सीहोर। जिले के आष्टा विकासखंड के ग्राम गुराड़िया रूपचंद में वृद्ध महिला के पैर काटकर उसकी हत्या के बाद लूट करने वाले आरोपियों को आष्टा पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तीनों हत्यारे ग्राम गुराड़िया रूपचंद के ही हैं और उन्होंने अपनी उधारी चुकाने के लिए घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद से ही ग्रामीणों में रोष था और लगातार पुलिस प्रशसन पर आरोपियों को पकड़ना का दबाव था। घटना के बाद एसपी दीपक कुमार शुक्ला के निर्देश एवं एएसपी गीतेश गर्ग, एसडीओपी आष्टा आकाश अमलकर, सीएसपी सीहोर निरंजन सिंह राजपूत, एसडीओपी सीहोर ग्रामीण पूजा शर्मा के मार्गदर्षन एवं आष्टा थाना प्रभारी रविन्द्र यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम बनाई गई। पुलिस ने आरोपियों के साथ ही लूटी गई चांदी की कड़ी भी बरामद की है।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को थाना आष्टा अंतर्गत ग्राम गुराड़िया रूपचंद में बुजुर्ग महिला मोतनबाई पति हमीर सिंह उम्र करीब 75 वर्ष के पैर काटकर हत्या करने व पैर में पहने चांदी के कडे़ करीब 1 किग्रा वजनी लूटकर ले जाने की घटना की सूचना मिली थी। सूचना के तत्काल बाद पुलिस द्वारा घटनास्थल पहुंच कर जांच की तो प्रथम दृष्टया मामला लूट का सामने आया। इस मामले में थाना आष्टा पुलिस ने अप.क्र. 641/2024 धारा 309 (6), 103(1) बीएनएस 2023 का कायम कर विवेचना में लिया। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि मामला सनसनीखेज था और इसको लेकर पुलिस को निर्देश दिए गए। इसके बाद टीम बनाकर आरोपियों की तलाषी षुरू की गई। साइबर टीम की भी मदद ली गई। 13 दिनों तक लगातार मेहनत तकनीकी साक्ष्य, सायबर सपोर्ट एवं मुखबिर तंत्र के संयुक्त प्रयासों से पता चला कि आरोपी सादिक उर्फ अंजुम पिता शरीफ, विजय मेवाड़ा पिता पृथ्वी सिंह मेवाड़ा, महेश मेवाड़ा पिता प्रहलाद सिंह मेवाड़ा सभी निवासी ग्राम गुराडिया रूपचंद द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। जितेन्द्र सिंगन पिता मुकेश सिंगन निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा के साथ चांदी के कड़ों को आष्टा सराफा में बेचा गया।
ऐसे दिया घटना को अंजाम –
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि घटना दिनांक को आरोपी विजय मेवाड़ा व सादिक द्वारा वृद्ध महिला को कुल्हाड़ी का हत्था काटने का कहकर नाले के पास लेकर पहुंचे। यहां पर धक्का देकर महिला को नाले में गिरा दिया एवं महिला का मुंह दबाकर हत्या कर दी व हाथ में रखी कुल्हाड़ी से महिला के पैर काटकर कडे़ निकाल ले गए। इस बीच तीसरा आरोपी महेश रोड पर खडे़ होकर आने-जाने वालों पर निगाह रखे हुए था। इसके बाद आरोपी सादिक मोटरसाइकिल से आष्टा के लिए रवाना हो गया। पीछे से आरोपी महेश व विजय अपनी मोटरसाइकिल से सादिक के पीछे-पीछे आए। यहां पर जब आष्टा सर्राफा में बिना पहचान के कडे़ नहीं बिके तो आरोपी महेश द्वारा अपने साथी जितेन्द्र सिंगन निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा को सादिक के साथ कडे़ बिकवाने भेजा। जितेन्द्र ने अपने परिचित के यहां कडे़ बेच दिए।
पुलिस ने ऐसे की कार्रवाई –
घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई। उसी रात एफएसएल पार्टी, डॉग स्क्वायट टीम, सायबर टीम भी एक्टिव की गई। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचकर गहन छानबीन की गई। घटना की गंभीरता एवं मामला अंधे कत्ल सहित लूट का होने से पुलिस अधीक्षक सीहोर ने थाना आष्टा सहित आसपास के थानों के बल एवं जिले से कई अधिकारियों को जांच में लगाया। अलग-अलग पुलिस टीमें बनाकर मामले की हर संभावित दिशा पर काम शुरू किया गया। सायबर सपोर्ट पार्टी से हर संदिग्ध व गांव में आने-जाने वालों की डिटेल खंगाली गई। डॉग पार्टी व फिंगर प्रिंट एक्पर्ट से घटनास्थल से प्राप्त संभावित साक्ष्यों का परीक्षण कराया गया। जन सहयोग हेतु पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक भोपाल जोन (देहात) द्वारा सूचना देने वाले के लिए ईनाम की घोषणा की गई, जिसके पंपलेट आसपास के इलाके व ग्राम पंचायत कार्यालय पर चस्पा किए गए।
