सीहोर। जिले का बुधनी विधानसभा इस समय राजनीतिक लड़ाई का मैदान बना हुआ है। यहां पर 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इस राजनीतिक जंग के मैदान में 19 योद्धा हैं, लेकिन भाजपा-कांग्रेस के योद्धाओं के बीच में चुनावी जंग है। अब इस राजनीतिक जंग में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मैदान संभाला। उन्होंने बुधनी विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के समर्थन में बुधनी विधानसभा की भैरूंदा तहसील के ग्राम पिपलानी एवं ग्राम छिदगांव काछी में आमसभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि बुधनी विधानसभा का विकास पहले की तरह लगातार होता रहेगा। विकास के कार्यों में कोई कमी नहीं आएगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि जिस तरह से 17 सालों तक बुधनी में विकास का पहिया घूमता रहा है। आगे भी यह विकास होता रहेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बुधनी में हुए विकास के कार्यों को भी गिनाया।
भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव को ऐतिहासिक मतों से जिताना है : शिवराज सिंह चौहान
बीजेपी अध्यक्ष ने किया कार्यकर्ताओं को संबोधित –
इससे पहले मंगलवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने बुधनी विधानसभा उपचुनाव में बुधनी, सलकनपुर, शाहगंज मंडल के कार्यकर्ताओं से सलकनपुर स्थित धर्मशाला में संवाद किया एवं सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्हें जीत के मंत्र भी दिए। प्रदेश अध्यक्ष ने मां बिजासन मंदिर में पहुंचकर मां विंध्यवासिनी की पूजा-अर्चना करते हुए उनसे देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना भी की। यहां बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा से चुनाव जीतकर 18 वर्षों तक मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते रहे। वे 2005 में बुधनी विधानसभा से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने। इसके बाद हुए विधानसभा के चुनावों में वे प्रदेशभर में चुनावी सभाएं एवं प्रचार-प्रसार करते रहे, लेकिन खुद की विधानसभा में वे अपने लिए वोट मांगने नहीं आए। बुधनी में उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह, बेटा कार्तिकेय सिंह चौहान सहित यहां के नेताओं ने मोर्चा संभाले रखा एवं शिवराज सिंह चौहान यहां से वोटों के बड़े अंतराल से जीतते भी रहे। इस बार वे उपचुनाव में बुधनी की जनता के बीच में पहुंचे हैं।