकनपुर-इटारसी के तालाब में दो दिनों तक एक टाईगर पानी के अंदर ही तड़पता रहा। बताया जा रहा है कि वह घायल अवस्था में था। इसकी सूचना भी वन विभाग के अमले को समय पर दे दी गई, लेकिन वन विभाग का अमला ही यहां पर देरी से पहुंचा। इसके बाद तालाब में पानी के अंदर बैठे टाईगर की निगरानी की गई, लेकिन वह पानी से बाहर नहीं आ सका। वन विभाग की टीम ने पटाखे चलाए एवं अन्य हलचल की तो टाईगर पानी से थोड़ा बाहर आया। घायल टाईगर वहां से पूरी तरह बाहर नहीं निकल सका। दो दिनों तक पानी के अंदर बैठे रहे टाईगर के कारण आसपास के क्षेत्र में भी दहशत रही।
टाईगर की गर्दन में छेद थे-
सीहोर डीएफओ एमएस डाबर ने बताया कि टाईगर की गर्दन में छेद थे, इसके कारण उसे कीड़े भी लग गए थे। दो दिनों तक पानी के अंदर रहने से वह भूखा भी रहा एवं इससे उसे कमजोरी भी आ गई। टाईगर के तालाब में होने की सूचना मिलते ही तत्काल वन विभाग रेहटी की टीम को मौके पर पहुंचाकर टाईगर की निगरानी की गई। मैं स्वयं भी वहां पहुंचा। वन विभाग के अमले ने उसे पानी से बाहर निकालने के प्रयास भी किए, लेकिन वह कुछ देर पानी से बाहर रहने के बाद वापस पानी में आता-जाता रहा। घायल अवस्था एवं बिना खाए-पिए रहने से वह कमजोर भी हो गया। इसके बाद इसकी सूचना वन विहार भोपाल की टीम को दी गई। वहां से टीम ने आकर उसका सफल रेस्क्यू किया है एवं टाईगर का इलाज जारी है। डीएफओ एमएस डाबर ने बताया कि कई बार टाईगर आपस में या अन्य किसी जानवर से भी भिड़ जाते हैं और इसके कारण ही संभवत: टाईगर की गर्दन में छेद भी हुए हैं। विभाग की लेटलतीफी वाली कोई बात नहीं है। हमारा अमला लगातार सक्रिय है एवं लगातार वन प्राणियों की सुरक्षा के साथ ही वनों की कटाई करने वाले अवैध माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई कर रहा है।
दो दिनों तक पानी में तड़पता रहा टाईगर-
बुधनी विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ‘हनुमानजी’ ने बताया कि दो दिनों तक टाईगर लगातार पानी में रहा। इसकी सूचना भी वन विभाग तक पहुंची, लेकिन वन विभाग की लेटलतीफी जारी रही। अमला देरी से पहुंचा तो भी टाईगर को बाहर निकालने के लिए प्रयास नहीं किए गए। इसके बाद इसकी शिकायत वन विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल को की गई। बाद में टाईगर का रेस्क्यू किया गया। ग्राम पंचायत इटारसी के सरपंच वीरेंद्र गोहिया ने बताया कि एक टाईगर के सलकनपुर-इटारसी में पानी के अंदर होने की सूचना मिली थी। इसके बाद वन विभाग के अमले को भी सूचित किया गया था। वन विहार भोपाल की टीम ने आकर टाईगर का सफल रेस्क्यू कर लिया है।

Exit mobile version