नाले पर पुलिया नहीं, सीहोर कलेक्टर से मांगा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण एवं मानवाधिकार आयोग ने जवाब

मामला ग्राम दुपाड़िया दांगी की काकड़ कॉलोनी का

सीहोर। सीहोर जिले के दुपाड़िया दांगी की काकड़ कॉलोनी तक सड़क और पुलिया नहीं बनाने का मुद्दा दिल्ली तक पहुंच गया है। बच्चों और महिलाओं की शिकायत पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर से जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि इस मामले में कलेक्टर संज्ञान लेकर जल्द समस्या का निवारण करवाएं। यहां बता दें कि समाचार पत्रों ने खबर प्रकाशित की थी देश के भविष्य की पुकार, सुन लो प्रदेश के भविष्य की पुकार, सुनलो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री हमारी गुहार, जल्द बनवा दो पुलिया… पर मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए कलेक्टर, सीहोर से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।
बारिश में नहीं जा पाते स्कूल-
सीहोर जिले के ग्राम दुपाड़िया दांगी की काकड़ कालोनी में रहने वाले बच्चे उनके गांव से स्कूल तक आने वाली एक सड़क पर पुलिया न होने के कारण बारिश के समय में स्कूल नहीं जा पाते हैं। इन बच्चों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि उनके गांव की सड़क में पुलिया बनवा दी जाए। इसी मांग को लेकर कुछ दिनों पहले गांव की महिलाओं ने कलेक्टर सीहोर से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी दिया था, लेकिन अब तक कोई भी मौके पर नहीं आया। तब स्कूली बच्चों ने यह मुद्दा उठाया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर सीहोर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।
दिल्ली तक पहुंचा मामला-
सीहोर जिले के ग्राम दुपाड़िया दांगी में सड़क व पुलिया नहीं होने का मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। भावेश राठौर की शिकायत पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा सीहोर कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा गया है कि बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस प्रकरण पर जांच कर पुलिया बनवाई जाए, ताकि बच्चे बारिश में स्कूल जा सके एवं कार्य पूरा होने पर शिकायतकर्ता एवं आयोग को जानकारी दें।
महिलाओं ने कहा विधायक नहीं सुन रहे-
ग्राम दुपाड़िया दांगी की काकड़ कॉलोनी की सोरम बाई, रचना बाई, जमना बाई, सोनिया अहिरवार ने कहा कि विधायक के पास गए थे तो विधायक कहते हैं कि तुम्हारे गांव के लोग नहीं बनने देते, जबकि हकीकत यह है कि विधायक के यहां हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है। कलेक्ट्रेट और विधायक के चक्कर लगाकर थक गए। एक ओर मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा सरकार महिलाओं के हित में काम कर रही है, जबकि सीहोर विधायक हमारी नहीं सुन रहे हैं। हम अपने बच्चे को बारिश में स्कूल नहीं भेज पाते हैं उनका भविष्य संकट में है।
ये है मामला-
सीहोर विधानसभा के ग्राम दुपाड़िया दांगी की काकड़ कॉलोनी के छोटे बच्चे बारिश के समय स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। उन्हें नाले में बहने का डर लगा रहता है। सड़क और पुल की मांग को लेकर उन्होंने नाले में आकर विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी, विधायक और सरपंच कई बार हमसे वादा करके गए कि पुलिया बनवाएंगे, लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस है। हम बच्चों की आवाज यदि प्रधानमंत्री और सीएम नहीं सुनेंगे तो आखिकर कौन सुनेगा। इसकी पहल सीहोर के भावेश राठौर 15 वर्ष ने की। भावेश बच्चों से मिले और उन्हें अपने हक के लिए आवाज उठाने को कहा। इसके बाद भावेश के नेतृत्व में बच्चों ने कहा हमें गांव का नाम रोशन करना है। हम स्कूल पहुंच सके, इसलिए पीएम, सीएम पुल बनवा दो।