
सीहोर। शहर के सबसे व्यस्त बाजार क्षेत्र गांधी रोड और चंद्रशेखर आजाद मार्ग पर शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे भीषण अग्निकांड से अफरा तफरी मच गई। गांधी रोड पर स्थित एक कपड़े की दुकान में लगी आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि आसमान में दूर तक धुआं दिखाई देने लगा। इस हादसे में दुकान के अंदर रखा लाखों रुपए का कपड़ा और अन्य सामान जलकर राख हो गया।
जानकारी के मुताबिक रात लगभग 3 बजे मुख्य बाजार क्षेत्र में स्थित कपड़े की दुकान से आग की लपटें उठनी शुरू हुईं। स्थानीय लोगों ने धुआं और आग की भीषणता देखते ही तुरंत एक-दूसरे को सूचित किया और बिना समय गंवाए अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। लोगों की सजगता के कारण ही आग को आसपास की अन्य दुकानों में फैलने से रोका जा सका, जिससे एक बड़ा व्यावसायिक हादसा टल गया। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। दुकान में बड़ी मात्रा में कपड़ा सामग्री होने के कारण आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। घंटों की कोशिश के बाद जाकर आग को पूरी तरह शांत किया जा सका।
दुकान मालिक ने डीपी को ठहराया जिम्मेदार
दुकान के मालिक नूर मंसूरी ने इस भीषण अग्निकांड के लिए सीधे तौर पर पास में लगी विद्युत वितरण कंपनी की डीपी को जिम्मेदार ठहराया है। मंसूरी ने आरोप लगाया कि जब यह डीपी लगाई जा रही थी, तभी उन्होंने बिजली अधिकारियों से कपड़े की दुकानों वाले इस संवेदनशील और व्यस्त क्षेत्र में इसे न लगाने का आग्रह किया था, लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात को नजरअंदाज किया। मंसूरी का कहना है कि इसी अनदेखी का खामियाजा आज उन्हें लाखों रुपए के नुकसान के रूप में भुगतना पड़ा है। हालांकि आग लगने का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है लेकिन शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है।