
सीहोर। आस्था के केंद्र कुबेरेश्वर धाम अब एक परिवार के लिए दर्द का कारण बन गया है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से आई एक बेटी मानसी गुप्ता अपनी मां संगीता गुप्ता की मौत के बाद न्याय की तलाश में सीहोर पहुंची हैं। बीते अगस्त में रुद्राक्ष वितरण के दौरान हुई भगदड़ में संगीता ने अपनी जान गंवा दी थीए लेकिन डेढ़ महीने बाद भी उनके परिवार को न तो कोई आर्थिक मदद मिली है और न ही घटना के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया गया है।
मानसी गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिए अपने आवेदन में बताया कि उनकी मां 5 अगस्त को कुबेरेश्वर धाम आई थीं। वहां रुद्राक्ष वितरण के दौरान हुई लापरवाही के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें उनकी मां की मौत हो गई। मानसी ने कहा कि उनके पिता मजदूर हैं और मां चूडय़िां बेचकर घर चलाती थीं। मां के जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई हैए लेकिन धाम प्रबंधन और प्रशासन की ओर से उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है।
मानव अधिकार आयोग भी बेअसर
इस घटना के बाद मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी सीहोर एसपी और कलेक्टर से 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी थी। आयोग ने भीड़ प्रबंधन, घायलों के इलाज और मृतकों को दी गई आर्थिक सहायता पर जवाब मांगा था। हालांकि पीडि़त परिवार का आरोप है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।