ये हैं आरोपी –
– सादिक उर्फ अंजुम पिता शरीफ जाति बेलदार (मुसलमान) उम्र 23 साल निवासी ग्राम गुराड़िया रूपचंद
– विजय पिता पृथ्वी सिंह जाति मेवाड़ा उम्र 38 साल निवासी ग्राम गुराड़िया रूपचंद
– महेश मेवाड़ा पिता प्रहलाद सिंह मेवाडा उम्र 32 साल निवासी गुराड़िया रूपचंद
– जितेन्द्र सिंगन पिता मुकेश सिंगन उम्र 37 साल निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा
खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका –
एसडीओपी आष्टा आकाश अमलकर, सीएसपी सीहोर निरंजन सिंह राजपूत, एसडीओपी सीहोर देहात पूजा शर्मा, निरीक्षक थाना प्रभारी आष्टा रविन्द्र यादव, निरीक्षक गिरीश दुबे, निरीक्षक गोपिन्द्र सिंह राजपूत, थाना प्रभारी पार्वती चिन्मय मिश्रा, अजय जोझा, अनिल डोडियार, अपर्णा भट्ट, राजू मखोड़ थाना जावर, रमेश मांझी, शिवचरण परमार, देवराज, मुकेश शर्मा, अशोक यादव, राहुल गौर, देवेन्द्र तिवारी, शैलेन्द्र चंद्रवंशी, जितेन्द्र चंद्रवंशी, शिवराज चंद्रवंशी, संजय चंद्रवंशी, सचिन चंद्रवंशी, महेश राजपूत, विनोद परमार, चेतन चौहान, हरिभजन मेवाड़ा, मेहरबान सिंह, शुभम मेवाड़ा, देवेन्द्र सिंह. विकास चौरसिया, अमन, अर्जुन, राहुल सूर्यवंशी, हरिओम, सतीश सोलंकी, राजेश परमार, धीरज पटेल, चंदरसिंह, श्यामलाल, सजनसिंह सहित अंगुल चिह्नि शाखा प्रभारी, पुरुषोत्तम दांगी, सायबर सेल प्रभारी सुशील साल्वे, शैलेन्द्र राजपूत, अश्विन वर्मा भीम सिंह की भी अहम भूमिका रही।इधर सीहोर में ज्ञापन सौंपकर की गई फांसी की मांग-
वृद्ध महिला के पैर काटकर लूट करने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग की गई है। सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र खंगराले के साथ कांग्रेस के वरिष्ठजनों ने ग्राम गुराडिया रूपचंद तहसील आष्टा जिला सीहोर की अजा महिला मोतनबाई जांगड़ा पति हमीर सिंह जांगड़ा 75 वर्ष की हत्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि दिनांक 8 नवम्बर 2024 को ग्राम के सादिक उर्फ अंजुम पिता सरीफ, विजय मेवाड़ा पिता पृथ्वी सिंह मेवाड़ा, महेश मेवाड़ा पिता प्रहलाद सिंह मेवाड़ा सहयोगी साथी मीरपुरा अलीपुर निवासी जितेन्द्र सिंघन पिता मुकेश सिंघन चारों ने मृतका का गला दबाकर उनकी निर्मम हत्या करते हुए दोनों पैर कुल्हाड़ी से काटकर चांदी के कड़े लेकर फरार हो गए थे। इस मामले को लेकर कांग्रेसजनों ने हत्यारों को फास्ट ट्रैक अदालत में प्रकरण चलाए जाकर फांसी की सजा दी जाए तथा मृतक परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता के साथ परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान किए जाने की मांग मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के नाम ज्ञापन जिले के कलेक्टर के नाम संयुक्त कलेक्टर सुधीर कुशवाह को सौंपा गया।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को थाना आष्टा अंतर्गत ग्राम गुराड़िया रूपचंद में बुजुर्ग महिला मोतनबाई पति हमीर सिंह उम्र करीब 75 वर्ष के पैर काटकर हत्या करने व पैर में पहने चांदी के कडे़ करीब 1 किग्रा वजनी लूटकर ले जाने की घटना की सूचना मिली थी। सूचना के तत्काल बाद पुलिस द्वारा घटनास्थल पहुंच कर जांच की तो प्रथम दृष्टया मामला लूट का सामने आया। इस मामले में थाना आष्टा पुलिस ने अप.क्र. 641/2024 धारा 309 (6), 103(1) बीएनएस 2023 का कायम कर विवेचना में लिया। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि मामला सनसनीखेज था और इसको लेकर पुलिस को निर्देश दिए गए। इसके बाद टीम बनाकर आरोपियों की तलाषी षुरू की गई। साइबर टीम की भी मदद ली गई। 13 दिनों तक लगातार मेहनत तकनीकी साक्ष्य, सायबर सपोर्ट एवं मुखबिर तंत्र के संयुक्त प्रयासों से पता चला कि आरोपी सादिक उर्फ अंजुम पिता शरीफ, विजय मेवाड़ा पिता पृथ्वी सिंह मेवाड़ा, महेश मेवाड़ा पिता प्रहलाद सिंह मेवाड़ा सभी निवासी ग्राम गुराडिया रूपचंद द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। जितेन्द्र सिंगन पिता मुकेश सिंगन निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा के साथ चांदी के कड़ों को आष्टा सराफा में बेचा गया।
