रेहटी। रेहटी पुलिस की गहन छानबीन एवं तत्परता ने सलकनपुर की दुकान में लगी आग की अनसुलझी कहानी को 24 घंटे के अंदर ही सुलझा दिया। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को संदेह के आधार पर उठाकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूूल किया। पुलिस जांच मेें सामने आया है कि पैसों के लेन-देन के कारण आरोपी ने व्यापारी की दुकान में आग लगाई थी। व्यापारी से आरोपी ने सामान लिया था और पैसे नहीं दे रहा था। इसके कारण व्यापारी ने उसकी गाड़ी भी रख ली थी एवं गाली-गलौच भी की थी। इसी को लेकर आरोपी गुस्से में था और उसने सबक सिखाने के लिए दुकान में आग लगाने की योजना बनाई एवं रात को आकर आग लगा दी। इस आगजनी में व्यापारी सहित आसपास के दुकानदारों का पूरा सामान जलकर खाक हो गया। एक आंकलन के अनुसार 12 से 15 लाख रूपए का नुकसान होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार फरियादी दीपक पिता माखन लाल मालवीय निवासी चोपड़ा कालोनी रेहटी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनांक 6 नवंबर 23 की रात करीब 3 से 4 बजे के बीच सलकनपुर स्थिति उनकी दुकान में किसी अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी, जिससे दुकान में रखा सामान सहित आसपास की और भी दुकानें जल गई। इस मामले में पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने जांच के निर्देश दिए। इसके बाद एएसपी गीतेश गर्ग, एसडीओेपी बुधनी शशांक गुर्जर के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी रेहटी राजेश कहारे के नेतृत्व में पुलिस टीम बनाई गई। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। इस दौरान टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज, फोटो में रिकार्ड व्यक्ति की पहचान कई लोगोें से कराई। इसमें बताया गया कि मौसिया उर्फ बसंत पिता रोशनलाल केवट निवासी रोप-वे मोहल्ला सलकनपुर का निवासी है। इसके बाद पुलिस टीम ने बसंत पिता रोशनलाल केवट को अभिरक्षा में लेकर गंभीरता से पूछताछ की। इसमें पैसों के लेन-देन की बात पर दुकान में आग लगाना स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपी मौसिया उर्फ बसंत केवट पिता रोशनलाल केवट निवासी ग्राम नसीराबाद ढाना थाना बाबई जिला नर्मदापुरम हाल रोप-वे मोहल्ला सलकनपुर थाना रेहटी जिला सीहोर है। आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी रेहटी निरीक्षक राजेश कहारे, टीम प्रभारी सउनि बीएस सिकरवार, दीपक सेन, रामकुमार शर्मा, मनोक परते, रामूलाल उइके की सराहनीय भूमिका रही।
दुकान जलने से हुआ था भारी नुकसान-
गत दिवस सलकनपुर में आग लगने से दीपक पिता माखन लाल मालवीय