ऐसे दिया घटना को अंजाम –
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि घटना दिनांक को आरोपी विजय मेवाड़ा व सादिक द्वारा वृद्ध महिला को कुल्हाड़ी का हत्था काटने का कहकर नाले के पास लेकर पहुंचे। यहां पर धक्का देकर महिला को नाले में गिरा दिया एवं महिला का मुंह दबाकर हत्या कर दी व हाथ में रखी कुल्हाड़ी से महिला के पैर काटकर कडे़ निकाल ले गए। इस बीच तीसरा आरोपी महेश रोड पर खडे़ होकर आने-जाने वालों पर निगाह रखे हुए था। इसके बाद आरोपी सादिक मोटरसाइकिल से आष्टा के लिए रवाना हो गया। पीछे से आरोपी महेश व विजय अपनी मोटरसाइकिल से सादिक के पीछे-पीछे आए। यहां पर जब आष्टा सर्राफा में बिना पहचान के कडे़ नहीं बिके तो आरोपी महेश द्वारा अपने साथी जितेन्द्र सिंगन निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा को सादिक के साथ कडे़ बिकवाने भेजा। जितेन्द्र ने अपने परिचित के यहां कडे़ बेच दिए।
पुलिस ने ऐसे की कार्रवाई –
घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई। उसी रात एफएसएल पार्टी, डॉग स्क्वायट टीम, सायबर टीम भी एक्टिव की गई। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचकर गहन छानबीन की गई। घटना की गंभीरता एवं मामला अंधे कत्ल सहित लूट का होने से पुलिस अधीक्षक सीहोर ने थाना आष्टा सहित आसपास के थानों के बल एवं जिले से कई अधिकारियों को जांच में लगाया। अलग-अलग पुलिस टीमें बनाकर मामले की हर संभावित दिशा पर काम शुरू किया गया। सायबर सपोर्ट पार्टी से हर संदिग्ध व गांव में आने-जाने वालों की डिटेल खंगाली गई। डॉग पार्टी व फिंगर प्रिंट एक्पर्ट से घटनास्थल से प्राप्त संभावित साक्ष्यों का परीक्षण कराया गया। जन सहयोग हेतु पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक भोपाल जोन (देहात) द्वारा सूचना देने वाले के लिए ईनाम की घोषणा की गई, जिसके पंपलेट आसपास के इलाके व ग्राम पंचायत कार्यालय पर चस्पा किए गए।
ये हैं आरोपी –
– सादिक उर्फ अंजुम पिता शरीफ जाति बेलदार (मुसलमान) उम्र 23 साल निवासी ग्राम गुराड़िया रूपचंद
– विजय पिता पृथ्वी सिंह जाति मेवाड़ा उम्र 38 साल निवासी ग्राम गुराड़िया रूपचंद
– महेश मेवाड़ा पिता प्रहलाद सिंह मेवाडा उम्र 32 साल निवासी गुराड़िया रूपचंद
– जितेन्द्र सिंगन पिता मुकेश सिंगन उम्र 37 साल निवासी मीरपुरा अलीपुर आष्टा
खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका –
एसडीओपी आष्टा आकाश अमलकर, सीएसपी सीहोर निरंजन सिंह राजपूत, एसडीओपी सीहोर देहात पूजा शर्मा, निरीक्षक थाना प्रभारी आष्टा रविन्द्र यादव, निरीक्षक गिरीश दुबे, निरीक्षक गोपिन्द्र सिंह राजपूत, थाना प्रभारी पार्वती चिन्मय मिश्रा, अजय जोझा, अनिल डोडियार, अपर्णा भट्ट, राजू मखोड़ थाना जावर, रमेश मांझी, शिवचरण परमार, देवराज, मुकेश शर्मा, अशोक यादव, राहुल गौर, देवेन्द्र तिवारी, शैलेन्द्र चंद्रवंशी, जितेन्द्र चंद्रवंशी, शिवराज चंद्रवंशी, संजय चंद्रवंशी, सचिन चंद्रवंशी, महेश राजपूत, विनोद परमार, चेतन चौहान, हरिभजन मेवाड़ा, मेहरबान सिंह, शुभम मेवाड़ा, देवेन्द्र सिंह. विकास चौरसिया, अमन, अर्जुन, राहुल सूर्यवंशी, हरिओम, सतीश सोलंकी, राजेश परमार, धीरज पटेल, चंदरसिंह, श्यामलाल, सजनसिंह सहित अंगुल चिह्नि शाखा प्रभारी, पुरुषोत्तम दांगी, सायबर सेल प्रभारी सुशील साल्वे, शैलेन्द्र राजपूत, अश्विन वर्मा भीम सिंह की भी अहम भूमिका रही।इधर सीहोर में ज्ञापन सौंपकर की गई फांसी की मांग-